गायों पर लगाया जाता था ‘BS’ का स्टांप, बांग्लादेश होती थी तस्करी, CBI का बड़ा खुलासा
पश्चिम बंगाल बीरभूम तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने बीरभूम में चल रहे गाय तस्करी के बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है.
सूत्रों के अनुसार गाय तस्करों द्वारा एक विशेष प्रकार के चिरकुट का प्रयोग किया जाता था. इस पर लिखा रहता था कि गाय को किस रास्ते से ले जाया जाएगा? किसके जरिए ले जाया जाएगा? उसमें तस्करी का पूरा रूट रहता था.
जांच के बाद सामने आ रहे हैं नये-नये खुलासे
जब से सीबीआई ने गौ तस्करी मामले की जांच शुरू की है, तब से कई तथ्य सामने आने लगे हैं. सूत्रों के मुताबिक तस्करों द्वारा इस्तेमाल किए गए विशेष टिकट पर ‘बीएस’ लिखा हुआ रहता था. यह स्टांप काली स्याही से छापा रहता था, लेकिन इस ‘बीएस’ का इस्तेमाल क्यों किया जाता था. सीबीआई के अधिकारियों के अनुसार ‘बीएस’ शब्द का अर्थ है बिशु शेख. चूंकि गाय तस्करी मामले के एक आरोपी इनामुल हक का एक गाय सिंडिकेट था. इनामुल का नाम बिशु शेख था. तभी से ‘बीएस’ स्टांप का इस्तेमाल किया जाने लगा है. बता दें किइनामुल का गाय सिंडिकेट काफी ताकतवर था.
पिंटू की तलाश कर रही है सीबीआई
सीबीआई के अधिकारी के अनुसारबाजार से मवेशी मुर्शिदाबाद के सीमावर्ती गांवों उमरपुर और जंगीपुर तक पहुंचते थे. फिर वहां इसका बंटबारा किया जाता था कि कितनी गायें किस सीमा से गुजरेंगी. बताया जाता है कि इस बिशु शेख सिंडिकेट द्वारा छपे स्टांप का इस्तेमाल वहां किया जाता था. सूत्रों के अनुसार स्टांप यह उल्लेख किया जाता था कि कितनी गायें जा रही हैं, किसके माध्यम से जा रही हैं. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक पिंटू ने इनामुल के साथ काम किया था. बताया जाता है कि पिंटू इस समय मलेशिया में है. पिंटू और इनामुल एक साथ काम करते थे. बाद में एनामुल के साथ समस्या के कारण पिंटू भाग गया. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक सेंट्रल इंटेलिजेंस इस पिंटू से संपर्क करने की कोशिश कर रही है. पिंटू से पूछताछ कर जासूस इस बारे में और जानकारी हासिल कर सकते हैं.