READING HABIT के 8 अनूठे फायदे:जीवन को बेहतर बनाने में मदद करेंगी किताबें

– जॉर्ज आर.आर. मार्टिन

करिअर फंडा में स्वागत!

कदम कदम बढ़ाए जा

क्या आपको पता है 1860 में इंडिया का पहला बजट पेश करने वाले जेम्स विल्सन खुद किताबें पढ़-पढ़ कर फाइनेंस और इकोनॉमिक्स सीखे थे? उनकी स्टार्ट की गई पत्रिका ‘द इकोनॉमिस्ट’ आज विश्व की लीडिंग वॉइस है।

जेम्स विलसन ने 1843 में द इकोनॉमिस्ट मैग्जीन शुरू की थी। यह आज राजनीति और अर्थशास्त्र के मसलों पर लीडिंग मैग्जीन है।
जेम्स विलसन ने 1843 में द इकोनॉमिस्ट मैग्जीन शुरू की थी। यह आज राजनीति और अर्थशास्त्र के मसलों पर लीडिंग मैग्जीन है।

यह कोई सीक्रेट नहीं है कि रीडिंग सक्सेस की कुंजी है। हमें यह बहुत कम उम्र से बताया और सिखाया गया है। रीडिंग महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपको अधिक संवेदनशील, जानकार बनाता है और आपकी कल्पना को उत्तेजित करता है।

रीडिंग से आज हमारा मतलब केवल कोर्स बुक्स रीडिंग नहीं है, बल्कि न्यूजपेपर्स, मैगजीन्स, फिक्शन बुक्स, नॉन-फिक्शन आदि सब कुछ है। हम आज ‘रीडिंग एज अ हैबिट’ की बात कर रहे हैं।

जो बच्चे बेहतर रीड कर पाते हैं, उनकी एक्टिव इमेजिनेशन होती है, जिससे सक्सेस के चान्सेस अपने आप बढ़ जाते हैं। ये बातें मैं आपको अपने 40 साल से अधिक के रीडिंग हैबिट से बता रहा हूं, क्योंकि मेरे परिवार में रीडिंग को बहुत सपोर्ट मिला, और मैंने अपने स्टूडेंट्स को भी हमेशा रीडिंग के लिए मोटीवेट किया, और चमत्कारी रिजल्ट्स देखे।

अच्छी रीडिंग हैबिट के 8 बेनिफिट

1) एक्सरसाइज फॉर ब्रेन: रीडिंग आपके ब्रेन के विभिन्न पार्ट्स को एक्टिवली आपस में कनेक्ट करती है। रीडिंग की प्रोसेस अपने आप में ही कॉम्प्रिहेंशन (समझ पाने की कला) और एनालिसिस (विश्लेषण) को ग्रो करती है। रीडिंग आपकी इमेजिनेशन को पुश करते हुए, इमोशंस को डीप बनाता है, और इधर-उधर भागते थॉट्स को कंट्रोल में लाने में मदद करता है। रीडिंग से दिमाग फुर्तीला और जवान रहता है। रीडिंग की आदत, वीडियो देखने मात्र से, कई गुना अधिक यूजफुल है।

2) दुनिया की समझ: बुक्स में हमारे समय का सामूहिक ज्ञान (कलेक्टिव नॉलेज) होता है। जितना अधिक आप पढ़ेंगे, उतना ही आप दुनिया और उसमें रहने वाले लोगों के बारे में जानेंगे। आपके मन के बहुत सारे गलत आइडिया धीरे-धीरे ठीक होने लगेंगे, और दुनिया की खूबसूरती बुक्स के पन्नों से चमक उठेगी। अब्राहम लिकन बोले थे – ‘मैंने जो कुछ सीखा, किताबें पढ़ पढ़ कर सीखा’।

अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन स्कूल में बहुत कम समय पढ़े थे। उन्होंने खुद ही किताबें पढ़-पढ़कर ज्ञान पाया था। उन्हें जानने वाले बताते हैं कि किशोरावस्था में किताब मांगने के लिए वह कई बार मीलों तक चले जाते थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन स्कूल में बहुत कम समय पढ़े थे। उन्होंने खुद ही किताबें पढ़-पढ़कर ज्ञान पाया था। उन्हें जानने वाले बताते हैं कि किशोरावस्था में किताब मांगने के लिए वह कई बार मीलों तक चले जाते थे।

3) क्रिएटिव कम्युनिकेशन: स्वीडिश ऑथर फ्रैंस जोहानसन ने ‘द मेडिसी इफेक्ट’ में बताया कि क्रिएटिविटी (रचनात्मकता) कितने प्रकार से रीडिंग से रिलेटेड होती है। किसी भी इंडस्ट्री के थॉट्स को किसी भी दूसरी इंडस्ट्री में यूज कर सकते हैं। महान फिजिक्स साइंटिस्ट रिचर्ड फाइनमेन ने अपने ज्ञान का कम्युनिकेशन इतने क्रिएटिव तरीके से किया था कि दो पूरी-पूरी इंडस्ट्री को जन्म दे दिया (नैनो टेक्नोलॉजी, और क्वांटम कंप्यूटिंग)।

4) बोलने की स्किल्स: रीडिंग की आदत आपको नए वर्ड्स और व्यूपॉइंट्स सिखाती है। यह लैंग्वेज स्ट्रांग करने और सेंटेंस स्ट्रक्चर शार्प करने में हेल्पफुल है। आपकी पब्लिक स्पीकिंग स्किल्स पूरे कॉन्फिडेंस के साथ इम्प्रूव होना शुरू हो जाती है। डायनामिक पब्लिक स्पीकिंग तो शायद इमीडियेट ग्रोथ लाती है!

5) पहचान को आकार: रीडिंग आपको मदद करती है अपने आप को लगातार समझने में, ये देखने में कि आप आखिर जीवन में बनना क्या चाहते हैं। उदाहरण के लिए, अगाथा क्रिस्टी को पढ़ना आपको एक जासूस बनने या अधिक चौकस और एनेलेटिकल बनने के लिए प्रेरित कर सकता है! किसी बड़े फाउंडर की बुक को पढ़ना आपको बिजनेस स्टार्ट करने का मोटिवेशन दे सकता है।

6) पीस और एंटरटेनमेंट: बुक्स और रीडिंग हार्ड रियलिटी से कभी-कभी पलायन करने में बहुत हेल्पफुल होते हैं। जब आप उदास होते हैं तो वे आपको खुश कर सकती हैं, प्रेरित कर सकती हैं, और यहां तक कि जब बाकी सभी व्यस्त होते हैं तो भी आपको कंपनी दे सकती हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि पढ़ने से तनाव 68% कम हो जाता है। यह स्ट्रेस रिडक्शन और मसल्स रिलैक्स करने में मदद करता है जिससे नींद बेहतर होती है, और हेल्थ बेटर होती है।

7) एनेलेटिकल स्किल्स सुधार: ऐसे भी होता है जब आप कोई किताब पढ़ते हैं और महसूस करते हैं कि कथानक में खामियां हैं। किताब में आपको बताए जाने से पहले आपको पता चल जाता है कि कातिल कौन है। किसी तरह जब आप पढ़ते हैं तो आपका दिमाग तेजी से काम करता है। हर बुक एक पहेली बन जाती है जिसे हल करने के लिए आपका दिमाग दौड़ता है।

8) विनम्र बनाता है: रीडिंग विनम्रता में एक निरंतर अभ्यास है। जितना अधिक आप पढ़ते हैं, उतना ही आपको एहसास होता है कि आपको कितना कुछ नहीं पता, और कितना कुछ सीखने को है।

तो आज का करिअर फंडा यह है कि ‘रीडिंग हैबिट आपको फुल ट्रांसफॉर्म कर सकती है, और लॉन्ग-टर्म सक्सेस दिला सकती है’।

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