डिलीवरी में लापरवाही से शिशु की मौत, मुश्किल से बची महिला, डॉक्टर सहित 7 पर एफआईआर
लापरवाही का मामला …
जानकारी के मुताबिक डिलीवरी के लिए प्राची पत्नी जीतेंद्र शर्मा जब सरकारी जच्चाखाना मुरार पहुंची तो वहां डॉक्टर ने ऑपरेशन थिएटर में सफाई का काम चलने की बात बताकर निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। वहां आधी रात में महिला को दर्द होने पर डॉक्टर नहीं पहुंची।
इसपर नर्स ने सामान्य डिलीवरी कराने की कोशिश की तो महिला के पेट के पहली बच्ची के जन्म के दौरान लगाए गए टांके खुल गए। अधिक खून बह जाने से शिशु की मौत हो गई । महिला को दूसरे निजी अस्पताल में रेफर कर एक माह के इलाज के बाद बमुश्किल बचाया जा सका था।
थाना प्रभारी शैलेंद्र भार्गव के मुताबिक शिकायतकर्ता जीतेंद्र शर्मा की रिपोर्ट पर 4 डॉक्टर सहित 7 के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। इस मामले में सीएमएचओ की जांच में भी डॉक्टर व स्टाफ की लापरवाही साबित हुई।
अस्पताल संचालक मेडिकल छात्र और ड्यूटी डॉक्टर आयुर्वेदिक चिकित्सक
सीएमएचओ की जांच में यह तथ्य भी स्पष्ट हुआ कि अस्पताल संचालक डॉ. संजीव मेडिकल छात्र थे और अस्पताल में ड्यूटी डॉक्टर आयुर्वेदिक चिकित्सक थे। अस्पताल में तैनात नर्सिंग स्टाफ भी अपात्र था।