होटल-रेस्त्रां के खाने से होता है पेट दर्द …!
अल्सर और पेट के कैंसर का खतरा, वजह है एच. पाइलोरी; समझिए इससे बचने के उपाय …
इसके अलावा swiggy और zomato के ऐप मोबाइल पर हैं ही। जब मन किया फट से ऑर्डर कर लिया। आज कुछ तीखा खाने का मन हो रहा है, कल कुछ मीठा, रिलेटिव आए हैं, बच्चे का बर्थडे है, कल मां का बर्थडे है, परसों सासु मां का। इन तमाम बहानों के साथ मेरे ही तरह ज्यादातर लोग अक्सर बाहर का खाना खा ही लेते हैं।
अब इतना बाहर का खाना खा रहे हैं, तो पेट दर्द, कब्ज, एसिडिटी और दूसरी प्रॉब्लम्स होनी ही हैं। अजीब बात तो यह कि हम सब जानते हैं कि बाहर का खाना सेफ नहीं, फिर भी अपने फेवरिट रेस्टोरेंट, ढाबा और सड़क किनारे के दुकान चला रहे भईया के पास जाकर खाते हैं।
बाहर का खाना खाने के बाद तबीयत बिगड़ी, तो डॉक्टर ने क्या कहा?
जब अपनी इस प्रॉब्लम को लेकर मैं डॉक्टर के पास गई, तो पता चला कि एच. पाइलोरी भी पेट दर्द, सूजन का कारण हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया की आधी आबादी में एच. पाइलोरी है।
मेरी ही तरह अब आप कहेंगे कि यह क्या है? कोई बीमारी तो नहीं। यह एक तरह का बैक्टीरिया है। जो पाचन में गड़बड़ी कर सकता है।
एच. पाइलोरी कैसी गड़बड़ी करता है, इसका हमारे खानपान और डाइजेस्टिव सिस्टम से क्या रिश्ता है, यह सब जानेंगे आज जरूरत की खबर में…
सवाल 1- एच. पाइलोरी के बारे में डिटेल में बताएं?
जवाब- हेलिकोबैक्टर पाइलोरी जिसे लोग एच. पाइलोरी कहते हैं। ये एक यूनीक बैक्टीरिया है। यह अकेला ऐसा बैक्टीरिया है, जो पेट में रह सकता है और डेवलप भी हो सकता है।
पेट के एसिड के कारण बाकी बैक्टीरिया मर जाते हैं। इसके साथ ऐसा नहीं होता। 70% भारत की आबादी में एच पाइलोरी है। अगर लोगों को यह बात बता दो, तो उन्हें चिंता होने लगती है, लेकिन हर किसी को इसे लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
सवाल 2- एच. पाइलोरी से चिंता करने की जरूरत किन लोगों को है?
जवाब- जिन लोगों की फैमिली हिस्ट्री में पेट के कैंसर की प्रॉब्लम है, वो थोड़ा अलर्ट रहें। वैसी अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है और आप रोजाना स्ट्रीट फूड खाते हैं, रेस्टोरेंट में खाते हैं या ऑनलाइन खाना ऑडर्र करते हैं, तो आपको सजग रहने की जरूरत है।
आगे बढ़ने से पहले एक रिपोर्ट को पढ़ें
एक महीने बाहर खाने में 2500 रुपए खर्च कर देते हैं शहरी भारतीय
नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की फूड सर्विसेज रिपोर्ट के अनुसार, शहर में रह रहे भारतीयों को बाहर खाना खाने के लिए खास ओकेजन की जरूरत नहीं होती। उनका जब मन करता है वे बाहर से खाना ऑर्डर कर लेते हैं। बाहर खाने पर एक औसत शहरी भारतीय परिवार 2500 रुपए खर्च करता है।
दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई जैसे शहरों के लोग एक महीने में 3568 रुपए से ज्यादा खर्च करते हैं।
अब बाहर खाएंगे तो डाइजेशन की प्रॉब्लम होगी ही। ऐसे में जानते हैं कि कैसे माना जाएगा कि आपकी पाचन क्रिया सही तरह से काम कर रही है। तो चलिए जानते हैं…
सवाल 3- नॉर्मल डाइजेशन क्या है?
जवाब- नॉर्मल डाइजेशन होने पर व्यक्ति को अच्छी तरह से भूख लगेगी। वो ठीक से खाएगा और स्टूल पास भी आसानी से होगा। उसे किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी।
सवाल 4- कैसे पता चलेगा एच. पाइलोरी के लक्षण मुझ में हैं?
जवाब- आमतौर से एच. पाइलोरी इंफेक्शन के लक्षण पर दिखाई नहीं देते हैं। बच्चों में इसके लक्षण कई बार जल्दी दिख जाते हैं।
सवाल 5- अगर मुझे ऐसा लगे कि एच. पाइलोरी मेरे लिए दिक्कत हो गई है, तो कौन-कौन से टेस्ट करवा सकते हैं?
जवाब- ब्लड टेस्ट, स्टूल टेस्ट, एंडोस्कोपी या बायोप्सी जैसे टेस्ट से इसका पता चल जाता है, लेकिन आप खुद ये टेस्ट न करवाएं। पहले किसी गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट को दिखाएं और उनकी सलाह से ही टेस्ट करवाएं।
ऐसी स्थिति में बच्चों में एच. पाइलोरी इंफेक्शन होने की आशंका ज्यादा होती है
- एक घर में जहां बहुत ज्यादा लोग रहते हों।
- जहां साफ रनिंग वॉटर की सप्लाई न हों।
- भीड़भाड़ वाले इलाके जैसे-झुगी झोपड़ी, बस्ती।
- किसी एच. पाइलोरी इंफेक्शन वाले व्यक्ति के कॉन्टैक्ट में आ जाए।
एच पाइलोरी इंफेक्शन की वजह से ये कॉम्प्लिकेशंस हो सकती हैं
अल्सर
एच. पाइलोरी पेट और छोटी आंत की प्रोटेक्टिव लाइन को नुकसान पहुंचा सकता है। यह पेट के एसिड को अल्सर यानी घाव बना देता है।
सूजन
एच. पाइलोरी इंफेक्शन पेट पर असर डालता है। जिससे जलन और सूजन (गैस्ट्राइटिस) हो सकती है।
पेट का कैंसर
एच. पाइलोरी इंफेक्शन की वजह से कुछ प्रकार के पेट के कैंसर हो सकते हैं।
अंत में एच. पाइलोरी इंफेक्शन से बचने के उपाय जान सकते हैं
- इंफेक्शन से बचने के लिए अपने हाथों को धोएं।
- यह इंफेक्शन, दो लोगों के आपसी कॉन्टैक्ट, खाने और पानी से फैल सकता है, इसलिए बाहर खाना खाने के पहले जरूर सोचें।
- बाहर का पानी न पिएं।
- सब्जियों को अच्छी तरह से धोने के बाद ही खाना बनाएं।
- अपनी लाइफस्टाइल हेल्दी रखें, तेल-मिर्च, मसाला ज्यादा न खाएं।
अगली बार जब मोबाइल उठाएं फूड ऐप से खाना ऑर्डर करने के लिए तो एच. पाइलोरी के बारे में जरूर सोचिएगा।