6 एयरबैग के बाद कितनी सुरक्षित हो जाएगी कार?
इस नए नियम के लागू होने के बाद जो लोग भी नई कार खरीदने वाले हैं उन्हें विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. नई गाड़ी खरीदने वाले ग्राहक इस नियम को देखते हुए 6 एयरबैग वाली कार खरीदें तो ज्यादा फायदा होगा.
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने आज यह ऐलान कर दिया कि अब कार कम्पनियों की अपनी गाड़ियों में कम से कम 6 एयरबैग देना अनिवार्य होगा. यह नया नियम 1 अक्टूबर 2023 से प्रभावी होगा. भारत सरकार ने पहले 14 जनवरी, 2022 को एक अधिसूचना जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि 1 अक्टूबर, 2022 के बाद निर्मित सभी एम1 श्रेणी (8 सीटों तक) के वाहनों में 6 एयरबैग होना अनिवार्य है. जिसके बाद लगातार कार निर्माता कम्पनियां सरकार से इस नियम के लिए थोड़े और अधिक समय की मांग कर रहीं थीं. वहीं कुछ कंपनियां नए मानकों के अनुसार 6 एयरबैग के साथ कारों को पेश करना शुरू भी कर चुकी हैं.
गडकरी ने कहा, “मोटर वाहन में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों की सुरक्षा उनकी लागत और वेरिएंट की परवाह किए बिना सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है, ऑटो इंडस्ट्री द्वारा सामना की जा रही ग्लोबल सप्लाई चेन की समस्या और व्यापक आर्थिक परिदृश्य पर इसके प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, यात्री कारों (एम-1 श्रेणी) में न्यूनतम 6 एयरबैग अनिवार्य करने वाले प्रस्ताव को 01 अक्टूबर 2023 से लागू करने का निर्णय लिया गया है.”
नए नियम के बाद कितनी सुरक्षित हो जाएगी कार?
एम1 वाहन श्रेणी यानि यात्री वाहनों में यह नियम लागू होने के बाद आगे और पीछे दोनों कंपार्टमेंट में बैठे लोगों के सामने और पीछे से होने वाले टक्करों के असर को कम करने के लिए चार अतिरिक्त एयरबैग दिया जाना अनिवार्य है. इससे अब पहली रो के साथ पिछली रो में बैठे यात्रियों को सामने पीछे और साइड से भरपूर सुरक्षा मिलेगी.
इन चार अतिरिक्त एयरबैग्स में दो साइड बाय साइड टोरसो एयरबैग और दो साइड कर्टेन बाय ट्यूब एयरबैग शामिल होंगे जो कार के सभी यात्रियों को सुरक्षा देंगे. गडकरी ने कहा कि भारत में मोटर वाहनों को पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है.
नई गाड़ी खरीदने वाले लोग हो जाएं सावधान
इस नए नियम के लागू होने के बाद जो लोग भी नई कार खरीदने वाले हैं उन्हें विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. नई गाड़ी खरीदने वाले ग्राहक इस नियम को देखते हुए उन्हीं गाड़ियों को चुनने पर विशेष बल दें. जिनमें इन नियमों का पालन किया गया हो. इस नियम के आने के बाद हो सकता है कि कार निर्माता कंपनियां इन मानकों को पूरा न करने वाली अपनी गाड़ियों को कुछ विशेष छूट के साथ बिक्री करने की कोशिश करें, लेकिन कुछ पैसों की बचत के चक्कर में जिंदगी की सुरक्षा के साथ समझौता करना सही फैसला नहीं होगा.