ग्वालियर : कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा, निगम लापरवाह.बड़े बाजार की 1500 दुकानें ..!

कभी भी ढह सकती हैं बड़े बाजार की 1500 दुकानें

कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा, निगम लापरवाह… नोटिस तैयार, लेकिन जर्जर भवन मालिकों तक पहुंचाए नहीं, खुद के कार्यालय-दुकानें खस्ताहाल

ग्वालियर. शहर में आमजन को सुरक्षा व जागरूकता का पाठ पढ़ाने वाला नगर निगम अपने खुद के जर्जर क्षेत्रीय कार्यालय व दुकानों की मरम्मत भी नहीं करा पा रहा है। ये कभी भी ढह सकते हैं. जबकि आमजन के मकान की एक शिकायत आते ही भवन शाखा के जिम्मेदार कार्रवाई करने पहुंच जाते हैं। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर निगम व निगम का राजस्व विभाग किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा हैं।

महाराज बाड़ा क्षेत्र की नेहरू मार्केट, न्यू सुभाष मार्केट, खुर्जे वाला मोहल्ला, हनुमान टॉकिज के पास पुरानी मल्टी, मुरार की भगत सिंह मार्केट, बारादरी मार्केट, खुला संतर व हजीरा क्षेत्र की चूड़ी मार्केट व आजाद मार्केट भी जर्जर दुकानें जर्जर स्थिति में हैं। इसके साथ ही क्षेत्रीय कार्यालय क्रमांक 19, 16, 02, 23, 13, 8 और 9 भी जर्जर हाल में है। यहां कार्य करने वाले कर्मचारी व क्षेत्रीय अधिकारी भी कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्यालय को अन्य स्थान पर शिफ्ट करने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।

मार्केट में दुकानें पड़ी हैं जर्जर

नगर निगम के राजस्व विभाग द्वारा ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व व दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में 1500 के करीब दुकानें क्षेत्र में बनी हुई हैं। इन दुकानों से निगम को हर महीने करोड़ों रुपए की इनकम भी होती है लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते महाराज बाड़ा क्षेत्र के नेहरू मार्केट, न्यू सुभाष मार्केट, गांधी मार्केट, टोपी मार्केट, इंद्रा मार्केट, दौलतगंज, खुर्जेवाला मोहल्ला, हनुमान टॉकिज के पास पुरानी मल्टी, मोचीओली, मुरार क्षेत्र की भगत सिंह मार्केट, बारादरी मार्केट, खुला संतर व हजीरा क्षेत्र की चुड़ी मार्केट, आजाद मार्केट जर्जर व खस्ताहाल में बनी हुई है। यह दुकानें करीब 1975 के समय बनाई गई थीं। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

वहीं निगम के राजस्व विभाग के लोकेंद्र चौहान को अभी तक यह पता ही नहीं है कि तीनों विधानसभा क्षेत्र में कितनी दुकानें जर्जर स्थिति में है। उनका कहना है कि जर्जर दुकानों की रिपोर्ट तैयार करवाई जा रही है।

शहर में जर्जर भवनों को लेकर भी नगर निगम के जिम्मेदार गंभीर नहीं है। स्थिति यह है कि निगम सीमा क्षेत्र की चारों विधानसभा में 200 से अधिक जर्जर हैं। निगम के क्षेत्रीय अधिकारी व भवन अधिकारी ने लिस्ट भी तैयार कर ली है। लेकिन भवन स्वामी से सांठगांठ करने के चलते आज तक किसी भी भवन स्वामी को नोटिस जारी नहीं किया गया।

इस संबंध में नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल बताते हैं कि मैंने राजस्व विभाग व भवन शाखा के अधिकारियों को जर्जर क्षेत्रीय कार्यालय व दुकानों का सर्वे कर लिस्ट तैयार करने के लिए कहा है। लिस्ट आने के बाद मार्केट को तोड़कर नया कॉम्पलेक्स बनाया जाएगा।

नगर निगम के 25 क्षेत्रीय कार्यालय से क्षेत्रीय क्रमांक 2, नौमहला, 13 मोतीमहल, 23 पुरानी छावनी, 19 महाराज बाड़ा गोरखी स्क्वॉड के पास, 16 जीवाजीगंज, 8 मुरार अल्पना टॉकिज के पास व क्षेत्रीय कार्यालय क्रमांक 9 मुरार क्षेत्र जर्जर व बदहाल स्थिति में पड़े हुए हैं। यहां कार्य करने वाले कर्मचारी व अधिकारी भी कई बार निगम आयुक्त से कार्यालय को शिफ्ट करने की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।

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