ग्वालियर : जिले के 50% स्कूलों में खेल मैदान नहीं …!
जिले के 50% स्कूलों में खेल मैदान नहीं, जिनमें हैं वहां गंदगी पसरी
जिले के करीब 50 फीसदी स्कूलों में छात्रों के खेलने के लिए मैदान नहीं हैं। जिन स्कूलों में हैं भी तो वहां सफाई नहीं होने से गंदगी के कारण बच्चे खेल नहीं पाते…
ग्वालियर. जिले के करीब 50 फीसदी स्कूलों में छात्रों के खेलने के लिए मैदान नहीं हैं। जिन स्कूलों में हैं भी तो वहां सफाई नहीं होने से गंदगी के कारण बच्चे खेल नहीं पाते हैं। शहर के बड़े स्कूलों में भी खेल मैदान सीमित हैं। कई स्कूलों में मैदान जर्जर हालात में हैं। इससे स्कूलों में खेल सामग्री होने के बाद भी उसका समुचित उपयोग नहीं हो पा रहा है। जबकि स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेलो इंडिया अभियान चल रहा है। जिले में 2964 शासकीय स्कूल हैं, इनमें मुश्किल से 1500 के करीब स्कूलों में खेल मैदान हैं। जिले के शासकीय स्कूलों में करीब तीन लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। प्राइमरी और मिडिल कक्षाओं में छात्रों की संख्या करीब डेढ़ लाख है।
सिर्फ 200 खेल प्रशिक्षक हैं
प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। खेल गतिविधियों के लिए तमाम प्रकार की योजनाएं बनाई गई हैं। इनके लिए काफी बजट भी खर्च किया जा रहा है। लेकिन जिले के अधिकतर शासकीय स्कूलों में खेल शिक्षक ही नहीं हैं। जिले में 200 के करीब ही खेल प्रशिक्षक बताए गए हैं। ऐसे में स्कूलों में खेल गतिविधियां कैसे होंगी, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। खेल गतिविधियों के लिए तमाम प्रकार की योजनाएं बनाई गई हैं। इनके लिए काफी बजट भी खर्च किया जा रहा है। लेकिन जिले के अधिकतर शासकीय स्कूलों में खेल शिक्षक ही नहीं हैं। जिले में 200 के करीब ही खेल प्रशिक्षक बताए गए हैं। ऐसे में स्कूलों में खेल गतिविधियां कैसे होंगी, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
सीएम राइज पदमा विद्यालय में लगा गंदगी का ढेर
शासकीय सीएम राइज पद्मा विद्यालय में दो हजार के करीब छात्राएं अध्ययनरत हैं। लेकिन यहां खेल मैदान नहीं हैं। खेलने के लिए जो जगह है वहां काफी गंदगी है। यहां छात्राओं के लिए लगाए गए उपकरण भी खराब हो रहे हैं। खेल मैदान में काफी घास भी उग आई है।
शासकीय सीएम राइज पद्मा विद्यालय में दो हजार के करीब छात्राएं अध्ययनरत हैं। लेकिन यहां खेल मैदान नहीं हैं। खेलने के लिए जो जगह है वहां काफी गंदगी है। यहां छात्राओं के लिए लगाए गए उपकरण भी खराब हो रहे हैं। खेल मैदान में काफी घास भी उग आई है।
गजराराजा में खेल मैदान में बारिश का पानी भरा
शहर के दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का दूसरा बड़ा विद्यालय होने के बाद भी गजराराजा विद्यालय में खेल मैदान गंदगी से पटा है। मैदान में बारिश का पानी जमा हो गया है, इससे छात्राएं यहां खेल नहीं पा रही हैं।
शहर के दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का दूसरा बड़ा विद्यालय होने के बाद भी गजराराजा विद्यालय में खेल मैदान गंदगी से पटा है। मैदान में बारिश का पानी जमा हो गया है, इससे छात्राएं यहां खेल नहीं पा रही हैं।
जीवाजीराव विद्यालय में मैदान छोटा
जीवाजी राव विद्यालय में खेल मैदान तो है, लेकिन वह बच्चों के हिसाब से काफी छोटा है। विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने से सभी छात्र-छात्राएं खेल मैदान का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। खेलने के लिए रखे उपकरण भी खराब हो रहे हैं।
जीवाजी राव विद्यालय में खेल मैदान तो है, लेकिन वह बच्चों के हिसाब से काफी छोटा है। विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने से सभी छात्र-छात्राएं खेल मैदान का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। खेलने के लिए रखे उपकरण भी खराब हो रहे हैं।
मैदानों का निरीक्षण करेंगे
खेल मैदान को लेकर विभागीय स्तर पर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही सभी खेल मैदान का निरीक्षण कर वहां सफाई करवाकर उपकरण भिजवाए जाएंगे। इसको लेकर इसी सप्ताह बैठक आयोजित की जाएगी।
अजय कटियार, जिला शिक्षा अधिकारी
खेल मैदान को लेकर विभागीय स्तर पर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही सभी खेल मैदान का निरीक्षण कर वहां सफाई करवाकर उपकरण भिजवाए जाएंगे। इसको लेकर इसी सप्ताह बैठक आयोजित की जाएगी।
अजय कटियार, जिला शिक्षा अधिकारी