भुखमरी में 107वें स्थान पर भारत, राहुल ने PM मोदी पर साधा निशाना …
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि भारत में भुखमरी नहीं बढ़ रही है बल्कि दूसरे देशों में लोगों को भूख ही नहीं लग रही है.
ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की रैंकिंग को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने सरकार पर असलियत से जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए कहा कि भारत में भुखमरी नहीं बढ़ रही है बल्कि दूसरे देशों में लोगों को भूख ही नहीं लग रही है.राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘भूख और कुपोषण में भारत 121 देशों में 107वें स्थान पर! अब प्रधानमंत्री और उनके मंत्री कहेंगे, ‘भारत में भुखमरी नहीं बढ़ रही है बल्कि दूसरे देशों में लोगों को भूख ही नहीं लग रही है.’ RSS-BJP कब तक असलियत से जनता को गुमराह कर, भारत को कमज़ोर करने का काम करेगी?
तमाम विपक्षी नेताओं ने की मोदी सरकार की आलोचना
रैंकिंग जारी होने के बाद कई विपक्षी नेताओं ने मोदी सरकार की आलोचना की. तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘कुछ चुनिंदा लोगों के लिए अच्छे दिन और अमृत काल. शेष भारत के लिए डबल इंजन आपदा. भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए मोदी जी को धन्यवाद.’ वहीं, ओवैसी ने सवाल करते हुए तंज कसा और लिखा, ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स ने भारत को 107/121 पर स्थान दिया. मोदी सरकार ने सूचकांक को ‘गलत सूचना’ और ‘भारत की छवि को धूमिल करने’ के लगातार प्रयास का हिस्सा बताया. यह रिपोर्ट मोदी सरकार के अपने डेटा पर आधारित है, क्या यह भी भारत की छवि खराब करने की साजिश है?’
‘2013 में ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 63वें स्थान पर था’
कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट कर कहा, ‘2013 में ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 63 वें स्थान पर था. अब 2022 में हम 121 देशों की सूची में 107 वें स्थान पर पहुंच गए हैं. यह दयनीय है! क्या मोदी का यही मतलब था जब उन्होंने कहा था ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा?’ बता दें कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत को 107वें स्थान पर रखा गया है. पिछले साल की तुलना में भारत छह स्थान और नीचे चला गया है. 121 देशों में भारत का यह स्थान है.
दक्षिण एशियाई देशों में भारत की स्थिति युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से कुछ बेहतर है. अफगानिस्तान इस लिस्ट में 109वें स्थान पर है. हालांकि, भारत सरकार ने ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022 को खारिज किया है. भारत ने इस रिपोर्ट को लेकर कहा है कि यह देश की छवि खराब करने का प्रयास है.