ग्वालियर :आउटसोर्स भर्ती घोटाला ..!
जांच के लिए रिकाॅर्ड उपलब्ध नहीं करा पा रहे जिम्मेदार …
आउटसोर्स भर्ती घोटाले की जांच के लिए जांच समिति को नगर निगम के जिम्मेदारों ने अभी तक रिकार्ड उपलब्ध नहीं करा पाया है। महापौर डॉ. शोभा सिकरवार के नेतृत्व में बनी जांच समिति की बैठक 28 सितंबर को हुई थी और समिति के सदस्यों ने निगम के अधिकारियों से आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती से संबंधित 40 महीने का रिकाॅर्ड मांगा था।
इससे पहले निगमायुक्त किशोर कन्याल ने मामले की प्रारंभिक जांच कराई तो उसमें भी गड़बड़ियां सामने आईं। इस पर 58 आउटसाेर्स कर्मचारियों की सेवाएं राज सिक्योरिटी एजेंसी को वापस कर दी गईं। एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सहित दो कर्मचारियों को निलंबित किया गया। अधिकारियों ने जब पूरे मामले पर धूल डालने की कोशिश की तो महापौर ने इस मामले की जांच कराने के लिए एमआईसी की बैठक में जांच समिति बनाकर जांच कराने का काम शुरू किया।
जानकारी के साथ सौंपा अधिनियम
मंगलवार को जांच समिति को आउटसोर्स कर्मचारियों से संबंधित जानकारी के दस्तावेज उपलब्ध कराए। समिति के सदस्य सेवा निवृत्त लेखाधिकारी दिनेश बाथम को अधिनियम भी उपलब्ध कराया। अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता ने कहा कि कुछ विभागों की जानकारी शेष रह गई है, वह 7 नवंबर तक उपलब्ध करा दी जाएगी।
गड़बड़ी करने वालों को बख्शेंगे नहीं
इस मामले की विस्तृत जांच कराई जाएगी। मैं जल्द ही ग्वालियर आकर संबंधित अधिकारियों से इस मामले में चर्चा करूंगा। इस तरह की गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
-तुलसीराम सिलावट, प्रभारी मंत्री
आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती को लेकर समिति ने 40 माह का रिकार्ड मांगा था। निगम के 60 में से 45 विभागों की जानकारी आ गई है। शेष के लिए 7 नवंबर तक का समय दिया गया है।
-डॉ. शोभा सिकरवार, महापौर