जानलेवा बनी दिल्ली-NCR की हवा, बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण
दिवाली के पटाखों और हरियाणा-पंजाब के किसानों के द्वारा पराली जलाये जाने की वजह से दिल्ली-एनसीआर के हवा का स्तर बेहद ही खतरनाक हो चुका है। प्रदूषण बोर्ड ने आने वाले दिनों में और भी हालात बिगड़ने की चेतावनी जारी की है।
दिल्ली-एनसीआर की आवोहवा बेहद ही खतरनाक हो चली है। पूरा इलाका एक तरह से धुंए की भट्टी बन चुका है। यहां एक निवासी सांस लेते हुए ऑक्सीजन कम धुआं ज्यादा ले रहे हैं। दिल्ली-नोयडा समेत प्रदूषण का स्तर बेहद ही खतरनाक हो चला है। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर और भी बढ़ेगा
रविवार सुबह आए आंकड़ो के अनुसार, दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 373 AQI को पार कर चुका है। वहीं गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर 362 हो चला है। वहीं नोयडा में प्रदूषण का स्तर 359 AQI पहुंच गया है। वहीं हरियाणा के गुरुग्राम में प्रदूषण 354 AQI तक पहुंच गया है। वहीं हरियाणा के ही फरीदाबाद में प्रदूषण का स्तर 400 के पार पहुंचकर 414 AQI हो गया है।
अगले 6 दिनों ख़राब श्रेणी में रहेगी हवा की गुणवत्ता
दिवाली के बाद से दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब हो गई है, आशंका है कि अगले छह दिनों तक जहरीली हवाओं से राहत मिलने की उम्मीद नहीं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता शुक्रवार को बेहद खराब श्रेणी में रही। वहीं 29 से 31 अक्तूबर तक हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रहने की आशंका है। अगले छह दिनों के लिए भी हवा की गुणवत्ता बड़े पैमाने पर बेहद खराब से खराब श्रेणी में रहने की आंशका जाहिर की गई है।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कई कारण हैं। जिनमें से सबसे बड़ा कारण हरियाणा और पंजाब के किसानों के द्वारा जलाये जाने वाली पराली एक है। बोर्ड के अनुसार, पंजाब और हरियाणा के कई क्षेत्रों में लगातार पराली जलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं।
जानिए AQI के अलग अलग स्तर के बारे में
शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI ‘गंभीर’ माना जाता है।