चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के गठन का ब्लू प्रिंट तैयार करेगा पैनल, जनरल रावत हो सकते हैं पहले सीडीएस
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के नए पद का ऐलान किया है। ऐसा माना जा रहा है कि सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत पहला सीडीएस हो सकते हैं।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के गठन का ब्लू प्रिंट तैयार पैनल
वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति की प्रक्रियाओं को लेकर एक उच्च स्तरीय ‘लागू करनेवाली समिति’ (Implementation Committee) का गठन किया गया है।
यह समिति नवंबर 2019 में अपनी रिपोर्ट देगी। ‘लागू करनेवाली समिति’ में रक्षा सचिव, चीफ ऑफ इंटिग्रेटेड डिफेंस स्टाफ टू द चेयरमैन स्टाफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के साथ ही सदस्य शामिल होंगे।
26वें सेनाध्यक्ष जनरल रावत दिसंबर 2019 में रिटायर कर रहे हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा सीनियर मिलिट्री कमांडर होने के चलते ऐसा संभव है कि उन्हें पहला सीडीएस बनाया जाए।
हालांकि, यह अभी साफ नहीं है कि सीडीएस तीनों सेना प्रमुखों के ऊपर होंगे या फिर अन्य तीनों सेना प्रमुखों के बराबर का रैंक होगा। सरकार में इसको लेकर भिन्न मत है। इसी तरह, सीडीएस का कार्यकाल भी अभी स्पष्ट नहीं है।
एक सीनियर अधिकारी ने बताया- कुछ अहम चीजें जैसे- विदेश समन्वय, रक्षा से जुड़ी पोस्टिंग और टास्क, ट्रेनिंग, बलों का प्रबंधन ये सभी तीन अंगों की तरफ से अलग से होती है, यह निश्चित तौर पर सीडीएस के अंतर्गत आएगी। प्रबंधन और ट्रेनिंग के लिए हेलीकॉप्टर जिसका तीनों सेना के अंगों के जरिए इस्तेमाल किया जाता है, यह भी निश्चित तौर पर सीडीएस के तहत आएगा।
पूर्व इंटिग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (आईडीएस) लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया- ये सभी चीजें लागू करनेवाली समिति की तरफ से देखी जाएंगी और आखिरकार राजनीतिक फैसला लिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि क्या सीडीएस की नॉन ऑपरेशनल चीजों में भी कोई भूमिका होगी, इस बारे में राजनीतिक नेतृत्व को तय करना है।