लाल किले से पीएम मोदी: 92 मिनट के भाषण में 75 दिन का दिया हिसाब, 5 साल का प्लान भी समझाया, पढ़ें- सभी बड़ी बातें
नई दिल्ली: 73वें स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले किले की प्राचीर पर आज प्रधानमंत्री मोदी ने तिरंगा फहराया. इसके बाद अपने देश के नाम संबोधन में उन्होंने 70 दिन की बड़ी उपलब्धियों को जनता के सामने रखा. उन्होंने कहा कि सरकार देश के विकास के लिए कड़े कदम उठाने से कभी पीछे नहीं हटेगी. पीएम ने कहा कि सरकार के दूसरे कार्यकाल के 10 हफ्ते के भीतर ही कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इसमें जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 का हटना और तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने जैसे कदम भी शामिल हैं. प्रधानमंत्री ने लाल किले से सैन्य सुधार की दिशा में भी बड़ा एलान किया. पीएम मोदी ने एलान किया कि तीनों सेनाओं के नेतृत्व के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ का पद बनाया जाएगा. जानें पीएम मोदी ने अपने भाषण में और क्या एलान किए….
पीएम ने की ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ’ का पद बनाने की घोषणा
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने सेना के तीन अंगों के प्रमुख के तौर पर ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ’ (सीडीएस) का पद बनाने का एलान किया. उन्होंने कहा कि सीडीएस सेना के तीनों अंगों के बीच तालमेल सुनिश्चित करेगा और उन्हें प्रभावी नेतृत्व देगा. प्रधानमंत्री ने कहा, ”हमारी सरकार ने फैसला किया है कि अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ का पद सृजित होगा.” 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद देश की सुरक्षा व्यवस्था में कमियों का पता लगाने के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की नियुक्ति की पैरवी की थी. इसके अलावा कुछ अन्य कमेटियों ने भी इसके लिए सिफारिश की थी.
जनसंख्या विस्फोट पर पीएम ने जताई चिंता, कहा- भविष्य की पीढ़ी के लिए संकट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में जनसंख्या विस्फोट पर चिंता जताते हुए लाल किले से कहा कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए नयी चुनौतियां पेश करता है. पीएम मोदी ने कहा कि इससे निपटने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों को कदम उठाने चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”बेतहाशा बढ़ रही जनसंख्या चिंता का विषय है और समाज का एक छोटा वर्ग जो अपना परिवार छोटा रखता रहा है, वह सम्मान का हकदार है. जो वे कर रहे हैं वह एक प्रकार की देशभक्ति है.” मोदी ने कहा कि अगर जनता शिक्षित और स्वस्थ है तो देश भी शिक्षित और स्वस्थ बनेगा. यह पहली बार है जब मोदी ने जनसंख्या का मुद्द उठाया है. हालांकि भाजपा के कुछ नेता इस पर खुल कर बात करते हैं.
पीएम बोले- एक भारत-श्रेष्ठ भारत के लिए एक एक राष्ट्र, एक चुनाव जरूरी
लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराने की जरूरत पर एक बार फिर जोर दिया. पीएम ने कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की अवधारणा देश को महान बनाने के लिए आवश्यक है. उन्होंने कहा कि आज भारत एक साथ चुनाव कराने के बारे में बात कर रहा है जो अच्छी बात है. पिछले साल अगस्त में विधि आयोग ने लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की सिफारिश की थी ताकि जनता के धन को बचाया जा सके. इस संबंध में एक मसौदा, कानून मंत्रालय को सौंपा जा चुका है. हालांकि उसमें यह भी कहा गया है कि संविधान के मौजूदा स्वरूप में एक साथ चुनाव संभव नहीं हैं. केंद्र पिछले कुछ समय से इस विचार पर काम कर रहा है.
अगले पांच साल में पांच ट्रिलियन अर्थव्यवसअथा संभव- पीएम
प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से अपनी सरकार के पांच ट्रिलियन के लक्ष्य के बारे में भी विस्तार से चर्चा की. पीएम मोदी ने कहा, ”130 करोड़ देशवासी अगर छोटी चीजों को लेकर भी चल पड़े तो सपना साकार हो जाएगा. कई लोगों को मुश्किल भी लग सकता है लेकिन अगर कदम नहीं उठाएंगे तो आगे कैसे बढ़ेंगे. आजादी के सत्तर साल बाद 2 ट्रिलियन की अर्थव्यस्था पर पहुंचे थे लेकिन 2014 से 2019 के बीच हम लोग दो से तीन ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गए. आने वाले पांच साल में हम पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी पर पहुंच सकते हैं. मैं मानता हूं अनेक क्षेत्र हैं जो पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लिए भारत को एक नई शक्ति दे सकते हैं. आज हमारे लिए गर्व का विषय है कि महंगाई को कंट्रोल करके विकास दर को आगे बढ़ा रहे हैं.”
पीएम की किसानों से अपील- रासायनिक उर्वरक का इस्तेमाल बंद करें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से पर्यावरण अनुकूल खेती पर जोर दिया. उन्होंने किसानों से धीरे-धीरे रसायनिक उर्वरकों के उपयोग को घटाने और अंतत: उसका उपयोग बंद करने आह्वान किया. मोदी ने कहा कि रसायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अधिक उपयोग से धरती नष्ट हो रही है. मोदी ने कहा, ”क्या हमने धरती मां की सेहत के बारे में कभी सोचा है? जिस तरीके से हम रसायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग कर रहे हैं, हम धरती को नष्ट कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, ”हमारा किसानों से आग्रह है…हम आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं. क्या हम अपने खतों में रसायनिक उर्वरकों के उपयोग में 10 से 25 प्रतिशत की कमी ला सकते हैं?” उन्होंने कहा कि अंतत: हमारा लक्ष्य इसके उपयोग को पूरी तरह समाप्त करने पर होना चाहिए.
अनुच्छेद 370: पीएम बोले- हम समस्याओं ना पालते हैं, ना टालते हैं
लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए आज उन्होंने कहा, ”हम समस्याओं को टालते भी नहीं और पालते भी नहीं हैं. अब न टालने का समय है और न ही पालने का समय है. सरकार बनने के 70 दिनों भीतर संसद के दोनों सदनों ने अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाने का निर्णय का अनुमोदन किया.” पीएम ने कहा कि देशवासियों ने जो काम दिया, हम उसे पूरा कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन को लेकर हर सरकार ने कुछ न कुछ प्रयास किया, लेकिन इच्छा के अनुरूप परिणाम नहीं मिले. पीएम मोदी ने कहा, ”जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के सपनों को पंख लगें, यह हम सबकी जिम्मेदारी है.” पीएम ने कहा कि नई सरकार को 10 हफ्ते भी नहीं हुए हैं, लेकिन इस छोटे से कार्यकाल में सभी क्षेत्रों में हर प्रयास को बल दिए गए हैं, हम पूरे समर्पण के साथ सेवारत हैं.
पीएम का इशारों में कांग्रेस पर हमला, कहा- अनुच्छेद 370 को स्थाई क्यों नहीं किया?
पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर इशारे में कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों पर भी निशाना साधा. उन्होंने बिना नाम लिए कहा, ”जो लोग 370 के पक्ष में वकालत करते हैं उनसे देश पूछ रहा है कि ये अगर ये अनुच्छेद इतना महत्वपूर्ण था तो 70 साल तक प्रचंड बहुमत होने के बाद भी उसे स्थायी क्यों नहीं किया, अस्थाई क्यों बनाए रखा. अगर इतना ही भरोसा है तो आगे आकर इसे स्थाई कर देते. इसका मतलब है कि आपको भी पता है कि जो हुआ है वो सही नहीं हुआ है लेकिन सुधार करने की आपमें हिम्मत और इरादा नहीं था. मेरे लिए देश का भविष्य ही सबकुछ है राजनीतिक भविष्य कुछ नहीं है. सरदार पटेल जैसे महापुरुषों ने कठिन समय में भी फैसले लिए, लेकिन अनुच्छेद 370 के कारण कुछ रुकावटें भी आईं. आज जब लाल किले से मैं देश को संबोधित कर रहा हूं तो मैं गर्व के साथ कहता हूं कि आज हर हिंदुस्तानी गर्व के साथ कह सकता है- एक देश, एक संविधान.”
बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 100 लाख करोड़ निवेश करेगी सरकार- पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार आधुनिक बुनियादी ढांचा के विकास पर पांच साल में 100 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इससे देश की अर्थव्यवस्था का आकार करीब दोगुना कर 5,000 अरब डॉलर पहुंचाने में मदद मिलेगी. पीएम ने कहा कि भारत को कारोबार सुगमता की रैंकिंग में 50 शीर्ष देशों की सूची में शामिल करने के लिये निरंतर सुधारों को आगे बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा, ”हमारा अगले पांच साल में देश की अर्थव्यवस्था का आकार करीब दोगुना कर 5,000 अरब डॉलर करने का लक्ष्य है. कुछ के लिये यह मुश्किल लगता है. लेकिन हमने पिछले पांच साल (भाजपा शासन) में (वार्षिक जीडीपी में) 1,000 अरब डॉलर जोड़ा जबकि पिछले 70 साल में 2,000 अरब डालर जोड़ा गया. इसको देखते हुए यह लक्ष्य हासिल करना मुश्किल नहीं है.”
पीएम की देश से अपील- सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में लोगों से प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल नहीं करने और इससे दूर रहने का आग्रह किया. संबोधन से पहले प्रधानमंत्री ने लाल किले पर ध्वजारोहण किया. पीएम मोदी ने कहा, ”मैं आज आपके सामने एक छोटी से अपेक्षा रखना चाहता हूं, क्या हम भारत को सिंगल यूज़ प्लास्टिक से मुक्ति दिला सकते हैं. दो अक्टूबर को प्लास्टिक विदाई देने की दिशा में पहला मजबूत कदम उठा सकते हैं. मैं स्टार्टअप वालों को, उद्यमियों को और टेक्निशियन को आग्रह करता हूं कि प्लास्टिक के रिसाइकिल के लिए क्या कर सकते हैं. मैं सभी दुकानकारों से आग्रह करूंगा कि आप अपनी दुकान पर एक बोर्ड लगाइए कि कृपया हमसे प्लास्टिक के थैले की अपक्षा ना करें, आप अपने घर से प्लास्टिक का थैला लेकर आइए. इस बार दिवाली पर लोगों को गिफ्ट के रूप में प्लास्टिक के थैले गिफ्ट करें. जूट के थैले होंगे तो किसान की मदद होगी, छोटे छोटे काम गरीब विधवा मां की मदद करेंगे.”
भ्रष्टाचार दीमक की तरह, व्यवस्था चलाने वालों दिन गिमाग में बदलाव जरूरी- पीएम
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और कालाधन समाप्त करने के लिये उठाया गया हर कदम स्वागत योग्य है क्योंकि इन समस्याओं के कारण देश को पिछले 70 साल में काफी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा ”हम हमेशा ईमानदारी को पुरस्कृत करेंगे.” भ्रष्टाचार दीमक की तरह हमारी जिंदगी में घुस चुका है, बीमारी इतनी फैली है कि इसे ठीक होने में काफी समय लग रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा, ”आपने देखा होगा, इस बार आते ही सरकार में बैठे अच्छे अच्छे लोगों की छुट्टी कर दी गई. हमारे अभियान में जो रुकावट बनते थे उनसे कहा गया कि आप अपना कारोबार कर लीजिए, अब देश को आपकी सेवाओं की जरूरत नहीं है. मैं मानता हूं कि व्यवस्थाओं में बदलाव होना चाहिए लेकिन साथ साथ सामाजिक जीवन में भी बदलाव होना चाहिए. सामाजिक जीवन में बदलाव के साथ ही व्यवस्थाओं को चलाने वालों के दिल दिमाग में बदलाव बहुत अनिवार्य होता है, तभी हम इच्छित परिणामों को प्राप्त कर सकते हैं.”
जल संकट को लेकर सरकार चिंतित, ‘जल जीवन मिशन’ में खर्च होंगे 3.5 लाख करोड़
पीएम मोदी ने लाल किले से जल संकट पर भी चिंता जताई, पीएम मोदी ने कहा कि गरीबों को गरीबी से बाहर लाने की दिशा में बहुत सफल प्रयास हुए हैं. आजादी के 70 साल में बहुत सारे काम सब सरकारों ने अपने अपने तरीके से किए हैं. लेकिन ये भी सच्चाई है कि आज देश में आधे घर ऐसे हैं जिनमें पीने का पानी उपलब्ध नहीं है. इसलिए हमारी सरकार ने हर घर को जल कैसे मिले इस दिशा में काम करने वाली है. इसके लिए मैं लाल किले घोषित करता हूं कि आने वाले दिनों में हम ‘जल जीवन मिशन’ को आगे लेकर चलेंगे. इसके लिए आने वाले वर्षों में साढ़े तीन लाख करोड़ से ज्यादा की रकम इस मिशन के लिए खर्च करने का संकल्प किया है. पीएम ने कहा कि इस विश्वास के साथ बढ़ें कि पानी के क्षेत्र में जितना काम हुआ है, अगले 5 साल में चार गुना से भी ज्यादा काम करना होगा.
ईज़ ऑफ लिविंग: पीएम बोले- ना सरकार दबाव हो और ना ही अभाव हो
प्रधानमंत्री ने लाल किले से ‘ईज़ ऑफ लिविंग’ की भी बात की. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम ऐसी व्यवस्था बनाना चाहते हैं जिसमें लोगों पर सरकार का दबाव ना हो. उन्होंने कहा, ”मैं अपने अफसरों के बीच अक्सर कहता हूं कि आजादी के इतने सालों के बाद रोजमर्रा की जिदंगी में सराकरों की दखल को सामान्य मानव के जीवन में कम और खत्म नहीं कर सकते. आजाद भारत से मेरा मतलब ये है कि धीरे धीरे सरकारें लोगों की जिंदगी से बाहर आएं. लोग अपनी जिंदजी जीने के लिए और आगे बढ़ने के लिए सारे रास्ते कुले होना चाहिए. ऐसा सिस्टम हमें बनाना पड़ेगा. सरकार का दबाव नहीं होना चाहिए साथ साथ जहां मुसाबत का पल हो तो सरकार का अभाव भी नहीं होना चाहिए. लेकिन हम सपनों को लेकर आगे बढ़ें और सरकार हमारे साथ हो. हमने गैरजरूरी कई कानूनों को खत्म किया, पिछली सरकार में हर दिन मैंने एक गैर जरूरी कानून खत्म किए थे. नई सरकार के 10 हफ्ते में 60 गैरजरूरी कानूनों को खत्म किया.”
लोग अब स्टेशन से खुश नहीं होते, पूछते हैं वंदे भारत कब आएगी- पीएम
लोगों की महत्वाकांक्षाओं में आ रहे बदलाव के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत में लोग रेलवे स्टेशन के प्रस्ताव भर से खुश नहीं होते बल्कि वे जानना चाहते हैं कि उनके इलाके में वंदेभारत एक्सप्रेस कब चलाई जाएगी. उन्होंने कहा, ”लोगों के सोचने का नजरिया बदल गया है. पहले, लोग रेलवे स्टेशन की योजना भर से खुश हो जाते थे, अब वे पूछते हैं कि उनके इलाके में वंदेभारत एक्सप्रेस कब आएगी. लोग केवल अच्छा रेलवे स्टेशन या बस अड्डा नहीं चाहते,वे पूछते हैं कि कब बेहतर हवाई अड्डा आएगा.” मौजूदा समय में वंदेभारत एक्सप्रेस दिल्ली-वाराणसी के बीच चलती है, दूसरी वंदेभारत एक्सप्रेस दिल्ली-कटरा के बीच चलाने की योजना है.