‘ये बिहार है, यहां लड़कियों की औकात…’ रोते-रोते ऐसा क्यों बोल गई ग्रेजुएट चायवाली?
पटना की फेमस ग्रेजुएट चाय वाली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें वह अपना काम बंद करने का ऐलान कर रही हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है.
बिहार की राजधानी पटना में स्थित वीमेंस कॉलेज के पास ‘ग्रेजुएट चाय वाली’ के नाम से स्टॉल लगाने वाली प्रियंका गुप्ता एक बार फिर सुर्खियों में हैं. वजह है पटना नगर निगम द्वारा उनका ठेला हटना और फिर रोते हुए उनका एक वीडियो वायरल होना. दरअसल, सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर चाय का ठेला लगाने वाली Graduate Chaiwali का ठेला अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत जब्त हो गया. इसके बाद उन्होंने रोते-बिलखते हुए एक वीडियो बनाया, जिसमें उन्होंने कहा कि बिहार में महिलाओं के लिए स्वावलंबी बनना गुनाह है.
वीडियो वायरल हुआ तो मिल गई जगह!
वायरल वीडियो में प्रियंका ने कहा, ‘आप सब लोग मुझे जानते ही होंगे ग्रेजुएट चाय वाली. सो कॉल्ड ग्रेजुएट चाय वाली. हद भूल गए थे हम अपना. मुझे लगा था कि हम बिहार में कुछ अलग रहे हैं, तभी आप लोग सपोर्ट कर रहे थे न. लेकिन हम अपनी हद भूल गए थे. ये बिहार है बिहार. यहां लड़कियों की औकात इतनी होती है कि बस वो लोग किचन तक सीमित रहती हैं. होना भी चाहिए. लड़कियों को आगे बढ़ने का कोई हक नहीं होता है.’
वह आगे कहती हैं, ‘यहां पटना में बहुत सारा कार्ट लगता है. अवैध तरीके से बहुत काम होता है पटना में. अवैध तरीके से शराब बेचा जाता है. लेकिन वहां सिस्टम एक्टिव नहीं होता है. कोई लड़की अगर अपना बिजनेस कर रही है तो उसको बार बार परेशान किया जाता है. हद भूल गए थे न हम अपनी. मेरी औकात बस चूल्हा चौका तक है. शादी करके बस अपने घर जाना. बिजनेस करना तो अधिकार ही नहीं है.’
प्रियंका ने आगे कहा, ‘जब मुझे नगर निगम से कमिश्नर सर से परमिशन मिला है कि हम वहां कुछ दिन के लिए लगा (ठेला) सकते हैं. बार-बार मेरा ठेला बिना इंफोर्म किए मेरा ठेला क्यों उठा लिया जा रहा है. हम हार मान रहे हैं सिस्टम के सामने. बिजनेस मेरे लिए नहीं है. जिन-जिन लोगों ने मेरा फ्रेंचाइजी बुक किया है. जा रहे हैं उन लोगों के पैसे वापस करने. कंपनी बंद करने जा रहे हैं. हम घर जा रहे हैं. थैंक्यू नगर निगम.’
अब प्रिंयका ने क्या कहा?
दूसरी ओर, प्रियंका ने इंस्टाग्राम पर दो पोस्ट किए हैं. इन पोस्ट में उन्होंने बताया है कि नगर निगम से उन्हें एक बार फिर से चाय का ठेला लगाने की इजाजत मिल गई है. उन्होंने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा, ‘मुझे एक नई जगह अलॉट की गई है…वहां मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं होगा. हम भी शांति से काम करना चाहते हैं…बार-बार ये सब नहीं चाहिए इसलिए अब एक प्रोपर जगह मिल गया है. कल मेरा कार्ट वहां लग जाएगा…कल हम लोकेशन अपडेट करते हैं. आप लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद मुझे सपोर्ट करने के लिए.
वहीं, एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘आज जो कुछ भी हुआ उससे मैं बहुत परेशान हो गई थी. लेकिन कहते हैं न कि जिंदगी बिल्कुल आसान नहीं होती है. मुझे पता चल गया कि मैं हार नहीं मान सकती हूं क्योंकि इतने सारे लोगों का सपोर्ट है. बहुत सारे लोगों की उम्मीदें टूट जाएंगी. मैं अपनी चीजों को लेकर इमोशनल हूं. अभी ये तो कुछ भी नहीं है आगे और भी परेशानी आएंगी, लेकिन मुझे हिम्मत से काम लेना है.’
उन्होंने आगे लिखा, ‘मुझे अपने इमोशन पर काम करना है. मुझे हार नहीं मानना है, ना ही घबराना है. मेरे अंदर बहुत सी कमियां हैं, जिन्हें सुधारना है. असफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो. कहां कमी रह गई है, उसे देखो और सुधार करो. जब तक सफल ना हो नींद चैन त्याग दो तुम. संघर्ष का मैदान छोड़कर ना भागो तुम. बिना कुछ किए जय जयकार नहीं होती. कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती’
क्या है पूरा मामला?
ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई करने के बाद नौकरी नहीं मिलने पर प्रियंका गुप्ता ने पटना विमेंस कॉलेज के सामने चाय का स्टॉल लगाने से अपने कारोबार की शुरुआत की. उन्होंने अपने ठेले या कहें स्टॉल का नाम ‘ग्रेजुएट चाय वाली’ दिया. धीरे-धीरे वह लोगों के बीच ग्रेजुएट चाय वाली के नाम से प्रसिद्ध हो गईं. इसके कुछ दिनों बाद वह बोरिंग रोड में चाय का ठेला लगाने लगी, जो कि सड़क किनारे अवैध रूप से अतिक्रमण कर लगाया गया था.
वहीं, चार महीने पहले अतिक्रमण हटाओ अभियान में उसके चाय का ठेला जप्त कर लिया गया. तब वह राबड़ी देवी के आवास पर लालू यादव से मिलने पहुंच गई थीं. जिसके बाद वह सहदेव महतो मार्ग में ठेला लगा पाई. रविवार की देर रात नगर निगम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जिसमें सैकड़ों अतिक्रमण युक्त ठेले वगैरह को हटा दिया गया, जिसमें प्रियंका गुप्ता का चाय स्टॉल भी शामिल है.
अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत चाय का ठेला जब्त होने पर प्रियंका फूट-फूटकर रोने लगीं. उन्होंने काम बंद करने का फैसला किया और अपनी बात रखते हुए एक वीडियो को जारी किया. इस वीडियो में उन्होंने कहा कि वह बिहार में कुछ अलग करना चाहती थीं. मगर वह भूल गईं कि ये बिहार है और यहां पर लड़कियों को किचन तक सीमित रखा जाता है. ये वीडियो तेजी से वायरल हो गया.