रेत माफिया को बचाने वन आरक्षक को लॉकअप में डाला ..!
वन अमले ने रेत माफिया को ट्रैक्टर सहित पकड़ा, पुलिस ने रेत माफिया को ट्रेक्टर सहित भगाया …
मुरैना पुलिस व रेत माफिया के गठजोड़ को उजागर करने वाला एक मामला सामने आया है। गश्ती के दौरान वन अमले ने चंबल के अवैध रेत से भरी ट्रेक्टर ट्राली को टैंटरा थाने के पास से पकड़ा। वन अमला चालक व ट्रेक्टर ट्राली को लेकर टेंटरा थाने पहुंचा जहां पुलिस ने रेत माफिया पर कार्रवाई तो की नहीं बल्कि उल्टा वन अमले को हड़काया। जब हड़काने का वीडियो मौके पर मौजूद वन आरक्षक ने बनाना चाहा तो उसका मोबाइल छीन लिया और उल्टा उसे लॉकअप में बंद कर दिया। मौकै पर मौजूद थाना प्रभारी ने रेत माफिया को ट्रेक्टर सहित जाने दिया। घटना बीती रात डेढ़ बजे के लगभग की है। इस घटना के बाद वन अमला डीएफओ से मिला तथा पूरी बात बताई। डीएफओ ने एसपी आशुतोष बागरी से बात की। इस पर एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए टेंटरा थाने के आरक्षक को लाइन हाजिर कर दिया तथा थाना प्रभारी के खिलाफ जांच के आदेश एसडीओपी को दे दिए हैं। अब वन अमला टेंटरा थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ा है।
बता दें, कि मुरैना मेंे रेत माफिया व पुलिस की मिलीभगत कोई नई बात नहीं है। यह बात अभी तक पर्दे के पीछे थी। वन विभाग का सुस्त अमला चंबल के अवैध रेत से भरे ट्रेक्टरों पर बहुत कम कार्रवाई करता है जिसका फायदा रेत माफिया के साथ-साथ पुलिस भी उठा रही थी। सबूत के अभाव में कोई कुछ नहीं कहता था। लेकिन बीती रात इस गठजोड़ का नमूना सामने आ गया। हद तो तब हो गई जब पुलिस ने रेत माफिया पर कार्रवाई के वजाय वन अमले को ही न केवल हड़काया बल्कि उनके एक आरक्षक को जो कि वर्दी में था उसे लॉकअप में बंद कर दिया। हालांकि थोड़ी देर बाद उसे छोड़ दिया। इसके साथ ही रेत माफिया को अवैध रेत से भरे ट्रेक्टर ट्राली को लेकर भगा दिया।
यह बताया वन अमले ने
वन आरक्षक अभिषेक दण्डौतिया ने पंचनामे में बताया कि 20 नवंबर 2022 की रात वन अमला प्रभारी चिंरौजी लाल(उपवन क्षेत्रपाल) के नेतृत्व में वन आरक्षक धर्म सिंह गुर्जर, माखन सिंह धाकड़, नरेन्द्र कुमार निगोलिया, दिनेश कुमार शर्मा, वीर सिंह जाटव, आकाश शर्मा, अनिल कुमार चौबे, राहुल सिकरवार व स्वयं अभिषेक दण्डौतिया अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ गश्ती कर रहे थे। उसी दौरान टेंटरा पुलिस थाने के पास चंबल के अवैध रेत से भरी एक ट्रेक्टर ट्राली खड़ी थी। ट्रेक्टर आयशर कंपनी का 485 सिल्वर रंग का था। उस पर इंजन नंबर-528527219059 तथा चेसिस नंबर-328311553924 अंकित था। उस पर पंजीयन नंबर अंकित नहीं था। उसकी दो पहिया की ट्राली में चंबल का अवैध रेत भरा था। वन अमले ने उस ट्रेक्टर ट्राली को पकड़ कर जब्त कर लिया था। उसी दौरान टेंटरा थाना प्रभारी जयदीप भदौरिया अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और कहने लगे कि इस ट्रेक्टर ट्राली को उन्होंने पकड़ा है। इस पर उनके (अभिषेक दण्डौतिया) द्वारा जब वन संरक्षण अधिनियम की धाराओं का हवाला देते हुए ट्रेक्टर चालक के खिलाफ कार्रवाही करने की बात कही गई तो थाना प्रभारी ने वहां मौजूद एक आरक्षक से कहा कि इसे पकड़ कर अन्दर कर दो। वह आरक्षक उन्हें लेकर थाने में गया और लाकअप में बंद कर दिया तथा इसके साथ ही उसके गाल पर चांटा मारा। थाना प्रभारी जयदीप सिंह भदौरिया उस समय शराब के नशे में थे और वन अमले को धमकाते हुए बोला कि मैं तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई करूंगा। इसके साथ ही उन्होंने हमारे द्वारा जब्त उस अवैध रेत से भरे ट्रेक्टर ट्राली को वहां से जाने दिया।
अब सुनें थाना प्रभारी जयदीप भदौरिया की सफाई
इस संबंध में जब थाना प्रभारी जयदीप सिंह भदौरिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि रात में मैं थाने पर मौजूद था। वन अमला एक व्यक्ति को लेकर मेरे पास आया कि इसके ट्रेक्टर को पकड़ा है तथा यह रेत माफिया है। हमने जब ट्रेक्टर देखा तो हमें नहीं मिला। हमारा वन अमले से कोई झगड़ा नहीं हुआ है तथा न ही किसी को लॉकअप में बंद किया है। यह सही है कि एसपी साहब ने हमारे थाने के एक आरक्षक खगेस शर्मा को इस मामले में लाइन हाजिर किया है तथा उनके खिलाफ जांच एसडीओपी को सौंपी है। लेकिन जब उनसे एसपी द्वारा इस कार्रवाही को करने के पीछे कारण को पूछा तो वे कोई जवाब नहीं दे सके, िसर्फ इतना कहा कि उन पर आरोप लगे हैं, आरोप कोई भी लगा सकता है।
थाना प्रभारी पर कार्रवाई को लेकर अड़ा वन अमला
इस मामले में वन विभाग का अमला थाना प्रभारी जयदीप सिंह भदौरिया के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अड़ गया है। अमले का कहना है कि अगर थाना प्रभारी को वहां से नहीं हटाया गया तो वे आन्दोलन करेंगे।
कहते हैं डीएफओ
हमारा वन अमला गश्ती पर था। उसने टैंटरा थाने के पास चंबल के अवैध रेत से भरे ट्रेक्टर ट्राली को पकड़कर जब्त किया था। लेकिन उसी दौरान थाना प्रभारी जयदीप सिंह भदौरिया वहां पहुंचे और उन्होंने हमारे स्टॉफ को हड़काना शुरु कर दिया। जब वहां मौजूद वनरक्षक अभिषेक दण्डौतिया ने वीडियो बनाना चाहा तो उसका मोबाइल छीन लिया और उसे लॉकअप में बंद कर दिया। हमने एसपी साहब से बात की है, उन्होंने उस आरक्षक को जो वनरक्षक को लॉकअप तक जबरन ले गया व चांटा मारा है, उसको लाइन हाजिर कर दिया है, साथ ही थाना प्रभारी के खिलाफ जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
स्वरुप दीक्षित, डीएफओ, मुरैना
कहते है पुलिस अधीक्षक
इस मामले में टेंटरा थाने के एक आरक्षक को लाइन हाजिर किया है तथा थाना प्रभारी के खिलाफ जांच के आदेश दिये हैं, जिसमें दोषी पाए जाने पर कार्यवाई की जाएगी।
आशुतोष बागरी, पुलिस अधीक्षक, मुरैना