इंदौर : मेडिकल कॉलेज में डिप्टी कलेक्टर-एसडीएम की नियुक्ति का विरोध …!
मेडिकल कॉलेज में डिप्टी कलेक्टर-एसडीएम की नियुक्ति का विरोध:डॉक्टर्स-कर्मचारी काली पट्टी बांधकर करेंगे विरोध; 22 को काम बंद
एमजीएम मेडिकल कॉलेज में सभी प्रोफेसर्स व कर्मचारी मेडिकल कॉलेजों में डिप्टी कलेक्टर और एसडीएम की नियुक्ति के विरोध में 21 नवम्बर को काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे। इसके बाद 22 नवम्बर को काला दिवस मनाते हुए काम बंद रखेंगे।
शासन द्वारा 22 नवंबर की केबिनेट में लाए जा रहे प्रशासकीय अधिकारियों की मेडिकल कॉलेजों में नियुक्ति के बिल के विरोध में प्रदेश के सभी 13 मेडिकल कॉलेजों के मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन मीटिंग रखी गई। इसमें सभी पदाधिकारियों ने यह निर्णय लिया कि इस गलत प्रक्रिया का मजबूती से विरोध होना चाहिए। दरअसल एमजीएम मेडिकल कॉलेज मैनेजमेंट से जुड़े पद पहले से ही स्वीकृत है जिन पर अभी तक नियुक्तियां नहीं की गई हैं। ऐसे में इनकी नियुक्तियों के बजाय जो मेडिकल से ताल्लुक नहीं रखते उनकी कॉलेजों में नियुक्तियां करना समझ से परे है। प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेजों में 11 कॉलेज में प्रभारी डीन हैं, उन्हें जब तक पूरी तरह के स्वायत्ता नहीं दी जाएगी वह व्यवहारिक नहीं है। इन पर एक आईएएस (कमिश्रर) नियुक्त किया गया हो जो पदेन अध्यक्ष होता है। ऐसे में फिर स्वायत्ता कहां है? प्रभारी डीन होने के कारण उन्हें पूरे अधिकार नहीं हैं जिससे यह मिस मैनेजमेंट बना हुआ है। देश में जितनी भी प्रीमियम संस्था हैं इन्हें कहीं भी आईएएस नहीं है।
इस मुद्दे को लेकर मेडिकल टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अरविंद घनघोरिया व सचिव डॉ. अशोक ठाकुर ने मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को पत्र लिखकर इस गंभीर विषय पर एसोसिएशन को समय देने की बात की है, ताकि मेडिकल कॉलेजों में कार्यरत सभी प्रोफेसर्स व कर्मचारियों का पक्ष सुना जाए ताकि प्रदेश स्तर पर बड़े आंदोलन की नौबत न आनी पड़े।