IAS जितेंद्र सोनी को राष्ट्रपति से मिला अवॉर्ड ..!
इस साल 7 अफसरों को मिले राष्ट्रीय पुरस्कार, देश में तीसरे पायदान पर रहा राजस्थान कैडर …
साल 2022 अब खत्म होने को है। यह साल राजस्थान के आईएएस कैडर के लिए बड़ा भाग्यशाली साबित हुआ है। इस साल की शुरुआत में इस कैडर के एक आईएएस अफसर को पद्म पुरस्कार मिला था। अब पिछले 15 दिनों में 3 आईएएस अफसरों को राष्ट्रीय स्तर पर अवॉर्ड मिले हैं। 1 आईएएस अफसर को तो इस साल 2 नेशनल अवॉर्ड मिले हैं। इस साल राजस्थान कैडर के कुल 7 आईएएस अफसरों को राष्ट्रीय स्तर पर अवॉर्ड मिले हैं। यह पूरे देश में उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र राज्य के बाद सबसे ज्यादा है। यह राजस्थान के आईएएस अफसरों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है। शिक्षा विभाग को 15 दिन पहले मिले अवॉर्ड को तो मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने अपनी वेबसाइट पर साझा भी किया है।
राजस्थान कैडर में अक्सर अपने नवाचारों के लिए चर्चित रहने वाले आईएएस अफसर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी को शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर अवॉर्ड दिया। सोनी अभी अलवर के कलेक्टर हैं और उनको यह अवॉर्ड जिले में दिव्यांगों के लिए बेहतरीन काम करने के लिए दिया गया है। सोनी से पहले साल 2022 में राजस्थान के 6 और आईएएस अफसरों को भी राष्ट्रीय स्तर पर अवॉर्ड मिल चुके हैं। राजस्थान कैडर में इस समय करीब 248 आईएएस अफसर हैं, जिनमें से करीब 10 अफसर तो ऐसे हैं, जिनको राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के हाथों अवॉर्ड मिल चुके हैं। आईएएस कैडर के बीच यह सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक गिनी जाती है, जब उनको प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति के हाथों अवॉर्ड मिले। वर्तमान में सीएम अशोक गहलोत के कार्यालय (सीएमओ) में शासन सचिव के पद पर तैनात आईएएस गौरव गोयल को 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों अवॉर्ड मिला था। यह अवॉर्ड स्क्रॉल ऑफ ऑनर नाम से दिया गया था। नोटबंदी के दौरान कैशलेस भुगतान को प्रमोट करने के लिए उनको यह अवॉर्ड दिया गया था।
इन IAS अफसरों को 2022 में मिले हैं नेशनल अवॉर्ड
पीके गोयल-: कोरोना में सरकारी स्कूलों से पढ़ाई छोड़ चुके बच्चों में से करीब 90 प्रतिशत को वापस स्कूलों में नामांकित करने में मिली सफलता के लिए शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके गोयल को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से नवंबर-2022 में अवॉर्ड मिला। अवॉर्ड मिलने पर शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने गोयल को बधाई दी थी। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने अपनी अधिकृत वेबसाइट पर भी साझा की। गोयल राजस्थान में सबसे सीनियर 5 आईएएस अफसरों में से एक हैं।
सिद्धार्थ सिहाग-: सिहाग अभी चूरू के कलेक्टर हैं। उनको चूरू में खेलो इंडिया योजना को कामयाब बनाने और चूरू जिले के शानदार प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री के स्तर पर नेशनल एक्सीलेंसी अवॉर्ड दिया गया है। यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्लैगशिप योजना है। इसके तहत पूरे देश में खेलों को बढ़ावा देने पर काम किया जा रहा है।
संदीप वर्मा-: वर्मा अभी सूचना व प्रौद्योगिकी विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं। उन्हें सरकारी विभागों में सामान खरीदने की प्रक्रिया (पब्लिक प्रोक्योरमेंट प्रोसेस) को पारदर्शी बनाने के लिए केन्द्र सरकार के अरुण जेटली नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फाइनेंशियल मैनेजमेंट की तरफ से जून-2022 में यह अवॉर्ड मिला है।
रुक्मणि रियार-: रुक्मणि वर्तमान में हनुमानगढ़ की कलेक्टर हैं। उनको नवंबर-2022 में ई-गवर्नेंस में बेस्ट वर्क के लिए अवॉर्ड दिया गया है। यह अवॉर्ड केंद्रीय प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत निवारण मंत्रालय की ओर से दिया गया है। रुक्मणि के पति सिद्धार्थ सिहाग भी आईएएस हैं।
अंकित कुमार सिंह-: आईएएस अंकित कुमार सिंह को इस साल 2 बार नेशनल अवॉर्ड मिल चुके हैं। सिंह को जल संरक्षण व लघु उद्योगों को प्रमोट करने के लिए नेशनल अवॉर्ड मिले हैं। सिंह वर्तमान में करौली के कलेक्टर हैं। इससे 4 महीने पहले वह बांसवाड़ा के कलेक्टर थे। उनको मार्च-2022 में जल संरक्षण के लिए जल शक्ति मंत्रालय की ओर से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और जुलाई-2022 में जिले में लघु उद्योगों को प्रमोट करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अवॉर्ड दिया है।
राजस्थान के एक रिटायर्ड IAS अफसर को मिला था पद्म भूषण
राजस्थान के मुख्य सचिव रहे आईएएस अफसर राजीव महर्षि को जनवरी-2022 में केंद्र सरकार ने पद्म भूषण पुरस्कार प्रदान किया था। महर्षि प्रधानमंत्री मोदी के साथ और केंद्रीय वित्त मंत्रालय में भी सचिव स्तर के पदों पर काम कर चुके हैं। उनको तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म भूषण से सम्मानित किया था। महर्षि को यह अवॉर्ड वित्तीय अनुशासन के संबंध में सुझाए गए सुझावों और दीर्घ ब्यूरोक्रेटिक सर्विस के लिए दिया गया।