इंदौर में 135 घरों का किया जाएगा सर्वे, पूछेंगे कितना लाभ मिला
Niti Aayog: शहर के निजी और सरकारी हास्पिटलों को भी किया शामिल। इन अस्पतालों में उपचार की तमाम व्यवस्थाओं की जानकारी जुटाई जाएगी। पिछले दस साल में इन परिवारों में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के स्तर में आए बदलाव को सर्वे में शामिल किया जाएगा।
इंदौर, सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लोगों को कितना मिल पा रहा है, इसकी जानकारी जुटाने के लिए नीति आयोग देशभर में सर्वे करवा रहा है। इंदौर में 135 परिवारों का सर्वे किया जाएगा। पिछले दस साल में इन परिवारों में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के स्तर में आए बदलाव को सर्वे में शामिल किया जाएगा। इस बार आनलाइन होने वाले सर्वे में लोगों से मौखिक सवाल पूछे जाएंगे। इसमें पहली बार जिले के छह निजी और छह सरकारी अस्पतालों को भी शामिल किया जाएगा। इन अस्पतालों में उपचार की तमाम व्यवस्थाओं की जानकारी जुटाई जाएगी। प्रदेश के 35 जिलों में सर्वे होना है।
नीति आयोग से अधिकृत नेशनल काउंसिल ऑफ एम्पलाइ इकोनामिक रिसर्च एजेंसी की टीम शहर पहुंची है। टीम शहर में दस साल पहले हुए सर्वे वाले चिन्हित 135 घरों में पहुंचेगी और जानकारी जुटाएंगी। सर्वे टीम शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार से जुड़ी जानकारियां ऑनलाइन एकत्रित करेंगी।
विगत वर्ष स्कूलों को भी सर्वे में शामिल किया गया था। छह निजी और छह सरकारी स्कूलों मे शिक्षक की संख्या, फीस, भवन, छात्र संख्या जैसी अनेक जानकारियों जुटाई गई थी। सभी जानकारियों मौखिक ही ली जाएगी। इसके लिए किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं देना होंगे। जिला योजना अधिकारी माधव बेंडे का कहना है कि विभाग से मिले पत्र के संदर्भ में सर्वे टीम को सहयोग करने के लिए सीएचएमओ और जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है। सर्वे टीम विभाग का पत्र लेकर कार्यालय पहुंची थी।
दस साल पहले हुआ था सर्वे
नीति आयोग ने वर्ष 2004-05 में इंडियन ह्यूमन डेवलपमेंट का पहला सर्वे स्वास्थ्य, शिक्षा और राेजगार को लेकर सर्वे शुरू किया था। इसमें 105 परिवारों की जानकारी ली गई थी। इसके बाद दूसरा सर्वे 2011-12 में 135 परिवारों का किया गया था। अब तीसरा सर्वे दिसंबर 2022 में इंंदौर में किया जाएगा। इसमें दस साल पहले के 135 घरों की जानकारी जुटाई जाएगी।