, इंदौर। प्रदेश आनलाइन सट्टे की जद में है। रातोरात धनवान बनने के लालच में युवा करोड़ों रुपये रोज गवां रहे हैं। कुछ तो आत्महत्या भी कर चुके हैं। पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र की गोपनीय रिपोर्ट पर गृह मंत्रालय ने जांच कमेटी गठित की है। मुंबई के सट्टा माफिया रमेश चौरसिया ने छोटे-बड़े सभी शहरों में नेटवर्क फैला रखा है।

परेल (मुंबई) के रमेश चौरसिया का करीब 15 राज्यों में गेम किंग इंडिया के नाम से नेटवर्क फैला हुआ है। उसके खिलाफ विभिन्न राज्यों में केस भी दर्ज हो चुके हैं। हाल ही में सिमरोल के अनिल और दिलीप ने सट्टा किंग के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई है। कंस्ट्रक्शन व्यवसाय से जुड़े दोनों युवकों ने बताया कि गेम किंग के चक्कर में दोनों ने एक करोड़ से ज्यादा रुपये गवां दिए हैं। अनिल को रमेश के एजेंट संदीप बिड़वान, शशिकांत पटेल, राजेश बरोड़, सुभाष पटेल, गौरव कंछाल और राहुल थकेड़ा ने आइडी बना कर दी थी। जबकि दिलीप ने सुरेश, अजय बुंदेला, हरीश सोनिवाल और अंकित से अकाउंट लिए थे।
क्राइम ब्रांच एडिशनल डीसीपी गुरुप्रसाद पाराशर ने जांच करवाई तो पता चला इसकी लिंक खाड़ी देशों से जुड़ी है। रमेश ने पूरे प्रदेश में हजारों युवाओं को जद में ले लिया है। जमीन-मकान बेच कर सट्टे में रुपये हार चुके कुछ युवा आत्महत्या भी कर चुके हैं।
आइडी और पाइंट्स के लालच में माफिया से चंगुल में फंसे युवा
रमेश चौरसिया का सबसे बड़े एजेंट राहुल चौरसिया (जूनी इंदौर), शाहिद रांगा (श्रीनगर कांकड़) और रफीक टेशन हैं। राहुल पर वर्ष 2016 में क्राइम ब्रांच और एमआइजी थाने में केस दर्ज हुए हैं। क्राइम ब्रांच ने सभी को आरोपित बनाया, लेकिन वे एमआइजी से साठगांठ कर बच गए। पीड़ितों ने बताया कि आरोपित एक बार में रुपये जमा करवा कर पाइंट्स देते हैं। सट्टे के लिए आइडी बना देते है जिसमें एक से 30 तक नंबर होते हैं। सट्टा खेलने वाला किसी भी नंबर को दबा कर सट्टा खुलवाता है। माफिया जीतने का आश्वासन देता है लेकिन सेटिंग के कारण हारना तय रहता है।
पुलिस आयुक्त की रिपोर्ट पर बनाई गृह मंत्रालय ने कमेटी
गेम किंग इंडिया के खिलाफ मिली शिकायत के बाद आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र ने गोपनीय रिपोर्ट बना कर गृह मंत्रालय भेजी। गुरुवार को सचिव (गृह) गौरव राजपूत ने सात सदस्यीय कमेटी बना दी।
शिकायतों के बाद इस नेटवर्क की पड़ताल शुरू कर दी गई है। पिछले दिनों हुई कार्रवाई के बाद माफिया ने छोटे शहरों में ठिकाना बना लिया है।
-हरिनारायणाचारी मिश्र, आयुक्त पुलिस, इंदौर