MP के 8 अस्पतालों का लाइसेंस हुआ रद्द, स्वास्थ्य विभाग ने इस कारण लिया ये फैसला

– पिछले साल जबलपुर के अस्पताल में हुई आगजनी की घटना के बाद बड़ी कार्रवाई

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संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल के बीच मध्यप्रदेश के 8 अस्पतालों का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। दरअसल मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक अस्पताल में हुई आगजनी की घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग लगातार अस्पतालों का निरीक्षण कर रहा है। ऐसे में जिन अस्पतालों में कमियां मिल रही हैं स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन अस्पतालों का लाइसेंस निरस्त किया जा रहा है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने 8 अस्पतालों का लाइसेंस निरस्त कर दिया है।

दरअसल इन अस्पतालों में निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग को खामियां मिली थी और नोटिस जारी होने के बाद भी इन अस्पतालों ने अपनी स्थिति में सुधार नहीं किया था। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्तिक और यशस्वी हॉस्पिटल, दि स्टार, मां शीतला मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल, फेमिली केयर हॉस्पिटल, डीएस मेमोरियल हॉस्पिटल, नेचर हॉस्पिटल और ददरौआ धाम मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल का लाइसेंस निरस्त कर दिया।

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
ज्ञात हो इससे पहले स्वास्थ्य आयुक्त की मुहर पर ग्वालियर जिले के 16 अस्पतालों में गड़बड़ी मिलने पर मान्यता रद्द की गई थी। इस समय स्वास्थ्य आयुक्त सुदाम खाड़े ने यह माना था कि इन अस्पतालों में डाक्टर,स्टाफ के अलावा निर्धारित बेड भी उपलब्ध नहीं थे। इसके अलावा फायर एनओसी,प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का प्रमाण पत्र, मेडिकल वेस्ट निष्पादन की रसीद आदि भी नहीं थी।

यहां सीएमएचओ द्वारा की गई जांच में जब खामियां मिली ताे जिले के 16 अस्पतालों की मान्यता अलग अलग समय पर रद्द की गई । इनमें से कुछ अस्पताल मान्यता रद्द होने पर स्वास्थ्य आयुक्त के पास अपील में चले गए थे। तब स्वास्थ्य आयुक्त सुदाम खाड़े ने एक अप्रैल 2022 से लेकर सितंबर 2022 तक के सभी रद्द होने वाले अस्पतालों की सूची तलब की थी। वहीं अस्पताल रद्द होने की पुख्ता बजह जानकर उन्होंने भी इन 16 अस्पतालों की रद्द मान्यता पर अपनी मुहर लगा दी थी।

इस दौरान कुसुम मेमोरियल, त्रिवेदी नर्सिग होम, गजवानी नर्सिंगहोम,डा बांदिल मेमोरियल आर्थोपेडिक, डा बंसल नर्सिंगहोम,दृष्टि आई केयर, साईं हास्पिटल, काया हास्पिटल, प्राशी हॉस्पिटल, एनके मेमोरियल,डीएनए हास्पिटल, प्रखर हास्पिटल, जय मां भगवती हास्पिटल, डीसी मेमोरियल, एसके मेमोरियल और रुद्राक्ष मल्टी स्पेशियलिटी की मान्यता रद्द की गई थी।

इस दौरान सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा का कहना था कि ऐसे अस्पताल जिनमें स्टाफ की कमी थी,बेड निर्धारित नहीं थे,जिन्होंने फायर ,प्रदूषण आदि की एनओसी नहीं ले रखी थी। उन अस्पतालों की मान्यता को रद्द किया गया था। कुछ लोगों ने स्वास्थ्य आयुक्त पर अपील की थी पर स्वास्थ्य आयुक्त ने भी माना कि इन अस्पतालों पर लिया गया निर्णय सही था, इसलिए उन्होंने भी अपनी मुहर लगा दी।

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