भोपाल। मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की पटवारी एवं ग्रुप- 2, सब ग्रुप – 4 के नौ हजार 73 पदों पर भर्ती के लिए करीब साढ़े 12 लाख आवेदन हुए हैं। करीब पांच साल बाद पटवारी के लिए निकली भर्ती के लिए इस बार एमबीए और इंजीनियरिंग डिग्रीधारी अभ्यर्थियों ने भी बड़ी संख्या में आवेदन किए हैं। इसका कारण यह है कि इस बार भर्ती परीक्षा में पात्रता स्नातक उत्तीर्ण मांगी गई है। इस बार पटवारी के लिए 6755 पदों पर भर्ती हो रही है और साढ़े 12 लाख आवेदन आए हैं। इस मान से एक पद के लिए करीब 185 अभ्यर्थी बैठेंगे।
प्रबंधन विषय ने जगाई एमबीए डिग्रीधारियों में आस
कोचिंग संचालकों का कहना है कि इस बार पटवारी के पाठ्यक्रम में प्रबंधन विषय को भी शामिल किया गया है। बेरोजगार होने के कारण एमबीए पास अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। साथ ही कोचिंग में भी एमबीए और इंजीनियरिंग पास विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी के लिए आ रहे हैं। मंडल के अधिकारियों के अनुसार करीब साढ़े 12 लाख से अधिक आवेदन हुए हैं। इसमें पटवारी के 6755 पद हैं। इसमें उपसमूह-4 सहायक अग्निशमन अधिकारी एवं समकक्ष पदों की सीधी एवं बैकलाग भर्ती और भू-अभिलेख, राजस्व विभाग के अंतर्गत पटवारी पद के लिए संयुक्त परीक्षा आयोजित की जाएगी। बता दें कि 2017 में हुई पटवारी भर्ती परीक्षा में करीब 10 लाख आवेदन आए थे। मंडल के लिए यह पहला मौका होगा, जब इतनी संख्या में आनलाइन परीक्षा आयोजित की जाएगी।
दो पालियों में होगी परीक्षा
यह भर्ती ग्रुप 2 (सब ग्रुप 4) के तहत निकाली गई है। परीक्षा 15 मार्च से दो पाली में आनलाइन संचालित की जाएगी। पहली पाली सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी। दूसरी पाली दोपहर 2.30 बजे से शाम 5:30 बजे तक होगी।
इस बार यह बदलाव
2017 में 100 अंक का प्रश्नपत्र था और बारहवीं स्तर के चार विषय शामिल किए गए थे। इस बार लिखित परीक्षा 200 अंकों की होगी। इसमें सामान्य प्रबंधन को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। इस बार पहले 100 अंक के पेपर में सामान्य विज्ञान, सामान्य हिंदी, सामान्य अंग्रेजी, गणित के प्रश्न पूछे जाएंगे। दूसरे 100 अंक के पेपर में सामान्य ज्ञान और अभिरुचि, कंप्यूटर ज्ञान, सामान्य तार्किक योग्यता व सामान्य प्रबंधन से प्रश्न पूछे जाएंगे।
2017 में पटवारी परीक्षा का स्तर निम्न था। इस बार पात्रता स्नातक उत्तीर्ण रखा गया है। साथ ही सामान्य प्रबंधन को शामिल किया गया है। इस कारण कोचिंग में भी एमबीए के साथ-साथ इंजीनियरिंग के विद्यार्थी भी परीक्षा तैयारी के लिए आ रहे हैं।
– आनंद सबधाणी, डायरेक्टर, सबधाणी कोचिंग संस्‍थान