डिजिटल पेमेंट का दुरुपयोग बढ़ा …!
गलत पेमेंट करने और धोखाधड़ी की स्थिति में यूजर को वापस नहीं मिलता पैसा …
अमेरिका में मोबाइल पेमेंट सेवाओं में बढ़ोतरी के साथ उससे जुड़े जोखिम ने चिंता बढ़ाई है। 2022 की कंज्यूमर रिपोर्ट सर्वे के अनुसार आधे से अधिक अमेरिकी पेमेंट एप का इस्तेमाल करते हैं। ये एप आसान हैं, तेज हैं पर उनमें गंभीर खामियां भी हैं। गलत व्यक्ति को पेमेंट होने, ज्यादा पैसा निकलने या धोखाधड़ी होने पर यूजर को नुकसान हो सकता है।
जेडी पावर कंपनी के अक्टूबर में किए गए सर्वे के मुताबिक एक चौथाई बैंक कस्टमरों ने बताया कि उन्हें या उनके नजदीकी रिश्तेदार को एप से पेमेंट पर धोखाधड़ी का शिकार होना पड़ा है। 12 प्रतिशत यूजर ने गलत व्यक्ति को पेमेंट भेजने की जानकारी दी है।
क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स पर जरूरी सुरक्षा उपाय नहीं
मैग्जीन कंज्यूमर रिपोर्ट्स की एक डायरेक्टर डिलिसिया हेंड कहती हैं कि यूजरों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है, क्योंकि क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स पर जरूरी सुरक्षा उपाय नहीं हैं। इस सप्ताह प्रकाशित विश्लेषण में कंज्यूमर रिपोर्ट्स ने बताया है कि चार सबसे अधिक प्रचलित एप-एपल कैश, कैश एप, वेनमो और जेले ने गलत व्यक्ति को पेमेंट भेजने पर यूजर को पैसा नहीं लौटाया क्योंकि ऐसे लेनदेन को अधिकृत माना जाता है।
धोखाधड़ी होने पर कंपनी नहीं करती भरपाई
रिपोर्ट में कहा गया कि अगर कोई धोखेबाज झांसा देकर यूजर से पैसा मंगवा ले तो पेमेंट कंपनी उसकी भरपाई नहीं करती है। इस संबंध में पेमेंट एप कंपनी के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे कस्टमरों को प्रोत्साहित करते हैं कि कोई समस्या या धोखाधड़ी की स्थिति में उनसे संपर्क करें। वेनमो की मूल कंपनी पे पाल के प्रवक्ता ने कहा कि हम अलग-अलग केस के आधार पर स्थिति की समीक्षा करते हैं।
एप्स ने नुकसान की सूचना देने के लिए समय सीमा तय की
यूजर द्वारा सीधे पेमेंट के लिए अधिकृत न किए जाने पर एप्स कंपनियां यूजर को पैसा लौटाती हैं। फोन या पासवर्ड हैक किए जाने या फोन गुमने की स्थिति में ऐसा किया जाता है। कई कंपनियां जल्द सूचना देने पर नुकसान को केवल 50 डॉलर तक सीमित करती हैं। ज्यादा नुकसान होने की स्थिति में भरपाई नहीं होती है। एप्स ने नुकसान की सूचना देने के लिए समय सीमा तय की है।
प्राइवेसी की स्थिति पर भी चिंता
रिपोर्ट में प्राइवेसी की स्थिति पर भी चिंता जताई गई है। कंज्यूमर रिपोर्ट्स का कहना है कि पेमेंट एप्स अक्सर अस्पष्ट कारणों के आधार पर निजी जानकारी हासिल करते हैं। कुछ एप्स यूजर के लिए अपना डेटा डीलीट करना मुश्किल बना देते हैं। यूजर चाहकर भी अपनी निजी जानकारी डिलिट नहीं कर पाते हैं।