5000 मौत, लाशों का ढेर बना तुर्की!
WHO की भविष्यवाणी इतनी डरावनी क्यों?
तुर्की और सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप में अब तक 5000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. यह इस दशक के सबसे घातक भूकंपों में से एक है.
तुर्की और पड़ोसी देश सीरिया में आए 7.8 की तीव्रता के भूकंप से अबतक 5000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, हजारों की संख्या में लोग घायल हुए हैं. मलबे से अभी भी शव निकाले जा रहे हैं. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि इस भूकंप से 20 हजार से ज्यादा लोग मारे जा सकते हैं. डब्लूएचओ की इस भविष्यवाणी ने अगस्त 1999 में आए भूकंप की यादें ताजा कर दीं, तब 18000 लोग काल के गाल में समा गए थे.
बचावकर्मी अब भी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं, लेकिन सर्दी और बर्फबारी की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में और ज्यादा मुश्किलें पैदा हो गई हैं. तुर्की में लोग भूकंप प्रभावित इलाकों को छोड़कर बाहर जाना चाहते हैं, जिसकी वजह से सड़कों पर भयंकर जाम लग गया है और बचाव टीमों को घटनास्थलों पर पहुंचने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.
अब तक कितने मरे-
- तुर्की- 3400
- सीरिया- 1600
- टोटल- 5000 से ज्यादा
तुर्की के इन 10 शहरों में हुई भारी तबाही
- गाजीअंतेप
- कहरमान
- मरअश
- हताए
- उस्मानिया
- आदयामान
- मालातिया
- शानलीअरफा
- अदाना
- दयार बकर
- और कीलीस
भूकंप के दो बड़े झटकों ने तुर्की में तबाही मचा दी जहां हजारों लोग मौत की नींद सो गए, हजारों घायल हो गए और कई तो अब तक मलबे में दबे हुए हैं. पहला भूकंप सीरियाई सीमा के पास स्थित गजियांतेप के नजदीक आया. रिक्टर पैमाने पर 7.8 तीव्रता के इस भूकंप को सुदूर ब्रिटेन तक महसूस किया गया.
नौ घंटे बाद तुर्की दूसरे भूकंप से थर्राया जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.5 थी. ऐसा लगता है कि यह भूकंप इंटरसेक्टिंग फॉल्ट की वजह से आया. यह स्थिति तब होती है जब एक टेक्टॉनिक प्लेट दूसरी के ऊपर आने की कोशिश करती है.
तुर्की सरकार की मानें तो इस तबाही में 3,450 से अधिक इमारतें ज़मींदोज़ हो गईं. इनमें से कई तो आधुनिक इमारतें थीं जिनका निर्माण ढांचे के पैनकेक मॉडल के आधार पर किया गया था लेकिन यह मॉडल भूकंप के आगे नाकाम साबित हुआ.
यहां बार-बार क्यों आता है भूकंप?
भूकंप आज से नहीं, हजारों साल से आते रहे हैं. तुर्किए में भूकंप आम हैं क्योंकि यह देश भूकंप की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र में आता है. ऐसे क्षेत्र में जहां पृथ्वी की सतह के नीचे तीन टेक्टॉनिक प्लेटें लगातार एक दूसरे के साथ घर्षण करती रहती हैं. कम से कम 2000 साल से तुर्की भूकंप का सामना करता रहा है. 17वीं शताब्दी में कई शहर इस आपदा में तबाह हो गए थे. भूकंप अक्सर ईस्ट अनातोलियन फॉल्ट जोन में आते हैं जो अरेबियन और अनातोलियन टेक्टॉनिक
वहीं विरोधियों के कब्जे वाले सीरियाई इलाके में लड़ाई की वजह से विस्थापित 40 लाख लोग रह रहे हैं. इनमें से कई उन इमारतों में रह रहे थे, जो पहले से ही बमबारी की वजह से क्षतिग्रस्त थे. यहां सैकड़ों परिवार मलबे में दबे हैं. संसाधनों की किल्लत से जूझ रहे चिकित्सा केंद्र और अस्पताल घायलों से भरे पड़े हैं.
उत्तर-पश्चिमी सीरिया में कब्जे वाले इदलिब प्रांत में भूकंप ने एक नया संकट खड़ा कर दिया, जो पहले ही कई सालों से रूसी और सरकार के हवाई हमलों को झेल रहा है. यह क्षेत्र खाने से लेकर चिकित्सकीय आपूर्ति तक हर चीज के लिए तुर्की पर निर्भर है. सभी राहत सामग्री तुर्की के रास्ते ही इदलिब पहुंचती है.तुर्की की सीमा के नजदीक सीरियाई विद्रोहियों के कब्जे वाले छोटे शहर अजमरिन में कई बच्चों के शव कंबल में लपेटकर अस्पताल लाए गए हैं.