लड़कियों की शिक्षा है बाल विवाह रोकने का हथियार …!
डेटा स्टोरी: एनएफएचएस-5 (2019-21 ) के अनुसार पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों में बाल विवाह सबसे अधिक
बीस से 24 वर्ष की ग्रामीणमहिलाएं,जिनका विवाह 18 की उम्र से पहले हुआ
आजादी के 75 वर्ष बाद भी देश में बाल विवाह की समस्या बनी हुई है। इसके लिए कानून भी बने हुए हैं। इस बीच बाल विवाह को हतोत्साहित करने के लिए असम पुलिस की विवादित कार्रवाई भी चर्चा में है। असम में बाल विवाह के कई वर्ष बाद गिरफ्तारियां हो रही हैं, जिससे वहां खौफ का माहौल है। बाल विवाह रुकने चाहिए, लेकिन इसकी राह लड़कियों की शिक्षा से होकर जाती है। जिन राज्यों ने इस पर ध्यान दिया, वहां बाल विवाह कम हैं।
स्रोत: राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण यानी
एनएफएचएस -5 ( 2019-21)
ग्रामीण महिलाएं, जो दस वर्ष तक स्कूल गईं
पश्चिम बंगाल 25.9%
झारखंड 26.3%
असम 26.2%
राजस्थान 27.8%
बिहार 25.2%
महाराष्ट्र 40.7%
तेलंगाना 36.3%
गुजरात 23.6%
मध्यप्रदेश 21.7%
कर्नाटक 42.0%
उत्तरप्रदेश 35.0%
हरियाणा 44.1%
छत्तीसगढ़ 32.1%
दिल्ली 68.7%
पंजाब 52.2%
केरल 75.3%
जम्मू-कश्मीर 46.2%
भारत 33.7%
पश्चिम बंगाल 48.1%
झारखंड 36.1%
असम 33.4%
राजस्थान 28.3%
बिहार 27.9%
महाराष्ट्र 27.6%
तेलंगाना 27.4%
गुजरात 26.9%
मध्यप्रदेश 26.6%
कर्नाटक 24.7%
उत्तरप्रदेश 17.9%
हरियाणा 13.7%
छत्तीसगढ़ 13.2%
दिल्ली 11.4%
पंजाब 8.7%
केरल 8.2%
जम्मू-कश्मीर 5.3%
भारत 27%
एनएफएचएस -5 ( 2019-21) के अनुसार असम में 15-19 साल की आयु की करीब 11.7 प्रतिशत विवाहिताएं मां बन चुकी थीं या गर्भवती थीं