आखिर कहां हैं माफिया अतीक के दो नाबालिग बेटे?
मां बोलीं- पुलिस उठाकर ले गई थी, पुलिस का जवाब- हम नहीं ले गए; कोर्ट में आज फिर सुनवाई …
माफिया अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटे आखिर कहां हैं? प्रयागराज पुलिस के जवाब के बाद यह सवाल अब और गहरा गया है। पुलिस ने कोर्ट में कहा है कि वह अतीक के दोनों बेटों को अपने साथ नहीं ले गई थी। दरअसल, अतीक की पत्नी शाइस्ता ने कहा था कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद दोनों बेटों एजम और अबान को पुलिस अपने साथ ले गई। इसके बाद से उन दोनों का कुछ पता नहीं चल पा रहा है।
शाइस्ता ने इस बारे में कोर्ट में भी अर्जी लगाई। शाइस्ता के प्रार्थना पत्र पर गुरुवार को जिला न्यायालय में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहां सुनवाई हुई। इसमें धूमनगंज पुलिस ने इस संबंध में अपनी स्थिति स्पष्ट की। कहा कि अतीक के बेटों एजम और अबान को पुलिस अपने साथ नहीं ले गई। इस मामले में 3 मार्च यानी शुक्रवार को फिर से कोर्ट में सुनवाई होनी है।
24 फरवरी को राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शूटआउट में हत्या कर दी गई। हमले में उमेश के दो गनर की भी मौत हो गई। दिनदहाड़े हुए इस हत्याकांड के तुरंत बाद आरोप अतीक अहमद पर लगा। 27 फरवरी को शाइस्ता ने एक प्रार्थना पत्र मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में दाखिल किया।
इसमें कहा कि 24 फरवरी 2023 की शाम 6 बजे उनके दोनों नाबालिग बेटों एजम और अबान को पुलिस पकड़कर अपने साथ ले गई है। तब से मेरे दोनों बेटों का कुछ पता नहीं चल रहा है। न ही पुलिस उनके संबंध में कोई जानकारी दे रही है। पुलिस की दलीलों का शाइस्ता परवीन के अधिवक्ताओं मनीष खन्ना और विजय मिश्र ने प्रतिवाद किया।
अतीक-अशरफ को सता रहा एनकाउंटर का डर
उमेश पाल हत्याकांड में अभियुक्त बनाए गए अतीक अहमद और खालिद अजीम उर्फ अशरफ को एनकाउंटर का डर सता रहा है। दोनों ओर से उनके अधिवक्ता ने प्रयागराज के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहां प्रार्थना पत्र दिया है कि उनकी उमेश पाल हत्याकांड मामले में पूछताछ के लिए न्यायिक अभिरक्षा रिमांड न दी जाए।
अगर पुलिस को वारंट B के तहत पुलिस अभिरक्षा दी गई तो उनकी हत्या कराई जा सकती है। पुलिस के अधिकारी न्यायालय को धोखे में रखकर साजिश के तहत अभिरक्षा चाहते हैं।
शाइस्ता भी CM को लिख चुकी हैं पत्र
शाइस्ता परवीन ने CM योगी को भी पत्र लिखा है। पत्र में CM योगी से उमेश पाल हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। यह आशंका भी जताई है कि उनके बेटों और शौहर अतीक अहमद की हत्या हो सकती है।
अतीक अहमद के अधिवक्ता खान सौलत हनीफ ने दैनिक भास्कर को बताया कि यह पत्र शाइस्ता परवीन की ओर से सीएम के पोर्टल पर भेजा गया है। अभी हाल ही में बसपा से जुड़ीं शाइस्ता परवीन ने लिखा है कि इस हत्याकांड से उसके परिवार का कोई लेना देना नहीं है।
उनके दो नाबालिग बेटों को पुलिस कई दिन से उठाए हुए है और उनके बच्चों की जान को खतरा है। पत्र में आरोप लगाया है कि पुलिस उनके बेटों का एनकाउंटर कर सकती है। पति अतीक अहमद और देवर अशरफ की पुलिस जेल में ही हत्या करा सकती है। शाइस्ता ने योगी आदित्यनाथ से इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है।
सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुका है अतीक की सुरक्षा का मामला
अतीक के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें अहमदाबाद जेल से यूपी की जेल में प्रस्तावित ट्रांसफर का विरोध किया गया है। इसमें कहा गया है कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा लगता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है। वकील ने अतीक की सुरक्षा पर सवाल उठाए।