कोल्ड ड्रिंक्स से पुरुषों का बांझपन खत्म करने का दावा …!
कोल्ड ड्रिंक्स से पुरुषों का बांझपन खत्म करने का दावा:चीनी स्टडी में कितना दम; जबकि इसे रेगुलर पीने वाली महिला मां नहीं बन पाती
मिन्जू यूनिवर्सिटी, चीन की एक स्टडी इनदिनों वायरल हो रही है। इसमें रिसर्चर्स ने दावा किया है कि कोका-कोला और पेप्सी जैसी कार्बोनेटेड ड्रिंक्स की हाई डोज लेने से पुरुषों के टेस्टिकल का साइज और टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ सकता है।
यही नहीं पुरुषों के हेल्थ के लिए यह इतना कारगर है कि इससे प्रोस्टेट डिसफंक्शन और कैंसर होने का खतरा भी कम हो जाता है।
आप सब से रिक्वेस्ट है कि इस तरह की वायरल सोशल मीडिया पोस्ट को पढ़कर विश्वास न करें। इसके चक्कर में अगर फंस गए तो सेहत को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
कई बार इस तरह की रिसर्च मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का हिस्सा होती है, ताकि ग्राहक बहकावे में आकर उसे ज्यादा से ज्यादा खरीदें।
जरूरत की खबर में समझते है कि चीनी यूनिवर्सिटी के दावे की सच्चाई है क्या? यह भी जानते हैं कि हमारे एक्सपर्ट डॉ. विवेक झा यूरोलोजिस्ट बॉम्बे हॉस्पिटल इंदौर, डॉ. विकास सिंह यूरोलॉजिस्ट कोकिलाबेन अस्पताल इंदौर, डॉ. पी वेंकट कृष्णन, इंटरनल मेडिसीन, आर्टेमिस, गुरुग्राम इस पर क्या कहते हैं…
सवाल: कार्बोनेटेड वाॅटर होता क्या है?
जवाब: आप जिसे क्लब सोडा, सोडा वॉटर, सेल्टजर और फिजी वॉटर कहते हैं वह असल में कार्बोनेटेड वॉटर है। यह वह पानी है जिसे बोतल में कार्बन डाइऑक्साइड गैस के प्रेशर में भरा जाता है।
सेल्टजर पानी के अलावा, सभी तरह के कार्बोनेटेड पानी में आमतौर पर स्वाद को बेहतर बनाने के लिए नमक मिलाया जाता है। कभी-कभी इसमें कुछ मिनिरल्स भी डाले जाता है।
सवाल: क्या कार्बोनेटेड वॉटर में एसिड होता है?
जवाब: कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को रिएक्ट करवाया जाता है ताकि कार्बोनिक एसिड का उत्पादन हो सके। यह आपके मुंह में बर्निंग और सनसनाहट वाले सेंसेशन पैदा करता है। इससे कुछ लोग इरिटेट होते हैं और कुछ को इससे अच्छा महसूस होता है।
कार्बोनेटेड पानी का पीएच 3-4 है, जिसका मतलब है कि यह थोड़ा अम्लीय है यानी इसमें एसिड की थोड़ी बहुत मात्रा मौजूद है।
सवाल: कोल्ड-ड्रिंक्स और कॉर्बोनेटेड वाॅटर में अंतर क्या है?
जवाब: यह एक ही है। कोल्ड ड्रिंक में आमतौर पर कार्बोनेटेड पानी होता है। इसमें टेस्ट को बढ़ाने के लिए स्वीटनर डाला जाता है। यह कई बार नेचुरल होता है तो कई बार आर्टिफिशियल।
सवाल: अच्छा क्या कार्बोनेटेड वॉटर या कोल्ड ड्रिंक्स डेली पी सकते हैं?
जवाब: गर्मी आते ही लोग कोल्ड ड्रिंक्स और सोडा पानी पीने लगते हैं। याद रखें, कि यह हाई कार्बोनेटेड ड्रिंक है। इसमें शुगर और कैलोरीज की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए इन्हें रेगुलर पीना या ज्यादा मात्रा में पीना आपको नुकसान देगा ही।
इन लोगों को कोल्ड ड्रिंक्स कभी नहीं पीनी चाहिए
- डायबिटीज के मरीज
- एसिडिटी या अल्सर की प्रॉब्लम होने पर
- हाई बीपी के पेशेंट
- दिल के मरीज
- बच्चे
सवाल: तो क्या कोल्ड-ड्रिंक्स पीने से पुरुषों की सेक्शुअल हेल्थ बेहतर नहीं होती है?
जवाब: बिल्कुल नहीं। सेक्शुअल हेल्थ के लिए कोल्ड-ड्रिंक अच्छी चीज नहीं है। लेकिन अगर 100-150 ML तक कभी-कभी पीते हैं तो ये इतना नुकसान नहीं करती है। रोजाना पीने वालों के लिए धीमे जहर की तरह काम करती है।
जहां तक चीन में हुई रिसर्च की बात है इस तरह की कोई भी रिसर्च साइंटिफिक नहीं है।
आप भूलें नहीं कि इससे पहले इस पर कई साइंटिफिक रिसर्च भी हो चुकी हैं, जिसमें बताया गया है कि ऐसे ड्रिंक्स पीने से मेल और फीमेल दोनों की सेक्स ड्राइव पर काफी गलत असर पड़ता है।
साथ ही महिलाओं को बेबी कंसीव करने में भी बहुत प्रॉब्लम होती है। इसलिए मार्केट स्ट्रेटजी के जाल में फंसकर हेल्थ को खराब न करें।
सवाल: मेल फर्टिलिटी को बढ़ाने और इंप्रूव करने के क्या उपाय हैं?
जवाब: रोज हेल्दी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाना खाने से फर्टिलिटी इंप्रूव होती है और स्पर्म काउंट बढ़ता है। जंक और प्रोसेस्ड फूड को अवॉइड करें। एक्सरसाइज रेगुलर करें। जो लोग ओवर वेट हैं वो इस पर कंट्रोल करें।
चलते-चलते 3 बातें जान लेते हैं…
सवाल: कार्बोनेटेड वॉटर या कोल्ड ड्रिंक्स के साथ बर्गर, पिज्जा या तला हुआ खाना खाना कितना रिस्की है?
जवाब:
- बर्गर, पिज्जा या ऑयली खाने के बाद आपके बॉडी का टेम्प्रेचर बढ़ जाता है। इसके बाद आपको प्यास लगती है और उसे मिटाने के लिए कार्बोनेटेट वॉटर या कोल्ड ड्रिंक्स पीते हैं। लेकिन यह प्यास नहीं मिटाते बल्कि एसिडिटी बढ़ाते हैं।
- कार्बोनेटेड वॉटर या कोल्ड ड्रिंक्स में आर्टिफिशियल शुगर की मात्रा ज्यादा होती है। जंक फूड में कैलोरी ज्यादा होती है।
- जंक फूड फैट जल्दी अब्जॉर्व करता है। वो भी हेल्थ के लिए ठीक नहीं है।
- लोगों को इसकी लत लग जाती है, और लोग रेगुलर इनटेक करते है जो हेल्थ को नुकसान पहुंचाता है। हडि्डयों को कमजाेर करता है।
- जो लोग रेगुलर तौर पर जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक्स लेते हैं, उन्हें किडनी स्टोन की प्रॉब्लम होती है।
सवाल: एसिडिटी अटैक होने पर लोग कार्बोनेटेड वॉटर या कोल्ड डिंक्स पीते हैं, यह कितना काम करता है?
जवाब: जब आप इसे लेते हैं तो गैस थोड़ा सा रिलीज होता है। इसके बाद आपको फॉल्स सेंस ऑफ रिलैक्सेशन होता है। हकीकत में एसिडिटी बढ़ाती है। लंबे समय के लिए हानिकारक है।
ज्यादा एसिडिटी होने पर अपनाएं 4 नुस्खे
- दही खाएं
- खूब पानी पिएं
- एंटासिड दवाइयां लें
सवाल: लोग कैलोरीज के चक्कर में जीरो कैलोरीज और नो शुगर वाली ड्रिंक पीते हैं, क्या यह वाकई हेल्दी है?
जवाब: बिल्कुल भी हेल्दी नहीं है। मेडिकली 16 साल से कम उम्र के बच्चों को नो शुगर और जीरो कैलोरी वाली डिंक्स अलाउड नहीं है। बच्चों में किडनी डैमेज के लिए ये जिम्मेदार है। पीने की लत होने पर मेमोरी लॉस की प्रॉब्लम होती है।