एमपी पुलिस का बॉडी बिल्डर …. देश में मचा रहा है धूम …!

पर राज्य सरकार से नहीं मिलती मदद , आधी सैलरी खर्च करता है टूर्नामेंट पर …

जबलपुर एसपी के हाथों सम्मानित हो रहें इस युवक का नाम है नितेश थापा जो कि मध्यप्रदेश पुलिस में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ है। पुलिस लाइन में तैनात नितेश बॉडी बिल्डर है, जिसने एक नहीं, दो नहीं बल्कि 7 नेशनल पदक जीते है। हाल ही में मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में संपन्न हुई नेशनल बॉडी बिल्डिंग टूर्नामेंट में नितेश एक मात्र ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने कि मध्यप्रदेश टीम में कांस्य पदक जीता है। लगातार मध्यप्रदेश पुलिस के लिए पदक जीतने वाले नितेश थापा को पर यह भी मलाल है कि राज्य सरकार अगर उसकी मदद करेगी तो वह सिर्फ नेशनल ही नहीं बल्कि इंटरनेशनल टूनार्मेंट में भी देश- प्रदेश का नाम रोशन कर सकता है।

जबलपुर पुलिस लाइन में पदस्थ नितेश थापा को बचपन से ही बॉडी बिल्डिंग का शौक था। कालेज टाइम में ही नितेश ने जिला स्तर की बॉडी बिल्डिंग में सफलता हासिल करना शुरू कर दिया था। अच्छी मेहनत और कद-काठी होने के कारण नितेश की कांस्टेबल के पद पर नौकरी भी लग गई। नितेश अभी ड्यूटी तो करते ही है, साथ ही जिम में 3 से 4 घंटे प्रैक्टिस करते हुए पसीना भी बहाते है। नितेश की साल 2008 में पुलिस में नौकरी लगी थी। बताया जाता है कि बॉडी बिल्डिंग का हुनर नितेश को परिवार से ही मिला है। नितेश के मामा भी पुलिस में थे और वह भी बॉडी बिल्डिंग किया करते थे।

इंडियन बॉडी बिल्डिंग फेडरेशन (IBBF) के तत्वाधान में आयोजित हुई सात नेशनल टूर्नामेंट में नितेश ने अभी तक पदक जीत चुके है। दैनिक भास्कर से बात करते हुए नेशनल बॉडी बिल्डर ने बताया कि उसका बॉडी बिल्डिंग का शौक अब जुनून बन गया है। हाल ही में रतलाम में आयोजित हुई बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में एमपी के करीब 25 बॉडी बिल्डरों ने भाग लिया था जिसमें सिर्फ नितेश थापा ने कांस्य पदक जीता था। नितेश का कहना है कि बहुत परेशानी होती है कि ड्यूटी भी करों और फिर टूर्नामेंट की तैयारी करों , ऐसे में रेस्ट नहीं मिल पाता है।

नितेश ने बताया कि अभी तक उन्होंने मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए नेशनल बॉडी बिल्डिंग जो कि जम्मू में 2011 में आयोजित हुई थी उसमें वह टॉप टेन में रहें, इसके अलावा दिल्ली में 2013 में आल इंडिया पुलिस में एमपी का प्रतिनिधित्व किया। पंजाब में 2014 में फेडरेशन कप में नितेश ने चौथा नंबर हासिल किया, 2014 में ही वेस्टन इंडिया जो कि उज्जैन में हुई थी उसमें नितेश ने तीसरा नंबर अर्जित किया था। इसके अलावा 2023 में ही नेशनल बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता जो कि रतलाम में संपन्न हुई उसमें नितेश ने कांस्य पदक जीता।

नितेश ने बॉडी बिल्डिंग में तो मेहनत की, इसके अलावा नितेश को परिवार वालों से भी स्पोर्ट्स गॉड गिफ्ट में मिला। नितेश के चाचा के.बी थापा भी नेशनल खिलाड़ी है जो कि सेना से रिटायर्ड हुए है, इसके अलावा नितेश के पिता भी पुलिस से रिटायर्ड हुए है हो कि बास्केट बाल प्लेयर थे, नितेश के छोटे भाई भी बास्केट बाल प्लेयर है जो कि CISF में पदस्थ है।

नितेश की मेहनत को लेकर इंडियन बॉडी बिल्डिंग फेडरेशन (IBBF) के जिला सेक्रेटरी पवन शर्मा का कहना है कि बहुत खुशी होती है जब नितेश जैसे खिलाड़ी जबलपुर और प्रदेश का नाम देश भर में रोशन करते है पर दुख इस बात का भी होता है कि इन खिलाडियों कि मदद के लिए सरकार आगे नहीं आती। नितेश जैसे जितने भी बॉडी बिल्डिंग से जुड़े खिलाड़ी है उन्हें अपने खर्चे से ही आना-जाना होता है इतना ही नहीं खाने-पीने की व्यवस्था भी स्वयं करनी होती है। पवन शर्मा ने बताया फेडरेशन से जितना होता है वह मदद करता है, पर सरकार अगर नितेश जैसी प्रतिभाओं को अपनाकर इनकी मदद करें तो ये खिलाड़ी सिर्फ प्रदेश ही नहीं बल्कि देश का नाम भी रोशन कर सकते है।

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