ग्वालियर – चार बार डेडलाइन के बाद भी योजना बाइंडअप नहीं, ठेकेदार को बचाने सरका रहे हैं अफसर

अमृत योजना फेज 1… 2017 में शुरू हुई योजना 24 महीने में होनी थी पूरी, साढ़े पांच साल बाद भी काम अधूरे …

योजना के फेज-2 में होगी देरी

ग्वालियर. शहर में चल रही अमृत योजना फेज-1 का बाइंडअप करने के लिए चार बार डेडलाइन दी जा चुकी है, लेकिन अधिकारी इसे बंद नहीं कर रहे हैं। वजह यह है कि अभी भी पांच प्रतिशत से ज्यादा काम अधूरे पड़े हैं। इससे ठेकेदार को बचाने के लिए अधिकारी लगातार इसे आगे सरका रहे हैं। शहर में सीवर व पानी की समस्या के निराकरण के लिए 2017 में यह योजना शुरू की गई थी। इसे 24 महीने में पूरा किया जाना था, लेकिन साढ़े पांच साल में 730 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी काम पूरा नहीं हो सका है। अब इसे बंद किया जाना है, जिससे अमृत योजना फेज-2 शुरू की जा सके। इसके लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई कई बार अधिकारियों व ठेकेदार को बाइंडअप करने के लिए कह चुके हैं।

अमृत योजना के अधिकारियों ने पहले 5 मार्च, फिर 10 मार्च और उसके बाद 15 मार्च को बाइंडअप करने का कहा। अभी हाल ही में भोपाल में हुई बैठक में प्रमुख सचिव ने 31 मार्च से पहले बाइंडअप करने के लिए कहा, लेकिन अब भी यह फेज-1 का बाइंडअप नहीं किया गया है। ऐसे में अमृत योजना फेज-2 के लिए राशि मिलना काफी मुश्किल होगा। क्योंकि फेज-1 के कार्य पूरे होने के बाद ही फेज-2 प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू होगा।

सख्ती की नोटंकी, लेकिन कार्रवाई नहीं

अमृत योजना प्रोजेक्ट की फरवरी-2020, 31 दिसंबर-2021 व 31 मार्च-2022 यानी तीन बार डेट बढ़ाई गई। 50 बार से अधिक बार चेतावनी जारी की गई। दो बार 20 से 50 हजार रुपए का व हाल ही में दो बार कंपनी पर एक-एक लाख का जुर्माना लगाया गया। 10 बार अधिकारियों ने कंपनी पर एफआइआर की धमकी दी और तीन बार ब्लैक लिस्टेड करने के लिए पत्र लिखा गया। जिम्मेदार अधिकारियों ने इस तरह सख्ती की नोटंकी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।

ये कार्य अभी भी अधूरे

730 करोड़ के प्रोजेक्ट में सीवर-पानी के चार प्रोजेक्टों के तहत शहर में कार्य किए गए। लेकिन साढ़े पांच साल होने बाद भी अब तक 95 प्रतिशत ही काम पूरे हुए हैं। शहर के कुछ वार्डों में लाइन अभी भी नहीं डाली गई है। डीएमए का मिलान भी आधा-अूधरा है, पानी-सीवर की लाइन के लिए खोदी गई सड़कें भी आधी-अधूरी पड़ी हैं। माढरे की माता के पास बनाई गई टंकी की टेस्टिंग नहीं हुई। टकसाल टंकी, हुजरात पुल व दानाओली चावड़ी बाजार के पास टंकी बनाई गई है, लेकिन यहां लाइन फटने से टंकी चालू नहीं हुई। कई क्षेत्रों मेें अभी लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है। इंटर कनेक्शन नहीं किए गए, डीएमए (डिस्ट्रिक मीटर एरिया) भी पूरे नहीं किए और टंकी से भी नहीं जोड़ा गया। वाटर हेड टैंक, ओवर हेड टैंक पर पानी की लाइन नहीं डाली गई। संपवेल व फीडर लाइन का कार्य बाकी है।

अधिकतर सड़कों पर रेस्टोरेशन नहीं किया गया है, अधिकतर टंकी में स्काडा नहीं लगाए गए हैं।

इस महीने बाइंडअप कर देंगे

अमृत योजना के कुछ कार्य रह गए हैं, जो इसी सप्ताह पूरे कर लिए जाएंगे। इसके बाद फाइल संबंधी कार्य पूरा कर इसी महीने अमृत योजना फेज-1 का बाइंडअप कर दिया जाएगा।

जागेश श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी अमृत योजना

फेज-1 के सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं

अमृत योजना फेज-1 के लगभग सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं, जो कार्य रह गए हैं उन्हें फेज-2 में कराया जाएगा। अब फाइलिंग का कार्य चल रहा है, इसी महीने अमृत योजना फेज-1 का बाइंडअप कर दिया जाएगा।

किशोर कान्याल, आयुक्त नगर निगम

ये आ रही समस्या

शहर में हर दिन कहीं न कहीं पानी की लाइन फूटने से लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है।

सीवर चैंबर चौक, सीवर लाइन लीकेज और सड़क का रेस्टोरेशन नहीं होने से आमजन परेशान हैं।

शहरवासियों को पीने के लिए साफ पानी नहीं मिल पा रहा है।

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