स्वीमिंग पूल: लोगों की जान से खिलवाड़, लाइफ गार्ड तो दूर लाइफ जैकेट तक नहीं

स्वीमिंग पूल: लोगों की जान से खिलवाड़, लाइफ गार्ड तो दूर लाइफ जैकेट तक नहीं

शहर में बिना अनुमति चल रहे हैं आधा दर्जन पूल, करते हैं लाखों लीटर पानी की बर्बादी

भिण्ड. गर्मियां आते ही स्वीमिंग पूल में नहाने और मौज मस्ती का दौर शुरू हो जाता है। शहर में भी आधा दर्जन से अधिक पूल हैं जिनमें बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। लेकिन नियमों को दरकिनार कर स्वीमिंग पूल का संचालन किया जा रहा है। इन पूल में सुरक्षा के मानक तक पूरे नहीं किए गए हैं। जिससे पूल में आने वाले लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। पत्रिका ने शुक्रवार को शहर के स्वीमिंग पूल का सेफ्टी का जायजा लिया तो किसी भी पूल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं मिले।

प्रशासन नहीं कर रहा कार्रवाई

शहर के कीरत पुरा रोड, ग्वालियर रोड, इटावा रोड, बायपास के पास, अशोक नगर अटेर रोड, लश्कर रोड और अटेर रोड पर आधा दर्जन से अधिक स्वीमिंग पूल संचालित किए जा रहे हैं। लेकिन सुविधा के नाम पर पूल संचालक मानकों की पूर्ति नहीं कर रहे हैं। गुरुवार को कीरतपुरा के स्वीमिंग पूल में एक युवक डूब गया, जिसे साथी गोताखोरों ने पानी से बाहर निकाला, जबकि संचालक के पास बचाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। इसी तरह गत वर्ष 2022 में एक किशोर की पूल में डूबने से मौत हो गई थी।

सुरक्षा मानकों के बगैर संचालित हो रहे शहर में स्वीमिंग पूल, हादसों से भी नहीं लिया सबक

स्वीमिंग पूल के लिए यह हैं नियम

-नगर पालिका से अनुमति लेना अनिवार्य।

– राष्ट्रीय या राज्य स्तर का खिलाड़ी कोच हो।

– लाइफ गार्ड साई द्वारा प्रमाणित हो।

– पूल में फिल्टर प्लांट हो, जो 24 घंटे में चार घंटे चले।

– इंडोर या आउटडोर पूलों में पर्याप्त रोशनी हो।

– आक्सीजन के साथ लाइफ सेविंग किट जरूरी।

– पूल पर रजिस्टर मेंटेन हो, जिसमें हर तैराक का उल्लेख हो।

– चेंजिंग रूम होना जरूरी।

– पूल की गहराई की मार्किंग होनी चाहिए।

-बच्चों के लिए पूल में पानी 3.50 मीटर हो।

शहर में एक भी स्वीमिंग पूल ने अनुमति नहीं ली है। पानी की बर्बादी और हादसों को रोकने के लिए सभी पूलों की जांच कराई जाएगी। बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे स्वीमिंग पूलों को बंद कराएंगे।

इन दुर्घटनाओं से नहीं ली सीख

अप्रैल-2008: कीरतपुरा पर बने कच्चे स्वीमिंग पूल में नहाते वक्त एक युवक की डूबने से मौत हो गई थी। जिसके बाद संचालक ने इस पूल की जगह पक्का पूल बना दिया।

दिसंबर-2022 : 6 दिसंबर 2022 को कीरतपुरा पर पूजा स्वीमिंग पूल 12 वर्षीय किशोर शिवजी नाथ पुत्र कुशलनाथ निवासी इटावा की डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।

मई-2023: गुरुवार को 26 वर्षीय विकास राठौर गुरुवार को दोपहर 12 बजे शहर के आइपीएस रोड पर संचालित स्वीमिंग पूल पर अपने दोस्तों के साथ नहाते वक्त डूब गया था। युवक को निकाल लिया गया, जिसका इलाज ग्वालियर में चल रहा है।

पूलों में फिल्टर मशीन नहीं, पानी की बर्बादी

नियम अनुसार प्रत्येक स्वीमिंग पूल में फिल्टर होना अनिवार्य है। लेकिन शहर के अटेर रोड पर एक पूल में पानी को फिल्टर करने की मशीन लगी है। फिल्टर मशीन न होने के कारण दो दिन में पूल का लाखों लीटर पानी गंदा हो जाता है। जिसे संचालक द्वारा खाली कराकर नए सिरे से पूल को भरा जाता है। खास बात यह है कि नगर पालिका प्रशासन ने पानी की बर्बादी और लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे संचालकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अभी तक ठोस कदम नहीं उठाए हैं।

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