नोएडा प्राधिकरण ने खोले RRR CENTER ..!

​​​​​​​यहां जमा करे पुराना सामान, जरुरत मंद के आएगा काम, नहीं तो किया जाएगा रिसाइकिल

नोएडा के सेक्टर-18 में RRR सेंटर का उद्घाटन करते एसीईओ प्रभाष कुमार व उनके साथ मौजूद अधिकारी …

“मेरा जिंदगी मेरा स्वच्छ शहर अभियान” शनिवार से शुरू हो गया। इसके लिए ट्रिपल आर (रिड्यूस, रीयूज और रिसाइकिल) संग्रह केंद्र स्थापित किए जा रहे है। ये ऐसे स्थान है जहां लोग प्लास्टिक की वस्तुओं , पुरानी किताब , इलेक्ट्रनिक वेस्ट और इस्तेमाल किए गए कपड़े, जूतों एवं अन्य किसी वस्तु को दे सकते है। जिसे आगे जरुरत मंद के उपयोग या रिसाइकिल किया जाएगा।

ये केंद्र सुबह सात से 11 बजे तक खुला रहेगा। इस क्रम में शनिवार को नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सेक्टर-18 में प्रभास कुमार ने कियोस्क नंबर के-15 में आरआरआर संग्रह केंद्र की शुरुआत की। इसके अलावा मोबाइल वैन को भी हरी झंडी दिखाई गई। ये वैन एचसीएल फाउंडेशन की ओर से चलाई जा रही है। जिसमें आप अपना पुराना सामान दे सकते है।

ट्रिपल आर मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाते एसीईओ व ओएसडी।
ट्रिपल आर मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाते एसीईओ व ओएसडी।

प्राधिकरण डीजीएम एसपी सिंह ने बताया कि प्राधिकरण ने एक वाट्सएप नंबर 9717080605 भी जारी किया है। इसके तहत आरडब्ल्यूए , एओए और ग्रामीण फोन करके एकत्रित किए गए प्लास्टिक की वस्तुओं, पुरानी किताब, इलेक्ट्रानिक सामान आदि दे सकते है। इसके अलावा एक आरआरआर संग्रह केंद्र 5 प्रतिशत प्लाट के सामने कोंडली बाजार सेक्टर-122 में खोला गया। इसका उद्घाटन परियोजना अभियंता आरके शर्मा ने किया।

सेंटर के अंदर अधिकारियों को दिशा निर्देश देते एसीईओ प्रभाष कुमार

इस मौके पर ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह, अविनाश त्रिपाठी, डीजीएम एसपी सिंह, वरिष्ठ परियोजना अभियंता विजय रावल, परियोजना अभियंता गौरव बंसल व अन्य मौजूद रहे।

संग्रहण के लिए सेंटर में बनाई गई है अलग-अलग रैक
संग्रहण के लिए सेंटर में बनाई गई है अलग-अलग रैक

इन स्थानों पर खोले जाएंगे अस्थाई स्वच्छता केंद्र
इसके अलावा बाकी सभी सर्किल में अस्थायी आरआरआर संग्रह खोले जाएंगे। इसमें सेक्टर-50 आरडब्ल्यूए सेक्टर-51, सेंचुरी अपार्टमैंट, सेक्टर-100 व अन्य आरडब्ल्यूए और एओए परिसर में भी ये केंद्र खोले जाएंगे। इस मौके पर एसीईओ प्रभाष कुमार ने कहा कि इन संग्रह केंद्रों में आने वाले सामान को एचसीएल फाउंडेशन और गाइडेड फॉर्च्यून समिति व एसएचजी के जरिए अप साइकिल किया जाएगा। इससे बनी वस्तुओं को भी जरूरत मंदों को दिया जाएगा।

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