ग्वालियर.| माध्यमिक शिक्षा मंडल की हाईस्कूल और हायर सेकंडरी की कापियों को जांचने के लिए ग्वालियर में बनाए गए केंद्र की मूल्यांकन अधिकारी नवोदिता गुप्ता से अभद्र व्यवहार करने के मामले में जांच पूरी हो कर जांच रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंप दी गई है। लेकिन रिपोर्ट पहुंचने के बाद भी जिला कलेक्टर ने इस मामले में अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं |

यानी यह कहना गलत नहीं होगा के इस आरोप की जांच अब ठंडे बस्ते में पहुंच गई है | बता दें कि अभद्र व्यवहार का आरोप जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार और जिला परीक्षा प्रभारी भूपेंद्र सिंह सिकरवार पर है। मामले की जांच कर रहे लोक शिक्षण संभाग के संयुक्त संचालक दीपक पांडे ने फरियादी सहित दोनों अन्य अधिकारियों को इस मामले में अपना स्पष्टीकरण देते हुए पक्ष रखने का अवसर दिया था |

ये है पूरा मामला :

माध्यमिक शिक्षा मंडल ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शिंदे की छावनी को मूल्यांकन केंद्र बनाया और विद्यालय की प्राचार्य नवोदिता गुप्ता को मूल्यांकन अधिकारी का दायित्व सौंपा है। चूंकि यहां अन्य जिलों की कापियां जांचने के लिए भेजी जाती हैं। इस कारण यह अति गोपनीय कार्य होता है। इसमें मूल्यांकन अधिकारी की भी सीमाएं होती हैं, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी और जिला परीक्षा प्रभारी ने कापियों की जानकारी देने के लिए लगातार मूल्यांकन अधिकारी पर दबाव डालना शुरू किया।

इसके चलते नवोदिता गुप्ता ने डीइओ और जिला परीक्षा अधिकारी पर आरोप लगाते हुए आयुक्त लोक शिक्षण संचनालय को पत्र भेजा है। उन्होंने पत्र में लिखा है मूल्यांकन की पूरी प्रगति रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार और जिला परीक्षा प्रभारी भूपेंद्र सिंह को व्यक्तिगत रूप से और ई-मेल, वाट्सएप के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है। इसके बावजूद दोनों अधिकारी मिलकर लगातार नौकरी और पद से हटाने सहित निलंबित कराने की धमकी दे रहे हैं। इस पूरे मामले में साक्ष्य के तौर पर उन्होंने काल रिकार्डिंग होने का भी उल्लेख किया है।