राज्य सरकार से क्यों खफा हैं हरियाणा के किसान?

राज्य सरकार से क्यों खफा हैं हरियाणा के किसान? जानें विवाद की असली वजह

हरियाणा पुलिस ने हाईवे खुलवा लिया हो लेकिन अभी भी किसान कुरुक्षेत्र के पास शाहबाद-लाडवा हाईवे को जाम कर के बैठे हुए हैं. जबकि पूरे हरियाणा में किसानों ने अपने किसान साथियों पर हुए लाठीचार्ज के मामले को लेकर तमाम स्टेट और नैशनल हाइवे जाम करने की आज कॉल भी दे रखी है.
sunflower MSP Haryana: राज्य सरकार से क्यों खफा हैं हरियाणा के किसान? जानें विवाद की असली वजह

सूरजमुखी की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹6400 प्रति क्विंटल है. किसान इसी समर्थन मूल्य पर फसल की खरीद की मांग कर रहे हैं जबकि हरियाणा सरकार भावांतर भरपाई योजना के तहत खरीद कर रही है. अनाज मंडियों में हरियाणा सरकार के एजेंसी हैफेड की ओर से ₹4800 प्रति क्विंटल में खरीद की जा रही है और ₹1000 प्रति क्विंटल किसान को भावांतर भरपाई योजना के तहत दिए जा रहे हैं. किसानों का कहना है कि सरकार के इस कदम से किसानों को प्रति क्विंटल 1000 से 1200 रुपए का नुकसान हो रहा है.

आज राकेश टिकैत पहुंच रहे हरियाणा

मंगलवार शाम करीब 7:00 बजे हरियाणा पुलिस ने लाठीचार्ज करके और वाटर कैनन का इस्तेमाल करके किसानों को हाईवे से हटा दिया है. जबकि किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी के साथ ही करीब 30 किसान नेता पुलिस की हिरासत में है. अब इसे लेकर ही विवाद गहराता जा रहा है.

किसान नेताओं की गिरफ्तारी और किसानों पर हुए लाठीचार्ज के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के किसान नेता राकेश टिकैत सुबह 11:00 बजे शाहाबाद में किसानों के धरनास्थल पर पहुंच रहे हैं. दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे को भले ही हरियाणा पुलिस ने खुलवा लिया हो लेकिन अभी भी किसान कुरुक्षेत्र के पास शाहबाद-लाडवा हाईवे को जाम कर के बैठे हुए हैं. जबकि पूरे हरियाणा में किसानों ने अपने किसान साथियों पर हुए लाठीचार्ज के मामले को लेकर तमाम स्टेट और नैशनल हाइवे जाम करने की आज कॉल भी दे रखी है.

 

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