ग्वालियर स्टेशन पर बंद पड़ी वाटर वेंडिंग मशीनें, यात्री हो रहे परेशान
ग्वालियर. गर्मी के मौसम में ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों को सस्ती कीमत पर ठंडा पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, क्योंकि स्टेशन पर सस्ता पानी उपलब्ध कराने के लिए लगाई गई वाटर वेंडिंग मशीनें बंद पड़ी हैं। रेलवे के अधिकारी इनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं कर रहे हैं, जिससे यात्रियों को कम कीमतों में आरओ का ठंडा पानी उपलब्ध हो सके। जून माह में दिन का पारा 42 डिग्री पहुंचते ही ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों का गला प्यास के चलते चटकने लगा है। ऐसे में ग्वालियर स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों को गला तर करने के लिए परेशान होना पड़ रहा है, क्योंकि कोविड काल के चलते स्टेशन पर आइआरसीटीसी द्वारा लगाई गईं वाटर वेंडिंग मशीनें बंद हैं।
इन मशीनों को लगाने वाली कंपनी और आइआरसीटीसी के बीच न्यायालय में केस चल रहा था, जिसके बाद अब इन मशीनों को रेलवे द्वारा चालू किया जाना है। रेलवे द्वारा मशीनों को चालू करने के लिए टेंडर निकालने के बाद भी कंपनियां रुचि नहीं दिखा रही हैं। वर्तमान में ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर हर दिन करीब 40 हजार यात्रियों का आवागमन हो रहा है। वहीं भीषण गर्मी के बीच स्टेशन पर यात्रियों को ठंडे पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। ट्रेन से उतरकर यात्री ठंडा पानी लेने के लिए मशीन के पास जाते हैं, तो पता चलता है कि वह बंद हैं। इसके बाद यात्रियों को वहां से बिना पानी के ही लौटना पड़ता है या फिर उन्हें 15 रुपए में पानी की बोतल खरीदनी पड़ती है। वाटर वेंडिंग मशीन से यात्रियों को एक रुपए में 300 मिली, तीन रुपए में आधा लीटर, पांच रुपए में 1 लीटर और 20 रुपए में पांच लीटर आरओ का पानी मिलता था। वाटर वेंडिंग मशीन न चलने के कारण यात्रियों को मजबूरन पानी की बोतल खरीदनी पड़ रही है। वेंडर के मुताबिक रेलवे स्टेशन पर 15 से अधिक स्टाल हैं। एक दुकान से औसतन पानी की 140 बोतलें बिक जाती हैं। यानी 15 दुकानों से रोजाना तीन हजार बोतलें बिक रही हैं, जिन्हें यात्री एक बार इस्तेमाल करके फेंक देते हैं।