भिण्ड : सात साल में भी नहीं बन पाया पुल, अब बढ़ेगी चौड़ाई ..!
फैक्ट फाइल-900 मीटर लंबाई में बन रहा है अटेर घाट पर चंबल का पुल।
-110 करोड़ की लागत बढ़कर 150 करोड़ तक पहुंची।
-300 मीटर लंबाई बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है। -12 मीटर चौड़ाई में बनाया जा रहा है चंबल पुल।
भिण्ड. बिहार की नारायणदास कंपनी द्वारा वर्ष 2016 से कार्य किया जा रहा है। एक साल पूर्व 17 पिलर पर प्लेटफार्म को डेढ़ फीट उठाने का कार्य चल रहा है। प्रगति की बात करें तो अभी तक 6 पिलर पर ही प्लेटफार्म को उठाया जा सका है। हालांकि विभाग के अधिकारियों का दाबा है कि दिसंबर तक कार्य पूरा कर पुल को चालू कर दिया जाएगा।
बता दें पिछली साल नदी में आई बाढ़ का पानी पिलर के स्पान के ऊपर से निकल गया था। जिसे देखते हुए ब्रिज कॉर्पोरेशन ने पुल को डेढ़ मीटर तक ऊंचा करने का प्रस्ताव पारित कराया। इसमें 40 करोड़ रुपए का अतरिक्त खर्च आया है। जबकि पुल की पहले लागत 110 करोड़ थी।
नहीं होगा कमजोर
पुल को बचाने के लिए सबसे बेहतर विकल्प यही था कि उसे डेढ़ फीट ऊंचा किया जाए। पूर्व ब्रिज कॉपरेशन के अधिकारी एमएस जादौन ने बताया पुल में उठाने से कमजोरी नहीं आएगी। क्योंकि इसमें कैप रहती है, जिसमें ब्रेकिट बढ़ जाएंगे। पुल के पिलर का फाउंडेशन 50 मीटर यानि डेढ़ सौ फीट गहरा रहता है जो काफी मजबूत है।
पुल चालू होने के पश्चात मंजूरी मिलती है तो 300 मीटर की लंबाई बढ़ाने में 6 माह का समय लगेगा। इसमें 45 करोड़ रुपए तक का अतरिक्त खर्च आएगा। नेशनल हाइवे 719 पर बरही का पुल बंद होने से इस पुल को चालू करने की मांग बढ़ गई है।
पुल का निर्माण वर्ष 2020 में पूरा होना था, लेकिन पी-5 पिलर वेल फैल हो गया, जिसे ठीक करने में एक साल का वक्त लगा। जब कार्य प्रगति पर आया तो बारिश में नदी का पानी पुल को टच कर गया। जिससे प्लेटफार्म ढहने का खतरा मडराने लगा था।
अटेर-जैतपुर घाट चंबल नदी पर बन रहे पुल की लंबाई दोनों तरफ से 300 मीटर बढ़ाई जाएगी। ब्रिज कॉर्पोरेशन विभाग ने शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा है, जिस पर मंजूरी का इंतजार है। हालांकि अधिकारी इससे पहले दिसंबर माह के अंत तक पुल पर आवागमन चालू करने की बात कह रहे हैं।