बिना लाइसेंस दुकानों पर बिक रहा अमानक बीज

भिण्ड. कई कंपनियों के डीलर कमीशनखेरी के चक्कर में गांव-गांव पहुंचकर छोटे दुकानदारों को लुभाकर गड़बड़ी कर रहे हैं। शहर सहित ग्रामीण इलाकों में सस्ते दामों पर बाजरा, ज्वार, तिल, उड़द, मूंग, मसूर का बीज किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है। कृषि विभाग ने तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है जो पहले ऐसे डीलरों की जांच करेगी जो तय बीज से अधिक दुकानों पर फुटकर में स्टॉक कर रहे हैं। जिले में 150 खाद-बीज की दुकानें पंजीकृत हैं, जिसमें 70 एक्टिव हैं।

इन गांवों में बेचा जा रहा बीज

अटेर, प्रतापपुरा, परा, रिदौली, मुरलीपुरा, उदन्नपुरा, बढ़पुरा, रैपुरा, गढूपुरा, जौरी कोतवाल, सोनेलाल का पुरा, चौम्हो, सुरपुरा आदि गांव में खाद-बीज के साथ किराना की दुकानों पर बीज का बिक्रय किया जा रहा है। किसान उमेश सिंह, मनोज शर्मा, पदमसिंह, जगदीश सिंह ने ऐसे विक्रेताओं की जांच कर कार्रवाई की मांग रखी है।

 

ग्रामीण इलाकों में नकली खाद व उर्वरक की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है। दुकानदार बिना लाइसेंस के ही नकली बीज बेच कर किसानों को ठग रहे हैं। किसानों ने कृषि विभाग के उपसंचालक से जांच कर कार्रवाई की मांग की है।

अभी तक विभाग ने लिए 23 सैंपल

जिले में अभी तक ग्रामीण इलाकों में ज्वार-बाजरा के 23 सैंपल भरे हैं, जिन्हें जांच के लिए भोपाल की लैब में भेजा गया है। वहीं पिछले साल 5 दुकानदार नकली बीज बेचते हुए पकड़े गए थे, जिनके सैंपल फेल होने पर दुकानों का लाइसेंस निरस्त किया गया था। इस बार सैंपल तो भेजे हैं, लेकिन बीज का बिक्रय बंद नहीं हुआ है।

ल रहा है। इसकी जांच की जाएगी।

नकली बीज बेचने पर 50 हजार तक जुर्माना

नकली खाद-बीज बेचने वालों पर 25 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। वहीं दुकानदार शुद्धता का गलत डेटा प्रस्तुत करता है या हानिकारक बीच बेचता है तो ऐसी स्थिति में 50 हजार तक जुर्माना या 6 माह की कैद हो सकती है।

 

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