सड़कों पर घट गए और गलियों में बढ़ गए मनमर्जी के स्पीड ब्रेकर

सड़कों पर घट गए और गलियों में बढ़ गए मनमर्जी के स्पीड ब्रेकर …
ग्वालियर. स्पीड ब्रेकर को लेकर सरकारी गाइडलाइन है उसके हिसाब से ब्रेकर की ऊंचाई 10 सेंमी से ज्यादा नहीं होना चाहिए। लंबाई और चौड़ाई का भी सरकारी पैमाना तय है। लेकिन शहर में इस गाइड लाइन का पालन नहीं है। सड़कों की बजाए गलियों में स्पीड ब्रेकर की गिनती बढ़ी है। इन्हें भी वहां रहने वाले अपने हिसाब से बनवा रहे हैं। नियम के मुताबिक तो ब्रेकर कहां बनेगा, उसकी लंबाई चौडाई गाइड लाइन के हिसाब से रहेगी। निगरानी नगरनिगम की जिम्मेदारी है।
शहर की पुरानी सड़कें खोदकर नई बनाई जा रही हैं इसलिए मन मुताबिक बनवाए गए स्पीड ब्रेकर भी खुद गए हैं। नई सड़क पर बे्रकर नहीं है इससे लोगों को राहत है। लेकिन गलियों में ब्रेकर की गिनती बढ़ रही है। इनमें सीमेंट कंक्रीट के स्पीड ब्रेकर बन रहे हैं। बस्ती और गली में रहने वालों ने अपने हिसाब से इन्हें बनवाया है। उसके पीछे लोग वजह भी गिनाते हैं कि ज्यादातर सड़कों के बीच में डिवाइडर बनाए गए हैं। इन पर आने और जाने वालों की लाइन बंटी है। लंबा फेरा काटने से बचने के लालच में लोग गलियों मेें गाड़ी घुसाते और तेज रफ्तार दौड़ाते हैं। घनी बस्तियों के रास्ते पर रहवाइश ज्यादा है। बच्चे भी घरों के बाहर ही खेलते हैं। इसलिए ब्रेकर बनाना मजबूरी है। लोगों की कोशिश रहती है ब्रेकर जितना ऊंचा होगा गाड़ी चलाने वाला उतनी धीमी रफ्तार से गाड़ी निकालेगा। इसलिए थोड़ी, थोडी दूरी पर ब्रेकर बनाए हैं।

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