ग्वालियर  पत्रकार अतुल राठौर की मौत पर पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार को जिम्मेदार माना गया है। हजीरा थाना पुलिस ने पत्रकार की मौत के तीन दिन बाद एफआइआर दर्ज की है। हालांकि अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने आइपीसी की धारा 304ए के तहत एफआइआर दर्ज की है। पुरानी छावनी निवासी पत्रकार अतुल राठौर शनिवार को घर लौट रहे थे। हजीरा स्थित प्रसाद नगर के पास पहुंचे तभी सड़क पर खुला चेंबर था। इसमें बाइक का पहिया घुसा और वे उछलकर सड़क पर जा गिरे थे। वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, इसके चलते अस्पताल में भर्ती करवाया गया। लेकिन अंतत: अतुल ने जिंदगी और मौत से लड़ते हुए दम तोड़ दिया था। स्वजन और साथियों ने पीडब्ल्यूडी ठेकेदार सहित मामले में लापरवाही बरतने वाले पीडब्ल्यूडी व नगर निगम अफसरों पर कार्रवाई की मांग की थी। अफसरों पर तो कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन ठेकेदार को जिम्मेदार मानते हुए केस दर्ज किया गया है। हजीरा थाना प्रभारी संतोष सिंह भदौरिया ने बताया ठेकेदार रामकिशोर त्रिपाठी पर एफआइआर दर्ज की गई है।

सीवर चेंबर ठीक करने के आदेश पर 24 घंटे बाद भी अमल नहीं …

चार शहर का नाका के पास खुले सीवर चैंबर में गिरकर मीडियाकर्मी अतुल राठौर की मौत के बाद अब नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी सक्रिय हुए हैं। नगर निगम आयुक्त ने ऐसे हादसे की पुनरावृत्ति रोकने के लिए गुरुवार को एक आदेश जारी कर निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करने के लिए कहा है। इसमें ज्यादातर बिंदु सीवर चैंबर के कार्यों से जुड़े हैं। इसके अलावा जर्जर सड़कों पर पैच रिपेयरिंग करने के लिए भी कहा है। उन्होंने सीवर व पानी के चैंबरों को सुधारने के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की है।

निगमायुक्त ने आदेश में कहा है सीवर व पानी के चैंबर, नाले-नाली के चैंबर का निर्माण सड़क के लेवल से मिलाकर किया जाए। इनका लेवल सड़क से ऊपर या नीचे नहीं होना चाहिए। निर्माण कार्य उसी दिन पूरा होना चाहिए। यदि समय अधिक लग रहा है, तो निर्माण स्थल के चारों ओर फेंसिंग कर दी जाए। सीवर सफाई के दौरान निकाली गई सिल्ट और मलबे को तत्काल मौके से हटा लिया जाए। इसकी जिम्मेदारी संबंधित एजेंसी की होगी। कार्य शुरू करने से पहले सारे सुरक्षात्मक उपायों के फोटोग्राफ नगर निगम के ग्रुप में पोस्ट करने होंगे।

इसके अलावा निर्माण स्थल के आसपास रात के समय प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित होने के साथ ही बेरीकेडिंग कर उस पर रेडियम पट्टी भी होनी चाहिए। उन्होंने 15 दिन के अंदर से सुधार करने के निर्देश दिए हैं। इसमें नाला-नाली चैंबर के लिए संबंधित जेडओ, पानी चैंबर के संबंधित सहायक यंत्री जलप्रदाय, सीवर चैंबर के लिए सहायक यंत्री सीवर संधारण और स्वर्ण रेखा नदी सीवर चैंबर के लिए सहायक यंत्री शिशिर श्रीवास्तव की जिम्मेदारी तय की है। वहीं विभिन्न सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढों में पानी भरने के कारण दुर्घटना की संभावना को देखते हुए पैच रिपेयरिंग एवं ट्रैफिक सेल को निर्देश दिए हैं कि गड्ढों की पैच रिपेयरिंग तत्काल पूरी की जाए। इसके अलावा स्पीड ब्रेकरों के स्लोप भी मानकों के अनुरूप कर दिए जाएं।