इंदौर,: शहर में देर रात तक संचालित होने वाले बार-पब को समय पर बंद कराने की जिम्मा आबकारी विभाग के पास है, लेकिन विभाग की अनदेखी के कारण बार-पब में देर रात तक शराब परोसी जा रही है। इस बात की पुष्टि कलेक्टर इलैया राजा टी के दौरे के दौरान हुई।
कलेक्टर एबी रोड के बार की जांच करने पहुंचे तो वहां पिछले दरवाजे से प्रवेश चालू था और शराब परोसी जा रही थी। मामले में कलेक्टर ने पिचर्स पब को सील करने के निर्देश दिए। इसके बाद इसे सील कर दिया गया।
शहर की स्थिति
– 72 एफएल-2 रेस्त्रां बार
– 49 एफएल-3 होटल बार
– 64 शराब के समूह 173 दुकानें
– 15 वृत्त करते हैं निगरानी
नहीं हो रहा प्रक्रिया का पालन
आबकारी विभाग ने शहर में एफएल-2 (रेस्त्रां बार) के 72 और एफएल-3 (होटल बार) के 49 लाइसेंस जारी किए हैं। एफएल-2 के अधिकांश बार और पब मालवा मिल-अ और ब वृत के अंतर्गत आते हैं। आबकारी उपनिरीक्षक के पास अपने वृत्त के बार और पब समय पर बंद हो, इसकी निगरानी करने दायित्व होता है। इसके बाद भी तय समय पर बार बंद करने की प्रक्रिया का पालन नहीं हो रहा। विभाग की अनेदखी के कारण बार में रात 12 बजे बाद भी शराब पीने-पिलाने का दौर चलता रहता है। जिले में 64 समूह की निगरानी के लिए 15 वृत्त बनाए गए हैं।
विडोरा बार का लाइसेंस हो चुका निरस्त
जिला प्रशासन ने लगातार अनियमितता पाए जाने पर विडोरा बार का लाइसेंस विगत दिनों निरस्त कर दिया। इससे पहले मई माह में भी दो मर्तबा बार का लाइसेंस निलंबित किया जा चुका है। इसके बाद भी बार में देर रात तक ग्राहकों को शराब परोसी जा रही थी। पिचर्स पब का लाइसेंस भी कलेक्टर की जांच के बाद सात दिन के लिए निलंबित किया जा चुका है।
लाइसेंस शर्तों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाती है। शहर में 130 बार हैं। सभी की नियमित निगरानी संभव नहीं है। शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाती है। कलेक्टर ने एक बार पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उस पर कार्रवाई की जा चुकी है।
– मनीष खरे, सहायक आयुक्त आबकारी