ग्वालियर : थीम रोड पर ठेले लगवाने वाले गुंडों ने की थी हत्या, तीन आरोपित पकड़े ?
थीम रोड पर ठेले लगवाने वाले गुंडों ने की थी हत्या, तीन आरोपित पकड़े
थीम रोड पर आधी रात को चाकू से गोदकर नगर निगम क्लर्क के बेटे की हत्या करने वाले तीन आरोपितों को पुलिस ने दबोच लिया है। युवक की हत्या करने वाले गुंडे करोड़ों रुपये की लागत से बनी थीम रोड से माधव डिस्पेंसरी के सामने तक अवैध रूपसेबाजारलगवारहेहैं।
- रिटायर्ड दरोगा का बेटा फरार
- कार से शहर में घूमे हत्यारे, पुलिस बाइक तलाशती रही
- गाड़ी रखने के विवाद में गुंडों ने हत्या की दिल दहला देने वाली वारदात की
थीम रोड की अवैध चौपाटी पर आधी रात को ढोलीबुवा का पुल निवासी आभास उर्फ शिवांश पुत्र योगेश शर्मा दोस्त वत्सल गर्ग के साथ रात को काफी पीने गए थे। योगेश शर्मा नगर निगम में क्लर्क हैं। यहां गुंडा सौरभ खटीक, पुष्पेंद्र परिहार खड़े थे। इन दोनों ने बाइक लगाने पर आभास को टोका। इसी पर मुंहवाद हुआ तो गुंडों ने साथी शेरू गुर्जर, रिटायर्ड दरोगा गंधर्व राणा के बेटे देवेंद्र राणा, नरसिंह कुशवाह सहित आधा दर्जन अन्य साथियों को बुला लिया। घेरकर आभास को पीटना शुरू कर दिया। आभास ने छोटे भाई आयुष को फोन लगाया तो आयुष दोस्त विवेक के साथ आया। गुंडों ने इन पर भी हमला कर दिया। आभास के सीने में चाकू लगा, जो दिल में जा लगा। इससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई। बचाने में भाई आयुष और दोस्त वत्सल गर्ग को भी चाकू लगे। गुंडों ने पत्थर, करछी और डंडे से भी पीटा। हत्या के बाद रात में ही आरोपित चिन्हित हो गए थे। एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने एएसपी ऋषिकेष मीणा के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच के डीएसपी शियाज केएम और झांसी रोड थाना प्रभारी रशीद खान की टीम को लगाया। रविवार रात तीन गुंडे सौरभ खटीक, पुष्पेंद्र परिहार और नरसिंह कुशवाह को पकड़ लिया गया है।
दर्दनाक..टूटा परिवार का सपना, भागवत करने वृंदावन जा रहा था आभास
गुंडों ने परिवार की खुशियां छीन लीं। आभास आध्यात्म के मार्ग पर चलकर भागवताचार्य बनने शास्त्री की उपाधि की पढ़ाई कर रहा था। उसे शनिवार को ही संस्कृत की उपाधि मिली। जन्माष्टमी के बाद उसे भागवत करने वृंदावन जाना था। माता-पिता बेसुध हैं। सावन माह में बेलपत्र महोत्सव का आयोजन हुआ था। शनिवार को इसके समापन पर भंडारा चल रहा था। तभी वत्सल पहुंचा और आभास काफी पीने चला गया।
सनसनीखेज हत्याकांड से पूरा सिस्टम कटघरे में
इस सनसनीखेज हत्याकांड से पूरा सिस्टम कटघरे में है। पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि पुष्पेंद्र परिहार और सौरभ खटीक साथियों के साथ मिलकर थीम रोड से माधव डिस्पेंसरी के सामने, हजार बिस्तर अस्पताल के सामने तक सड़क व फुटपाथ पर कारोबार का ठेका लेते हैं। यह गुंडे कोई काम नहीं करते, सिर्फ दहशत फैलाकर प्रति ठेला एक हजार रुपये प्रतिमाह वसूलते थे। यह लोग करीब 300 ठेले अवैध रूप से यहां लगवा रहे थे। सौरभ ने फुटपाथ पर नारियल के ठेले लगाने से शुरुआत की और अवैध उगाही कर पूरा बाजार लगवाने लगा। सौरभ खटीक पहले भी कंपू इलाके में चाकूबाजी कर चुका है।इन्हें राजनीतिक रसूखदारों का भी संरक्षण था। खुलेआम अवैध चौपाटी लग रही थी। नगर निगम का मदाखलत अमला कार्रवाई से बचता रहा। ठेले वालों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया इन गुंडों की नगर निगम और पुलिस से सांठगांठ थी।
कार से शहर में घूमे हत्यारे, पुलिस बाइक तलाशती रही
– वारदात के बाद पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था से लेकर नाकाबंदी पर सवाल खड़े हो गए हैं। गुंडे शेरू गुर्जर की कार से सुबह चार बजे तक शहर में घूमते रहे। पुलिस इन्हें बाइक पर ढूंढती रही। कार को कहीं नहीं रोका गया। एक जगह चेकिंग प्वाइंट भी मिला, लेकिन हत्यारों को नहीं रोका गया।
– ट्रेन से भागा सौरभ, रिटायर्ड दरोगा बोला- नहीं सुनता बेटा: आरोपित सौरभ राणा ट्रेन से भागा है। सीसीटीवी कैमरे में नजर आया है। रिटायर्ड दरोगा को पुलिस अधिकारियों ने बुलाया। उसने कहा- बेटा हाथ से निकल चुका है। नशा करता है। उसकी नहीं सुनता।
– स्वजन की मांग- आरोपितों के घर चले बुलडोजर: मृतक के स्वजन ने कड़ी कार्रवाई की मांग है। स्वजन की मांग है सभी आरोपितों के घरों पर बुलडोजर चलाया जाए, जिससे इन्हें सबक और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।
हत्या करने वाले गुंडों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इनके मकानों पर बुलडोजर चलाने के लिए संबंधित विभागों से रिपोर्ट मांगी जाएगी। अवैध रूप से उगाही की जानकारी भी मिली है।
एडीजी ग्वालियर जोन