ल के एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर केबी सिंह के नोएडा स्थित आवास पर CBI ने छापेमारी करके गिरफ्तार किया था।

3558 करोड़ के प्रोजेक्ट में देना था लाभ:CBI ने जाल बिछाकर GAIL के कार्यकारी निदेशक को रंगे हाथ पकड़ा, गुजरात बेस्ड कंपनी से है लिं
गेल के एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर केबी सिंह के नोएडा स्थित आवास पर CBI ने छापेमारी करके गिरफ्तार किया था।

सीबीआई (CBI) ने 50 लाख रुपए के कथित रिश्वत मामले में GAIL के कार्यकारी निदेशक केबी सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। केबी सिंह पर गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट्स में कुछ ठेकेदार कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए पैसे की लेनदेन के आरोप लगे हैं। केबी सिंह के साथ चार अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है।

इनमें से वडोदरा के एडवांस इन्फ्रास्ट्रक्चर के निदेशक सुरेंद्र कुमार भी शामिल हैं। जिन प्रोजेक्ट के लिए इनको रिश्वत दी जा रही थी उनमें करीब 3558 करोड़ रुपए निवेश किए जा रहा है। इस खेल में मेकॉन के सीनियर मैनेजर और अज्ञात लोक सेवक की भूमिका क्या है इसको भी जल्द उजागर किया जाएगा।

नोएडा के सेक्टर-72 स्थित केबी सिंह का मकान।
नोएडा के सेक्टर-72 स्थित केबी सिंह का मकान।

सीबीआई ने बिछाया जाल , गिरफ्तार करते ही 4 जिलों में पड़ी रेड

CBI को रिश्वत की लेनदेन के बारे में इनपुट मिला था। इसके बाद एक ट्रेप (जाल ) बिछाया। उन्हें जानकारी हुई 50 लाख रुपए की रिश्वत गेल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर केबी सिंह तक पहुंचाई जानी है। उन्होंने केबी सिंह पर नजर रखनी शुरू की। उन्होंने इंतजार किया इसके बाद रिश्वत की डिलीवरी लेने के बाद केबी सिंह को गिरफ्तार किया। वहीं जो व्यक्ति रिश्वत देने आया था उसे भी गिरफ्तार किया गया। इसके बाद सीबीआई ने एक साथ चार शहर नोएडा, दिल्ली, विशाखापट्‌टनम, बड़ोदरा में रेड कंडक्ट की गई।

इसमें बहुत से आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य मिले है। सीबीआई के मुताबिक आरोपियों को बुधवार को सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा। नोएडा में 20 घंटे से ज्यादा रेड चली। यहां से कई डिजिटल दस्तावेज, फोन रिकार्ड और अन्य कागजी दस्तावेज बरामद किए। सूत्रों के मुताबिक इन दस्तावेज में वड़ोदरा की एडवांस इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ किए जा रहे समझौते से संबंधित है।

अब जानते है उन परियोजना के बारे में जिनमें एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर दे रहे थे लाभ

दो पाइप लाइन परियोजना है जो केबी सिंह के अंडर थी। इसमें श्रीकाकुलम अंगुल पाइप लाइन और विजयपुर औरेया पाइप लाइन। इन दोनों परियोजना में ही ठेकेदार कंपनी को अनुचित फायदा देने की जानकारी सीबीआई को मिली थी। इसमें श्रीकाकुलम अंगुल पाइपलाइन (SAPL) परियोजना करीब 744 किमी लंबी और 2658 करोड़ रुपए निवेश किए गए। ये ओडिशा और आंध्रप्रदेश के होकर जाएगी। वहीं दूसरी बड़ी परियोजना विजयपुर औरेया पाइपलाइन (VAPL) 178 किमी लंबी और 900 करोड़ रुपए निवेश किए गए। इसकी लाइन एमपी और यूपी में जाएगी। दोनों ही प्रोजेक्ट महत्वपूर्ण है।

सीबीआई 6 लोगों पर FIR दर्ज की, 5 की हो चुकी गिरफ्तार

  • कृष्ण बल्लभ सिंह ( के.बी. सिंह) कार्यकारी निदेशक (परियोजनाएं) गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) (गिरफ्तार)
  • सुरेंद्र कुमार निदेशक मेसर्स एडवांस इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड लिमिटेड,वडोदरा (गिरफ्तार)
  • दविंदर सिंह, सीजीएम, गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) (गिरफ्तार)
  • सुनील कुमार,वरिष्ठ महाप्रबंधक, मेकॉन लिमिटेड
  • हर्ष यादव, निवासी दिल्ली (गिरफ्तार)
  • सूर्यवेश, निवासी झज्जर (हरियाणा) (गिरफ्तार)
  • अज्ञात लोक सेवक और निजी व्यक्ति

आइए आपको GAIL के बारे में बताते हैं…

GAIL (गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) एक पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत आने वाली महारत्न कंपनी है। GAIL की स्थापना 1984 में हुई थी और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह भारत के साथ-साथ विदेशों में भी कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। यह देश में सबसे बड़ी सरकारी स्वामित्व वाली प्राकृतिक गैस प्रसंस्करण और वितरण कंपनी है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इसका मुख्य काम प्राकृतिक गैस, तरल हाइड्रोकार्बन, तरलीकृत पेट्रोलियम गैस ट्रांसमिशन, पेट्रोकेमिकल, सिटी गैस वितरण, अन्वेषण और उत्पादन, गेलटेल और बिजली उत्पादन है।

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