हर 2 लोकसभा सीटों पर कॉल सेंटर बनाएगी भाजपा !

हर 2 लोकसभा सीटों पर कॉल सेंटर बनाएगी भाजपा ….
हर सेंटर से जुड़ेंगे 20 हजार कार्यकर्ता; एक टीम प्रचार करेगी, दूसरी विरोधियों से निपटेगी ….
भाजपा सितंबर अंत तक देशभर में 250 से ज्यादा कॉल सेंटर स्थापित कर लेगी

भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में उतरने का रणनीतिक खाका तैयार कर लिया है। भाजपा सितंबर अंत तक देशभर में 250 से ज्यादा कॉल सेंटर स्थापित कर लेगी। दो लोकसभा सीटों पर एक कॉल सेंटर होगा। हर सेंटर से 20 हजार कार्यकर्ता जुड़े रहेंगे, जो 24×7 लगातार लोगों तक पार्टी के संदेश पहुंचाते रहेंगे। 2019 की तरह इस बार भी मोबाइल फोन ही सबसे बड़ा टूल साबित होगा।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और संगठन महामंत्री बीएल संतोष कॉल सेंटर स्थापित करने वाले शीर्ष पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं। इन्हें प्रजेंटेशन देकर समझाया जा चुका है कि प्रचार का काम कैसे करना है।

हर कॉल सेंटर में होंगी 2 टीमें
हर कॉल सेंटर पर दो टीमें रहेंगी। पहली टीम के कॉलर मोदी सरकार की योजनाओं का न सिर्फ प्रचार करेंगे, बल्कि यह भी बताएंगे कि योजनाओं का अब तक कितना लाभ मिला है। जैसे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर, मुफ्त अनाज, कोविड टीकाकरण, आयुष्मान भारत आदि। सूत्र बता रहे हैं कि हर व्यक्ति पर कितना खर्च हुआ, उसका पूरा हिसाब कॉल करके लोगों को बताया जाएगा।

कॉल सेंटर की दूसरी टीम विरोधियों पर हमलावर रहेगी। हिंदुत्व, देश, जाति, सेना, क्षेत्र, भाषा, वेशभूषा आदि के विरोध में दिए गए पिछले बयानों को रिसर्च कर खोजेगी। इसके लिए रिसर्चरों की टीमें बनाई जा रही हैं।

कॉल सेंटर के जरिए ही केंद्रीय नेतृत्व रियल ज्योग्राफिकल लोकेशन के हिसाब से इनपुट लेगा।
कॉल सेंटर के जरिए ही केंद्रीय नेतृत्व रियल ज्योग्राफिकल लोकेशन के हिसाब से इनपुट लेगा।

विरोधी दलों की सभाओं में गए लोगों को तुरंत मैसेज जाएगा
कॉल सेंटर के अलावा भाजपा राज्यवार दो इलेक्शन वाररूम बनाएगी, जहां से विरोधी दलों की सभाओं की जियो मैपिंग भी की जाएगी। उत्तर प्रदेश, बिहार, प. बंगाल, महाराष्ट्र और तमिनलाडु में तीन से चार वॉररूम बनेंगे। बाकी राज्यों में जहां सीटों की संख्या 10 या इससे अधिक है, वहां दो वाररूम बनेंगे।

सूत्रों का कहना है कि जियो मैपिंग के जरिए विरोधी दलों की रैलियों-सभाओं में गए लोगों के मोबाइल फोन पर तुरंत ही विरोधी दलों के तर्कों और वादों की काट के संदेश पहुंच जाएंगे। कॉलर रियल टाइम पर सूचनाएं भेजेंगे। कॉल सेंटर के जरिए ही केंद्रीय नेतृत्व रियल ज्योग्राफिकल लोकेशन के हिसाब से इनपुट लेगा।

मोदी कुल 127 रैलियां करेंगे, समीक्षा के बाद घटाई-बढ़ाई जा सकती हैं
अक्टूबर के मध्य में घोषणापत्र बनाने, नैरेटिव तैयार करने, मुद्दे तलाशने पर वर्किंग शुरू होगी। पीएम नरेंद्र मोदी की 127 रैली कराने की योजना है। अक्टूबर-नवंबर में समीक्षा के बाद रैलियों की संख्या घटाई-बढ़ाई जा सकती है। मिशन की औपचारिक शुरुआत जनवरी में होगी। माना जा रहा है कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही चुनावी उद्घोष हो जाएगा।

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