सीएम के पैरों में दंडवत पर ऊर्जा मंत्री !

सीएम के पैरों में दंडवत पर ऊर्जा मंत्री का जवाब …बोले-भारतीय संस्कृति में इससे अच्छा शुक्रिया मुझे नजर नहीं आता

प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री और कट्‌टर सिंधिया समर्थक प्रद्युम्न सिंह तोमर हमेशा अपने अलग अंदाज के लिए चर्चा में रहते हैं। मंगलवार को उन्होंने प्रदेश की राजधानी में सीएम शिवराज सिंह, सहित प्रदेश के सभी मंत्री और अफसरों को आश्चर्य में डाल दिया। सेवा नगर में एक शराब दुकान को बंद करने के लिए कैबिनेट के एक्स एजेंडे में प्रस्ताव आया था जिसे CM ने बिना बहस की मंजूरी दे दी। यही वो अवसर था कि अपने चिरपरिचित अंदाज में ऊर्जा मंत्री तोमर अपनी कुर्सी से उठे और CM शिवराज सिंह के चरणों में दंडवत होकर लेट गए।

यह देख सभी आश्चर्य में पड़ गए, लेकिन ऊर्जा मंत्री तोमर ग्वालियर में मंच पर कई बार ऐसा केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के सामने कर चुके हैं। एलिवेटेड रोड के लिए फंड देने और शुभारंभ के मौके पर केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी के लिए भी वह मंच से ऐसे ही दंडवत हो गए थे। चलिए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से जानते हैं कि उनका इस तरह चरणों में दंडवत होकर धन्यवाद कहने को लेकर वह क्या सोचते हैं।

सवाल: आपने आखिरकार ऐसा क्यों किया उसके पीछे क्या सोच थी।
जवाब: सीएम ने ग्वालियर का जो सम्मान किया। शराब दुकान बंद करने को मंजूरी दी। इसलिए मैंने उन्हें दंडवत होकर प्रमाण किया। इसमें क्या बुराई है।

सवाल: क्या और कोई तरीका नहीं था कि शुक्रिया कहने के लिए।
जवाब: भारतीय संस्कृति में किसी के प्रति आभार जताने या शुक्रिया कहने का इससे अच्छा तरीका कुछ नहीं है।

सवाल: कांग्रेस आरोप लगाती है कि आप मीडिया में चर्चित होने के लिए यह नौटंकी करते हैं।
जवाब: कांग्रेस कर ले नौटंकी उसे किसने रोका है। वैसे भी उन्हें सब नौटंकी लगता है।

सवाल: किस काम के लिए आपने इस तरह शुक्रिया कहा है।
जवाब: मैंने क्षेत्र की जनता से वादा किया था शराब दुकान हटवाऊंगा और वादा पूरा हुआ। यही मुख्य वजह थी।

यह है ऊर्जा मंत्री के दंडवत होने का कारण
सीएम के सामने एक्स एजेंडे में प्रस्ताव आया था कि ग्वालियर में सेवा नगर रोड पर मौजूद शराब की दुकान को बंद किया जाए। यह प्रस्ताव नंबर 47 नंबर था। जैसे ही कैबिनेट चर्चा के लिए इस बिंदु पर पहुंची तो मुख्यमंत्री ने हाथ का इशारा करते हुए कहा, इस पर चर्चा की जरूरत नहीं है। वित्त विभाग की आपत्ति के बाद भी इसे मंजूर किया गया है। एक दुकान बंद होगी तो राजस्व का नुकसान जरुर होगा।

सीएम के इतना कहते ही मंत्री तोमर अपनी कुर्सी से उठे और सीधे सीएम के सामने जाकर दंडवत हो गए। क्योंकि इस शराब दुकान को बंद करने के लिए ऊर्जा मंत्री की विधानसभा ग्वालियर के सेवा नगर में लगातार प्रदर्शन हो रहे थे। ऊर्जा मंत्री तोमर लोगों को वादा कर चुके थे कि इस शराब की दुकान को बंद करवाकर छोड़ेंगे।

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