गाजियाबाद। छेड़छाड़ के बढ़ रहे मामलों की एक वजह शिकायत न करना भी है। शिकायत न होने से अपराधियों का दुस्साहस बढ़ता है और फिर शुक्रवार जैसी घटना होती है।

इन मामलों में पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बनाया जाता है। लोकलाज का हवाला देकर उन्हें शिकायत देने से रोका जाता है तो कई बार हत्या की धमकी भी दी जाती है। पुलिस भी कई मामलों को मारपीट तक सीमित कर देती है।

खुद न फंसे, इसलिए नहीं करते पहल

यदि पुलिस को छेड़छाड़ की सूचना मिलती है तो पीड़ित के मुकरने पर भी पुलिस कार्रवाई कर सकती है, लेकिन पीड़ित के बयान न होने से कोर्ट में आरोप साबित न हो पाने की दलील देकर पुलिस पहल नहीं करती।

यदि आरोपित पर कार्रवाई हो तो हो सकता है कि पीड़ित को भी थोड़ा बल मिले और वह पैरवी के लिए आगे आए। खुद न फंस जाए, इसी डर से पुलिसकर्मी आरोपित को छोड़ देते हैं। समाज और पुलिस की अपनी-अपनी दलीलें होती हैं, लेकिन इनके बीच मासूम शिकार हो रहे हैं।

इन मामलों में नहीं हुई कार्रवाई
  • एनएच-नौ स्थित सोसायटी में नौ साल की बच्ची को पड़ोसी ने फ्लैट में बुलाकर अश्लीलता की। पुलिस के सामने बच्ची ने बताया कि अंकल ने गलत काम किया, आरोपित को थाने भी लाया गया, लेकिन बाद में स्वजन पर दबाव बनाकर शिकायत देने से रोक दिया गया।
  • इसी सोसायटी में जनवरी 2023 में लिफ्ट में भाई के साथ जा रही छह वर्षीय बच्ची को एक व्यक्ति ने चाकलेट के बहाने अपने फ्लैट में ले जाने का प्रयास किया, लेकिन भाई ने रोककर स्वजन को बताया। हंगामा हुआ, लेकिन तहरीर नहीं मिलने से आरोपित के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
  •  एनएच-नौ स्थित सोसायटी में पार्क में खेल रहे बच्चे को एक व्यक्ति ने फ्लैट में ले जाने का प्रयास किया, लेकिन आसपास के लोगों ने देख लिया और आरोपित को पकड़ लिया। बाद में तहरीर नहीं मिली तो पुलिस ने उसे छोड़ दिया।
  • वेव सिटी में इसी सप्ताह तेज आवाज में गाने बजाने के विरोध पर दबंगों ने बुजुर्ग को पीटा और बचाने आई उनकी पोती के कपड़े फाड़कर अश्लील हरकत की। तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज की, लेकिन पीड़िता के पिता ही शांति भंग में चालान कर दिया।
  • खोड़ा थाने में दिसंबर 2022 में छेड़छाड़ पीड़िता शिकायत देने गई और सुनवाई नहीं हुई तो उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
बच्चों को यह जरूर सिखाएं
  • बच्चे को गुड टच और बैड टच की जानकारी जरूर दें। स्कूल में इसके बारे में सिखाया जा रहा है या नहीं, खुद यह सीख जरूर दें।
  • कोई चाकलेट या किसी और चीज का लालच दे, उसकी बातों में न आने के बारे में बताए।
  • अनजान व्यक्ति से दूरी बनाकर रखने के बारे में बताएं।
  • बच्चों को सिखाएं कि यदि वे अपनों के बीच भी किसी से असुरक्षित महसूस करते हैं तो उन्हें तुरंत बताएं।
  • बच्चा उससे गलत होने के बारे में कहता है तो शांति से उसकी बात सुनें। उस पर अविश्वास बिल्कुल न करें।

बिना तहरीर के ऐसे मामलों के आरोपित छूट जाते हैं। किसी से छेड़छाड़ होती है तो तुरंत 1090 डायल करें और शिकायत दर्ज कराएं। इसके बाद यूपी 112 पर भी सूचना दें। पुलिस मदद के लिए पहुंचेगी और पूरी सुरक्षा के साथ तहरीर लेगी। किसी भी भय या बहकावे में न आएं। तहरीर दें, आरोपित पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। 

अजय कुमार मिश्र, पुलिस कमिश्नर।