कांग्रेस की पहली सूची में 130 चेहरे तय; ऐलान बाकी ?

कांग्रेस के 6 विधायकों के टिकट पर संकट:89 विधायक को दोबारा मौका; पहली सूची में 130 चेहरे तय; ऐलान बाकी
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा से ही चुनाव लड़ सकते हैं

विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस मध्यप्रदेश में 110 से 130 सीटों पर पहली सूची 15 अक्टूबर को जारी करने जा रही है। अगले दो दिन नई दिल्ली में मैराथन बैठकें होंगी। सभी 230 सीट पर दो सूचियों में उम्मीदवारों के नाम तय करने की तैयारी है। पहली सूची 110 से 130 उम्मीदवारों की हो सकती है।

दूसरी सूची में शेष 80 सीट के प्रत्याशी होंगे। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ 77 साल के हो गए हैं, वे पूरी तैयारी के साथ चुनाव मैदान में है। यह उनका आखिरी दांव हो सकता है। वे ​छिंदवाड़ा से ही लड़ेंगे। दिमनी से विधायक रविंद्र सिंह तोमर के नाम पर चर्चा बाकी है।

राजनगर से निधि चतुर्वेदी को उतारने पर विचार चल रहा है। इस सीट से विधायक कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा को बिजावर शिफ्ट करने की चर्चा है। भोपाल की दक्षिण-पश्चिम सीट से विधायक पीसी शर्मा को नरेला से लड़ाया जा सकता है। (लेफ्ट टू राइट)
राजनगर से निधि चतुर्वेदी को उतारने पर विचार चल रहा है। इस सीट से विधायक कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा को बिजावर शिफ्ट करने की चर्चा है। भोपाल की दक्षिण-पश्चिम सीट से विधायक पीसी शर्मा को नरेला से लड़ाया जा सकता है। (लेफ्ट टू राइट)

कांग्रेस के वर्तमान में 96 विधायक हैं। इनमें से छह विधायकों को इस बार प्रत्याशी बनाए जाने पर संशय है।

  • आरिफ अकील: 71 साल के आरिफ अकील कई गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं। बीमारी के कारण वे खुद चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। आरिफ अकील अपनी सीट (भोपाल उत्तर) पर बेटे आतिफ अकील को उतारना चाहते हैं। हालांकि, इस फैसले में आरिफ के भाई आमिर आडे़ आ रहे हैं। आमिर अपने भाई की सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।
  • टामलाल रघुजी सहारे: कटंगी सीट से विधायक टामलाल सहारे 76 साल के हो गए हैं। उन्होंने पार्टी को चुनाव न लड़ने की बात बता दी है। टामलाल 1993 में पहली बार विधायक बने। 1998 में दूसरी बार और 2018 में तीसरी बार विधायक बने थे।
  • अजब सिंह कुशवाह: मुरैना जिले की सुमावली सीट से मौजूदा विधायक अजब सिंह कुशवाह को न्यायालय से दो साल की सजा हो चुकी है। उनके खिलाफ रियल एस्टेट कारोबार में धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लग चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस अजब सिंह के बजाए नए चेहरे पर दांव लगा सकती है।
  • पांचीलाल मेडा: धार जिले की धरमपुरी सीट से विधायक पांचीलाल मेडा 2008 में पहली बार विधायक बने थे। दस साल बाद 2018 में वे फिर धरमपुरी सीट से विधायक बने। कांग्रेस के तमाम सर्वे में उनकी रिपोर्ट ठीक नहीं है। ऐसे में उनकी जगह किसी और चेहरे को उतारा जा सकता है।
  • शिवदयाल बागरी: पन्ना जिले की गुन्नौर सीट से पहली बार के विधायक शिवदयाल बागरी की रिपोर्ट सर्वे में अच्छी नहीं मिली। लिहाजा इस सीट पर बदलाव हो सकता है।
  • सुरेश राजे: ग्वालियर जिले की डबरा सीट से मौजूदा विधायक सुरेश राजे कई बार विवादों में आ चुके हैं। उनके कई वीडियो भी सामने आ चुके हैं। ऐसे में पार्टी इस सीट पर बदलाव कर सकती है।

झाबुआ से कांतिलाल बेटे विक्रांत को लड़ाना चाहते हैं चुनाव
झाबुआ सीट से वर्तमान विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया खुद विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते। कांतिलाल अपने बेटे विक्रांत को इस सीट से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। विक्रांत वर्तमान में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इस सीट से विक्रांत का नाम लगभग तय माना जा रहा है।

बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिरला 8 अक्टूबर को औपचारिक रूप से BJP में शामिल हो गए।
बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिरला 8 अक्टूबर को औपचारिक रूप से BJP में शामिल हो गए।

विधायक सचिन बिरला BJP जॉइन कर चुके
कांग्रेस के टिकट पर पहली बार खरगोन जिले की बड़वाह सीट से विधायक बने सचिन बिरला ने दो साल पहले BJP को समर्थन दे दिया था। वे चार दिन पहले औपचारिक रूप से BJP में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में इस सीट पर कांग्रेस नया चेहरा उतारेगी।

इन मौजूदा विधायकों के टिकट तय

विधानसभा क्षेत्र विधायक का नाम
श्योपुर बाबू जंडेल
सबलगढ़ बैजनाथ कुशवाह
मुरैना राकेश मावई
लहार डॉ. गोविंद सिंह
ग्वालियर पूर्व डॉ. सतीश सिकरवार
ग्वालियर दक्षिण प्रवीण पाठक
सेंवढ़ा घनश्याम सिंह
करैरा प्रागीलाल जाटव
पिछोर केपी सिंह कक्काजू
चाचौड़ा लक्ष्मण सिंह
राघोगढ़ जयवर्द्धन सिंह
चंदेरी गोपाल सिंह चौहान
देवरी हर्ष यादव
बंडा तरबर सिंह लोधी
महाराजपुर नीरज दीक्षित
राजनगर विक्रम सिंह नातीराजा
छतरपुर आलोक चतुर्वेदी
दमोह अजय टंडन
गुनौर शिवदयाल बागरी
चित्रकूट नीलांशु चतुर्वेदी
रैगांव कल्पना वर्मा
सतना सिद्धार्थ कुशवाह
सिहावल कमलेश्वर पटेल
पुष्पराजगढ़ फुंदेलाल सिंह मार्को
बड़वारा विजय राघवेंद्र सिंह
बरगी संजय यादव
जबलपुर पूर्व लखन घनघोरिया
जबलपुुर उत्तर विनय सक्सेना
जबलपुर पश्चिम तरुण भनोत
शहपुरा भूपेंद्र मरावी
डिण्डोरी ओमकार सिंह मरकाम
बिछिया नारायण सिंह पट्टा
निवास डॉ. अशोक मर्सकोले
बैहर संजय उईके
लांजी हिना लिखीराम कांवरे
बरघाट अर्जुन सिंह काकोड़िया
लखनादौन योगेंद्र सिंह
गोटेगांव नर्मदा प्रसाद प्रजापति
तेंदूखेड़ा संजय शर्मा
गाडरवारा सुनीता पटेल
जुन्नारदेव सुनील उईके
अमरवाड़ा कमलेश प्रताप शाह
चाैरई चौधरी सुजीत मेर सिंह
साैंसर विजय रेवनाथ चौरे
छिंदवाड़ा कमलनाथ
परासिया सोहनलाल बाल्मीक
पांढुर्णा निलेश पुसाराम उईके
मुलताई सुखदेव पांसे
बैतूल निलय डागा
घोड़ाडोंगरी ब्रह्मा भलावी
भैंसदेही धरमू सिंह सिरसाम
उदयपुरा देवेंद्र सिंह पटेल
विदिशा शशांक श्रीकृष्ण भार्गव
भोपाल उत्तर आतिफ अकील (आरिफ अकील के बेटे)
भोपाल दक्षिण-पश्चिम पीसी शर्मा
भोपाल मध्य आरिफ मसूद
ब्यावरा रामचंद्र दांगी
राजगढ़ बापूसिंह तंवर
खिलचीपुर प्रियव्रत सिंह
आगर विपिन वानखेड़े
शाजापुर हुकुम सिंह कराड़ा
कालापीपल कुणाल चौधरी
सोनकच्छ सज्जन सिंह वर्मा
भीकनगांव झूमा ध्यान सिंह सोलंकी
महेश्वर डॉ विजयलक्ष्मी साधौ
कसरावद सचिन सुभाष यादव
खरगोन रवि रमेश चंद्र जोशी
सेंधवा ग्यारसी लाल रावत
राजपुर बाला बच्चन
पानसेमल चंद्रभागा किराड़े
अलीराजपुर मुकेश रावत
झाबुआ कांतिलाल भूरिया/विक्रांत भूरिया
थांदला वीरसिंह भूरिया
पेटलावद वालसिंह मैड़ा
सरदारपुर प्रताप ग्रेवाल
गंधवानी उमंग सिंघार
कुक्षी सुरेंद्र सिंह हनी बघेल
मनावर डॉ. हिरालाल अलावा
देपालपुर विशाल जगदीश पटेल
इंदौर-1 संजय शुक्ला
राऊ जीतू पटवारी
नागदा-खाचरोद दिलीप सिंह गुर्जर
तराना महेश परमार
घटि्टया रामलाल मालवीय
बड़नगर मुरली मोरवाल
सैलाना हर्ष विजय गहलोत
आलोट मनोज चावला

दिल्ली में दो दिन मैराथन बैठकें, पीसी शर्मा को नरेला शिफ्ट करने पर चर्चा

दिल्ली में आज से दो दिन कांग्रेस की मैराथन बैठकें होंगी। इन बैठकों में पहली सूची के नामों को फाइनल किया जाएगा। कुछ विधायकों की सीटों को बदलकर दूसरे मजबूत दावेदारों को मौका देने पर भी चर्चा चल रही है। इनमें भोपाल जिले की दक्षिण-पश्चिम सीट से मौजूदा विधायक पीसी शर्मा को नरेला शिफ्ट करने और दक्षिण-पश्चिम में संजीव सक्सेना को उतारने पर भी विचार चल रहा है। इसी तरह छतरपुर जिले की राजनगर सीट से वर्तमान विधायक कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा को बिजावर शिफ्ट करने की चर्चा है। राजनगर सीट से कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे सत्यव्रत चतुर्वेदी की बेटी निधि को उतारने पर विचार चल रहा है।

हालांकि, इस फॉर्मुले के अमल में आने की संभावना कम है, क्योंकि 5 दिन पहले दिल्ली में हुई CEC की मीटिंग के बाद स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह ने विधायकों की सीट बदलने से इनकार कर दिया था। दूसरी वजह छतरपुर जिले में अभी महाराजपुर और छतरपुर में ब्राह्मण विधायक हैं और इन दोनों विधायकों को फिर उतारा जा रहा है। ऐसे में तीसरा ब्राह्मण चेहरा उतारे जाने से दूसरे वर्गों में नाराजगी हो सकती है। राजनगर में BJP ने भी पिछला चुनाव 732 वोट से हारे ब्राह्मण (अरविंद पटेरिया) को फिर मैदान में उतारा है। ऐसे में कांग्रेस BJP से यदि एक ही समाज के उम्मीदवार उतरे तो थर्ड फ्रंट का कोई उम्मीदवार बाजी मार सकता है।

इन हारी हुई सीटों पर ये नाम तय

अटेर हमेंत कटारे (पूर्व विधायक)
भांडेर फूलसिंह बरैया
कोलारस वीरेंद्र रघुवंशी (बीजेपी से आए वर्तमान विधायक)
बमोरी सुमेर सिंह गड़ा
खुरई अरुणोदय चौबे (पूर्व विधायक)
टीकमगढ़ यादवेन्द्र सिंह (पूर्व विधायक)
जतारा किरण अहिरवार
पृथ्वीपुर नितेन्द्र सिंह राठौर
खरगापुर चंदा रानी गौर (पूर्व विधायक)
चंदला हरप्रसाद अनुरागी
बिजावर भुवन विक्रम सिंह
मलहरा रामसिया भारती
पथरिया लक्ष्मण सिंह
जबेरा प्रताप सिंह लोधी
हटा भगवानदास चौधरी
पवई मुकेश नायक (पूर्व विधायक)
नागौद यादवेन्द्र सिंह (पूर्व विधायक)
अमरपाटन राजेन्द्र सिंह (पूर्व विधायक)
मऊगंज सुखेन्द्र सिंह बन्ना (पूर्व विधायक)
रीवा अजय मिश्रा ‘बाबा’ (मेयर)
गुढ़ कपिध्वज सिंह
मुड़वारा निशिथ पटेल
बहोरीबंद सौरभ सिंह (पूर्व विधायक)
पाटन नीलेश अवस्थी (पूर्व विधायक)
जबलपुर केंट जगत बहादुर सिंह अन्नू (मेयर)
केवलारी रजनीश सिंह (पूर्व विधायक)
टिमरनी अभिजीत शाह
बुधनी मेघा परमार
आष्टा कमल सिंह चौहान
इछावर शैलेन्द्र पटेल (पूर्व विधायक)
नरसिंहगढ़ गिरीश भंडारी
शुजालपुर रामवीर सिंह सिकरवार
हाटपिपल्या राजवीर सिंह बघेल
खातेगांव दीपक जोशी (पूर्व विधायक)
मांधाता राजनारायण सिंह पुरनी (पूर्व विधायक)
खण्डवा कुंदन मालवीय
पंधाना रूपाली बारे
नेपानगर गेंदू बाई
बुरहानपुर ठाकुर सुरेंद्र नवल सिंह (निर्दलीय विधायक)
मंदसौर विपिन जैन
गरोठ सुभाष सोजतिया
मनासा नरेन्द्र नाहटा
नीमच भानु सिंह
जावद समंदर पटेल

जिले के बाहरी नेताओं को टिकट नहीं
प्रत्याशी चयन को लेकर कुछ क्राइटेरिया भी फिक्स किए गए हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि सबसे बड़ा क्राइटेरिया तो विनेबिलिटी (जीतने की योग्यता) है। तीन बार हारे नेताओं को टिकट नहीं। विधायक अपनी सीट नहीं बदल पाएंगे। जिले के बाहर के नेता को टिकट नहीं मिलेगा।

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