महिला दुष्कर्म के मामले में मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर ?
महिला दुष्कर्म के मामले में मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर, साढ़े तीन हजार से ज्यादा केस दर्ज
लापता बच्चों का आंकड़ा भी मध्य प्रदेश में चौंकाने वाला है। रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार मध्य प्रदेश से 2900 बच्चों को पुलिस खोज नहीं पाई है। ये बच्चे लापता है। बच्चों से छेड़खानी के केस भी प्रदेश में ज्यादा है।
नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने वर्ष 2022 के आंकड़े जारी किए है। जिसके अनुसार महिलाओं से अपराध के मामले में राजस्थान में पहले नंबर पर है। तीसरा नंबर मध्य प्रदेश का है। शारीरिक शोषण के 1445 मामले प्रदेश में दर्ज हुए है। महाराष्ट्र में 2796 केस इस मामले में दर्ज है। मध्य प्रदेश में 3049 महिलाएं छेड़छानी का शिकार हुई है। महाराष्ट्र में इसका आंकड़ा पांच हजार से ज्यादा है। सबसे ज्यादा केस 6356 केस राजस्थान में दर्ज हुए है। अपहरण के केस मध्य प्रदेश में 10 हजार 563 हो चुके है। इस मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर हैै।वहां अपहरण के 16 हजार से ज्यादा मामले है।
2900 बच्चे प्रदेश से लापता
लापता बच्चों का आंकड़ा भी मध्य प्रदेश में चौंकाने वाला है। रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार मध्य प्रदेश से 2900 बच्चों को पुलिस खोज नहीं पाई है। ये बच्चे लापता है। बच्चों से छेड़खानी के केस भी प्रदेश में ज्यादा है। प्रदेश के थानों में 5996 केस दर्ज है। महाराष्ट्र में इस तरह के 7 हजार से ज्यादा केस सामने आए है।
लूट की एक हजार से ज्यादा वारदातें
शासकीय कर्मचारियों से मारपीट के मामले में मध्य प्रदेश महाराष्ट्र से आगे है। प्रदेश में 68 केस इस मामले में दर्ज है। महाराष्ट्र मेें यह आंकड़ा 34 का है। लूट के मामले में मध्य प्रदेश में 1136 हो चुके है। महाराष्ट्र में यह आंकड़ा छह हजार से ज्यादा है। मध्य प्रदेश में धोखाधड़ी के1600 से ज्यादा केस है। इनमे बैंक और एटीएम फ्राॅड के मामले भी शामिल है।