कहानी उस IPS अफसर की, जो न गुंडों से डरा और न बाहुबली नेता से !
कहानी उस IPS अफसर की, जो न गुंडों से डरा और न बाहुबली नेता से.. अब लोगों को करेगा ‘इंस्पायर’
विकास वैभव 10 दिसंबर को बेगूसराय में लेट्स इंस्पायर बिहार बैनर के तहत बृहत जन संवाद कार्यक्रम कर रहे हैं. इसका उदेश्य वह जातिवाद, संप्रदायवाद और लिंगभेद से अलग एक नया बिहार बनाने की कोशिश बताते हैं.
2023 में विकास वैभव बिहार में सबसे ज्यादा चर्चा में रहे. अगर यह कहें कि विकास वैभव बिहार के किसी बड़े नेता की तरह ही टीवी, अखबार और डिजिटल मीडिया की सुर्खियों में रहे तो कहना गलत नहीं होगा. 2003 बैच के ऑफिसर विकास वैभव एक चर्चित नाम हैं. वह अपने काम को लेकर चर्चा में रहते हैं. कहा जाता है कि 20 साल की नौकरी में वह ना किसी बाहुबली नेता से डरे और ना झुके. वह ईमानदारी और कर्मठता से काम करने के लिए जाने जाते हैं. लेकिन पुलिस सेवा का ये तेज तर्रार अधिकारी आजकल परामर्शी की भूमिका में हैं.
पहले IIT से इंजीनियरिंग फिर IPS
इंडियन पुलिस सर्विस के अधिकारी विकास वैभव बिहार के बेगूसराय जिले के बीहट गांव के रहने वाले हैं. कभी बीहट गांव पकड़ौआ विवाह के लिए चर्चित था आज विकास वैभव के गांव के रूप में चर्चित है. 21 नवंबर 1979 को जन्मे विकास वैभव ने आईआईटी कानपुर से मेकैनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है. वह यहां बिताए समय को शानदार और सीखने वाला फेज बताते रहे हैं. 2003 में उन्होंने यूपीएससी क्रेक किया और फिर IPS अधिकारी बने.
विकास वैभव रोहतास, बगहा, दरभंगा पटना में एसपी और बतौर एसएसपी तैनात रहे हैं. वर्तमान में आईजी रैंक के अधिकारी विकास वैभव को बिहार राज्य योजना पर्षद के परामर्शी की जिम्मेदारी दी गई है. इससे पहले वह बिहार होमगार्ड और फायर सर्विसेज में पदस्थापित थे. लेकिन यहां होम गार्ड और फायर सर्विसेज की DG शोभा ओहोतकर से कथित विवाद के बाद उन्हें पुलिस मुख्यालय अटैच कर दिया गया था.
दरअसल विकास वैभव ने तब सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा था- जिसका अंतिम लाइन था- ‘DG मैडम के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं, परंतु यात्री मन आज वास्तव में द्रवित है’. उन्होंने DG होमगार्ड पर एकांत में गालियां देने का आरोप लगाया था.
क्या राजनीति में करेंगे एंट्री?
विकास वैभव 10 दिसंबर को बेगूसराय में लेट्स इंस्पायर बिहार बैनर के तहत बृहत जन संवाद कार्यक्रम कर रहे हैं. आगे यह कार्यक्रम बिहार के 34 और जिलों में आयोजित करने की तैयारी है. विकास वैभव इसका उद्देश्य-जातिवाद, संप्रदायवाद और लिंगभेद से अलग बिहार बनाने की कोशिश बताते हैं. वहीं ये भी कहा जा रहा है कि बिहार का यह तेजतर्रार अधिकारी जो पिछले कुछ दिनों से साइड कर दिया गया हैं वह अब राजनीति की तरफ कूच कर रहा. शोभा अहोतकर विवाद के बाद विकास वैभव को युवाओं का खासकर बेगूसराय में खूब समर्थन मिला था.