अलीपुर अग्निकांड : निगम को नहीं थी अवैध फैक्ट्री की जानकारी
अलीपुर अग्निकांड : निगम को नहीं थी अवैध फैक्ट्री की जानकारी
अलीपुर गांव में लाल डोरे के भीतर घने रिहायशी इलाके में पेंट की फैक्ट्री चलाई जा रही थी और नगर निगम को इसकी जानकारी नहीं थी। बृहस्पतिवार को आग लगने की जानकारी मिलने के बाद जोनल उपायुक्त पवन कुमार खसरा संख्या 894 पर मौके पर पहुंचे तो अवैध फैक्ट्री की जानकारी हुई।
इस इलाके में तैनात स्थानीय बिल्डिंग डिपार्टमेंट और फैक्ट्री लाइसेंसिंग विभाग के अधिकारी को भी इसकी जानकारी नहीं थी। जोनल उपायुक्त ने बताया कि स्थानीय लोग निगम कर्मियों के साथ कई बार दबंगई कर चुके हैं। जांच करने गई टीम पर हमला भी कर चुके हैं। एक एलआई को स्थानीय लोगों ने कार्यालय में ही घेरकर धमकाया था। अग्निकांड के बाद निगम आयुक्त ज्ञानेश भारती ने पूरे इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाकर अवैध रूप से चल रही फैक्ट्रियों का पता लगाने और पुलिस फोर्स के साथ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
हादसा भ्रष्टाचार का परिणाम : राजा इकबाल सिंह
निगम में नेता विपक्ष व पूर्व मेयर राजा इकबाल सिंह ने अग्निकांड को भ्रष्टाचार का परिणाम बताया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की अक्षमता और निगम के फैक्ट्री लाइसेंसिंग विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण ये हादसा हुआ। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जिम्मेदारी लेते हुए मेयर को पद से तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।