ICMR ने प्रोटीन पाउडर को लेकर चेताया … ?
प्रोटीन पाउडर शरीर में किस तरह का रिएक्शन करता है, ICMR ने क्यों दी चेतावनी?
जिम जाने वाले ज्यादातर युवा प्रोटीन पाउडर के दीवाने होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादा प्रोटीन पाउडर खाना सेहत के लिए ठीक नहीं होता?
अगर आप प्रोटीन पाउडर खाने के शौकीन हैं और फिट रहने के लिए इसे खाते हैं तो जरा रुक जाइए. भारत की सबसे बड़ी मेडिकल रिसर्च संस्था ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) और NIN (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन) ने आपके लिए एक अलर्ट जारी किया है.
हाल ही में ICMR ने भारतीयों के लिए 148 पन्नों की डाइट संबंधी गाइडलाइंस जारी की हैं, जिनमें साफ-साफ कहा गया है कि प्रोटीन पाउडर न सिर्फ बेकार है बल्कि सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकता है. ज्यादा समय तक प्रोटीन पाउडर लेने से हड्डियों कमजोर हो सकती हैं और किडनी भी खराब हो सकती है.
ICMR ने प्रोटीन पाउडर के फायदों के बारे में फैलाए जा रहे मिथकों का भी पर्दाफाश किया है. उनकी गाइडलाइन के मुताबिक, शरीर को उतना ज्यादा प्रोटीन नहीं चाहिए जितना आम तौर पर लोग सोचते हैं. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि प्रोटीन पाउडर खाने से मांसपेशियां ज्यादा मजबूत या बड़ी नहीं होतीं.
अब तक की रिसर्च बताती है कि प्रोटीन पाउडर खाने से सेहतमंद लोगों में जिम जाने और वर्कआउट करने के बाद भी मांसपेशियों में बहुत कम ही फर्क पड़ता है. इतना ही नहीं, रोजाना शरीर के वजन के हिसाब से 1.6 ग्राम से ज्यादा प्रोटीन खाने से भी मांसपेशियों को कोई खास फायदा नहीं मिलता. तो सीधा सा मतलब है कि प्रोटीन पाउडर के झांसे में न आएं.
पहले जानिए क्या होता है प्रोटीन पाउडर?
प्रोटीन पाउडर तो जिम जाने वाले और वजन बढ़ाने की कोशिश करने वाले लोग सालों से इस्तेमाल कर रहे हैं. खासतौर पर शाकाहारी लोगों को तो ये प्रोटीन पाउडर काफी फायदेमंद लगते हैं. यही वजह है कि कई लोग खासकर जो लोग एक्टिव लाइफस्टाइल जीते हैं, वो प्रोटीन पाउडर का सेवन करते हैं.
प्रोटीन पाउडर एक तरह का सप्लीमेंट है. ये पाउडर कई चीजों से मिलकर बनता है. जैसे अंडा, दूध, मट्ठा या फिर सोयाबीन, मटर और चावल जैसे पौधों से. कुछ प्रोटीन पाउडर में एक से ज्यादा चीजों से प्रोटीन मिलाया जाता है और इन्हें ही प्रोटीन सप्लीमेंट के नाम से बेचा जाता है.
इन प्रोटीन पाउडर में कई बार चीनी या कुछ और मीठे पदार्थ भी मिलाए जाते हैं. इसी वजह से इन्हें रोजाना खाने की सलाह नहीं दी जाती. जो प्रोटीन पाउडर मट्ठे से बनते हैं उनमें ब्रांच्ड चेन अमीनो एसिड (BCAAs) ज्यादा मात्रा में होते हैं. कुछ रिसर्च बताती हैं कि ज्यादा BCAAs खाने से बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है.
असल में, BCAAs मांसपेशियों को बनाने, उनकी मरम्मत करने और शरीर को एनर्जी देने में तो मदद करते हैं लेकिन इनको ज्यादा मात्रा में लेने से इंसुलिन रेसिस्टेंस (Insulin Resistance) जैसी समस्या भी हो सकती है. साथ ही, दिमाग के काम में भी दिक्कत आ सकती है.
ICMR ने खोली प्रोटीन पाउडर की पोल!
ICMR ने ये भी बताया है कि बाजार में मिलने वाले ज्यादातर प्रोटीन पाउडर में सोयाबीन जैसी चीजों से तो प्रोटीन मिलता है, लेकिन साथ ही इनमें स्वाद और मार्केटिंग के लिए कई चीनी, मीठे बनाने वाले पदार्थ और फ्लेवर भी डाले जाते हैं. ये चीजें सेहत के लिए अच्छी नहीं होतीं.
कुछ लोगों के लिए भले ही प्रोटीन पाउडर फायदेमंद हो, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं. ज्यादा प्रोटीन पाउडर खासकर लगातार खाए जाने से किडनी पर जोर पड़ सकता है. किडनी का काम खून साफ करना होता है, जिसमें प्रोटीन से निकलने वाले वेस्ट प्रोडक्ट्स भी शामिल हैं. बहुत ज्यादा प्रोटीन खाने से किडनी पर ज्यादा बोझ पड़ता है, जिससे किडनी खराब भी हो सकती है. खासकर जिन लोगों को पहले से ही किडनी की समस्या है उनके लिए प्रोटीन पाउडर और भी ज्यादा नुकसानदेह है.
ज्यादा प्रोटीन पाउडर खाना न सिर्फ किडनी के लिए खराब है, बल्कि इससे शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है. दरअसल, शरीर जब प्रोटीन का इस्तेमाल करता है, तो यूरिया नाम का वेस्ट प्रोडक्ट बनता है. किडनी इस यूरिया को पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकालती है. लेकिन ज्यादा यूरिया को बाहर निकालने के लिए शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत होती है. अगर आप भरपूर पानी नहीं पीते हैं, तो प्रोटीन पाउडर से डिहाइड्रेशन हो सकता है.
कुछ प्रोटीन पाउडर, खासकर मट्ठे (Whey) या कैसिइन प्रोटीन वाले पाउडर पेट में गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं. जैसे पेट फूलना, गैस बनना, दस्त लगना या कब्ज होना. ये दिक्कतें लैक्टोज इनटॉलरेंस (दूध पचाने में परेशानी) या प्रोटीन के किसी खास सोर्स से एलर्जी के कारण हो सकती हैं.
सिर्फ प्रोटीन खा लेने से मांसपेशियां नहीं बनेंगी!
ICMR की गाइडलाइंस ये भी बताती हैं कि भले ही आप अच्छी क्वालिटी वाला प्रोटीन ही क्यों न खाएं, अगर आपकी डाइट में कार्ब्स और फैट की मात्रा ठीक नहीं है, तो शरीर उस प्रोटीन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाएगा.
मांसपेशियां बनाने के लिए शरीर को एनर्जी की जरूरत होती है, जो कार्ब्स और फैट से मिलती है. जब आप पर्याप्त मात्रा में कार्ब्स और फैट नहीं खाते तो शरीर प्रोटीन का इस्तेमाल एनर्जी के लिए कर लेता है, मांसपेशियां बनाने के लिए नहीं.
इसके अलावा सिर्फ प्रोटीन खाकर और कुछ न करते हुए भी मांसपेशियां नहीं बनतीं. अगर आप एक्सरसाइज नहीं करते हैं तो भी ये प्रोटीन मांसपेशियां बनाने में इस्तेमाल नहीं होगा. मांसपेशियां बनाने के लिए शारीरिक रूप से एक्टिव रहना और खासकर स्ट्रेंथ एक्सरसाइज करना जरूरी है. वरना, कम एक्सरसाइज करने से मांसपेशियां कमजोर भी पड़ सकती हैं.
फिर शरीर में प्रोटीन की कमी कैसे करें पूरी
चाहे आप शाकाहारी हों या मांसाहारी, संतुलित आहार से शरीर को जरूरी सभी प्रोटीन मिल जाते हैं. बस अनाज और दालों को सही मात्रा में मिलाकर खाएं. मोटे तौर पर 3 भाग अनाज के साथ 1 भाग दाल खाने से या फिर रोजाना 30 ग्राम दाल की जगह 80 ग्राम मीट खाने से भी शरीर को काफी प्रोटीन मिल जाता है. ये नॉर्मल इंसान के लिए काफी होता है.
शाकाहारी खाने वालों के लिए दालें बहुत जरूरी होती हैं क्योंकि इनमें प्रोटीन के साथ-साथ फाइबर, विटामिन और मिनरल्स भी भरपूर मात्रा में होते हैं. इतना ही नहीं, दालें मांस, अंडे या दूध से मिलने वाले प्रोटीन के मुकाबले काफी सस्ती भी होती हैं. इसके अलावा, प्रोटीन पाउडर की जगह भुने हुए चने से बना हम्मस खा सकते हैं. हम्मस स्वादिष्ट होने के साथ-साथ प्रोटीन से भरपूर होता है और वजन घटाने में भी मदद कर सकता है.
अगर आप मासांहारी हैं तो चिकन, मछली, अंडे और दूध में शरीर को ज़रूरी सभी अमीनो एसिड (प्रोटीन के बनने वाले तत्व) पाए जाते हैं. ये अमीनो एसिड मांसपेशियां बनाने और शरीर के कामकाज के लिए इस्तेमाल होते हैं.
एक्सपर्ट्स की क्या है राय
इंडिया टुडे ने एक न्यूट्रिशनिस्ट शीला जोसेफ से इस बारे में बात की. उनका कहना है कि भले ही प्रोटीन पाउडर लेना आसान लगता है, लेकिन ये कभी भी पोषक तत्वों से भरपूर खाने की जगह नहीं ले सकता. ICMR भी यही बात कह रहा है कि हमें ऐसी डाइट लेनी चाहिए जिसमें हर तरह के पोषक तत्व शामिल हों.
दिल्ली के PSRI हॉस्पिटल की डॉक्टर देबजानी बनर्जी का कहना है कि वैसे तो प्रोटीन पाउडर मांसपेशियों को मजबूत बनाने और वजन कम करने में मदद करता है, लेकिन प्रोटीन की जरूरत को पूरा करने के लिए दाल, मेवे, अंडे, मछली और चिकन जैसी चीजें ज्यादा फायदेमंद होती हैं. प्रोटीन पाउडर सिर्फ उन्हीं लोगों को दिया जाता है, जिन्हें खाने से पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिल पाता.
वहीं न्यूट्रिशनिस्ट संगीता अय्यर ने इंडिया टुडे से कहा कि आजकल लोग बिना सोचे-समझे प्रोटीन पाउडर लेने लगते हैं. पहले तो वो ये नहीं देखते कि उनकी रोजाना की डाइट में पहले से ही कितना प्रोटीन जा रहा है, फिर चाहे वो शाकाहारी हों या मांसाहारी. अगर खाने में प्रोटीन की कमी है तो उसे दाल, मेवे, अंडे जैसी चीजों से पूरा किया जा सकता है. प्रोटीन पाउडर तभी लेना चाहिए जब आपकी डाइट में पोषण की कमी हो या फिर आप किसी वजह से चीजें खाने का सही तरीका अपना नहीं पा रहे हों.