नोएडा के 50 हजार लोग हादसे का कर रहे इंतजार ?

नोएडा के 50 हजार लोग हादसे का कर रहे इंतजार
फायर ऑडिट में 370 सोसाइटी में 121 में आग बुझाने के इंतजाम नहीं, 30 दिन का अल्टीमेटम
ये चित्र नोएडा के लोट्स बुलेवर्ड सोसाइटी का है। यहां 10वें फ्लोर पर ऐसी फटने की वजह से आग लगी।

नोएडा के लोट्स बुलेवर्ड सोसाइटी के एक फ्लैट में AC फटने से आग लगी। फायर उपकरण काम करने लगे इसलिए आग पर काबू पाया और जनहानि नहीं हुई। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में करीब 121 सोसाइटी ऐसी हैं जिनमें फायर सेफ्टी के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं।

ये हम नहीं बल्कि फायर सेफ्टी की ऑडिट रिपोर्ट बता रही है। सीएफओ प्रदीप चौबे ने बताया-हाल ही में अग्निशमन विभाग ने जनपद की 370 सोसाइटी फायर ऑडिट किया। जिनमें से 121 सोसाइटी में खामियां पाई गई।

इन सोसाइटी में हाइराइज बिल्डिंग है। साथ ही करीब 50 हजार से ज्यादा लोग रह रहे है। यानी यहां हादसा हुआ तो बड़ी घटना हो सकती है। सीएफओ ने बताया कि इन सोसाइटी को नोटिस जारी करते हुए 30 दिन का समय दिया गया है। इसके बाद यदि मानक के अनुरूप फायर सेफ्टी उपकरण नहीं मिले तो इनकी बिजली काटने जैसी सख्त कार्यवाही की जाएगी। वहीं बिजली विभाग भी इस मामले सतर्क है।

चीफ फायर सेफ्टी ऑफिसर प्रदीप चौबे व अन्य
चीफ फायर सेफ्टी ऑफिसर प्रदीप चौबे व अन्य

दरअसल जनपद में वर्तमान में करीब 2400 मेगावॉट की डिमांड है। सप्लाई भी इतनी है। लेकिन सोसाइटी ने अब तक लोड नहीं बढ़वाया। इसके चलते आए दिन लोकल फाल्ट के चलते बिजली सप्लाई बाधित होना और ओवर लोड होने से तार टूटने जलने की शिकायत मिलती है। ऐसी 15 सोसाइटी है जिनको नोटिस जारी किए गए। यहां कभी भी हादसा हो सकता है।

पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के आदेश पर अग्निशमन विभाग की टीम ने बहुमंजिला इमारतों में आग लगने की दुर्घटनाओं को कम करने को लेकर फायर ऑडिट अभियान चलाया है। एक पखवाडा में इमारतों में फायर सिस्टम, स्प्रिंकलर, हौजपाइप से लेकर अलार्म की जांच की गई। इनमें 121 सोसाइटियों में फायर सिस्टम, अलार्म, स्प्रिंकलर में कमी पाई गई।

बहुमंजिला इमारतों में इस तरह की दिक्कतें
बहुमंजिला इमारतों में इमरजेंसी निकास मार्ग जरूरी है। अधिकतर इमारतों में तो निकास मार्ग होते हैं लेकिन वहां सामान रख दिए जाते हैं। इन इमारतों में सीढ़ियों व अन्य स्थानों पर स्मोक प्रेशराइज सिस्टम होता है। अगर आग लग जाए तो इसे खोल देने पर धुआं आसानी से बाहर निकलता है। इसी तरह हौजपाइप लगा होना जरूरी है। आग लगने की घटना के बाद दमकल हौजपाइप को दमकल से जोड़ती है लेकिन अधिकतर इमारतों में हौज पाइप का रखरखाव ठीक नहीं है।

7 मार्च को ग्रेटर नोएडा की गौर सिटी-2 सोसाइटी के फ्लैट में आग लग गई थी।
7 मार्च को ग्रेटर नोएडा की गौर सिटी-2 सोसाइटी के फ्लैट में आग लग गई थी।

अब जानते है नोएडा की सोसाइटी में पांच घटना

  • 5 मार्च को सेक्टर-74 स्थित सुपरटेक केपटाउन में के फ्लैट में एसी में शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई थी।
  • 7 मार्च को ग्रेटर नोएडा की गौर सिटी-2 सोसाइटी के फ्लैट में आग लगने से जरूरी सामान जलकर राख हो गया था।
  • 11 अप्रैल को ग्रेटर नोएडा की सुपरटेक इको विलेज सोसाइटी के फ्लैट में शार्ट सर्किट से आग लग गई थी।
  • 23 अप्रैल को ग्रेटर नोएडा की देविका गोल्ड होम सोसाइटी के फ्लैट में मंदिर में रखे दीएं से आग लग गई थी।
  • 25 मई को सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड के आवासीय टावर में आठवें तल पर एक फ्लैट में एसी में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी।
23 अप्रैल को ग्रेटर नोएडा की देविका गोल्ड होम सोसाइटी में लगी आग का दृश्य
23 अप्रैल को ग्रेटर नोएडा की देविका गोल्ड होम सोसाइटी में लगी आग का दृश्य

इलेक्ट्रानिक सामान चलाते समय ये बरतें सावधानी

  • गर्मी में एसी, कूलर आदि की समय पर सर्विस कराएं।
  • लगातार इलेक्ट्रिक उपकरण को न चलाएं, बीच-बीच में बंद कर दें।
  • एसी का तापमान कम से कम 24 डिग्री या उससे अधिक ही रखें।
  • लगातार एसी चलने से ओवरहीट होगा और फुंकने की संभावना रहेगी।
  • किसी भी उपकरण को रिमोर्ट से बंद करने के साथ एमसीबी व स्विच से भी बंद करें।
  • घर में अच्छी गुणवत्ता और आईएसआई मार्का के तार ही लगवाएं।
  • तारों के जोड़ को कस के बांधे।
ये चित्र 7 मई का है जिसमें सेक्टर-75 गोल्फ एवेन्यू सोसाइटी के बाहर अवैध बाजार में लगी थी आग।
ये चित्र 7 मई का है जिसमें सेक्टर-75 गोल्फ एवेन्यू सोसाइटी के बाहर अवैध बाजार में लगी थी आग।

इन गलतियों से बचें ताकि न हो कोई नुकसान

  • कई बार लोग प्रेस को ऑन करके छोड़ देते हैं और चले जाते हैं। ऐसे में आग लगने का खतरा ज्यादा हो जाता है।
  • लोग बालकनी को कवर करके रखते हैं और यहां पर दीया या फिर मोमबत्ती जला देते हैं।
  • कई लोग गैस पर कढ़ाई का तेल रखकर छोड़ देते हैं। ऐसे में भी कई बार आग पकड़ लेती है।
  • कई लोग किचन में लगी चिमनी को भी साफ नहीं करवाते हैं। जिससे आग लगने का खतरा बना रहता है।
  • लोग इलेक्ट्रिकल उपकरणों को भी ऑफ नहीं करते हैं।

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