ग्वालियर :स्वर्ण रेखा में गंदगी और गाद जमी ?

वॉटर ड्रेनेज सिस्टम:स्वर्ण रेखा में गंदगी और गाद जमी, एलिवेटेड रोड बनने से बदला रुख, सफाई नहीं हुई तो मानसून में जलभराव की बनेगी स्थिति

बारिश का सीजन आने में एक महीने से भी कम वक्त बचा है। ऐसे में स्वर्ण रेखा और मुरार नदी के साथ-साथ नालों 400 से ज्यादा नालों का साफ करना बड़ा लक्ष्य है। निगम के अफसरों का दावा है कि नालों को साफ किया जाने लगा है। हकीकत ज्यादातर नाले साफ नहीं हुए हैं।

वहीं स्वर्ण रेखा में एलिवेटेड रोड निर्माण के कारण कई जगह मलवा एकत्रित हो गया है। स्वर्ण रेखा की धारा मोड़ देने से बारिश के वक्त दिक्कत आ सकती है, क्योंकि स्वर्ण रेखा में 84 छोटे-बड़े नाले आकर गिरते हैं। वहीं मुरार नदी में 25 ड़े नालों का पानी गिर रहा है। वर्तमान में इनके हालात देखें तो दोनों में जगह-जगह गंदगी के साथ-साथ गाद भी भरी पड़ी है। निगम के जिम्मेदार अफसरों का कहना है कि नाले-नालियों की सफाई के निर्देश रोज दे रहे हैं, लेकिन फिर भी यह साफ नहीं हो रहे हैं।

सफाई नहीं हुई तो आसपास की कॉलोनियों में भरेगा पानी

स्वर्ण रेखा में वक्त में सफाई नहीं हुई तब बारिश के दौरान स्वर्ण रेखा में बहाव की वजह से आस-पास की कॉलोनियों और बस्तियों में दिक्कत आ सकती है। यहां से निकलने वाला पानी पीछे की ओर ही जाएगा। इसके अलावा जिंसी नाला रोड पर जल भराव की स्थिति हो सकती है।

किसमें कितने मिलते हैं नाले

स्वर्ण रेखा: गणेश नगर, विनय नगर, सेवानगर, तानसेन नगर, ख्वाजानगर, गायत्रीनगर, नूरगंज, महल, शिंदे की छावनी नाला, लक्ष्मीबाई पुल, पारदी मोहल्ला नाला, गेंड़ेवाली सड़क, देवकीनंदन फ्लोरमिल, यादव टॉकीज, मुरली फर्नीचर के पास से निकला नाला, जिंसी, रामकुई पुल, चित्रगुप्तगंज, आपागंज, ओवर फ्लो आवागंज, नयापुरा, पापुलर फैक्ट्री, समाधिया कालोनी, लाला का बाजार, भाई साहब की परेड, खेड़ापति पुल, बैजाताल, रवि नगर, रमटापुरा, हजीरा ब्रिज, लधेड़ी, शर्मा फार्म हाउस, मद्दी मोहल्ला, राजा मंडी नाला, तानसेन नगर, लक्ष्मीबाई कालोनी आदि शामिल है।

मुरार नदी: हुरावली नाला, डिफेंस एरिया नाला, मेहरागांव नाला, सुरेश नगर नाला, घोसीपुरा नाला, काशीपुरा का नाला, गांधी रोड नाला, आर्य नगर, भीमनगर, हक्सर कालोनी, लाल साहब का बगीचा आदि शामिल हैं।

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