इंदौर : 30 से ज्यादा शराब दुकानें चौराहों पर, सड़क पर गाड़ी खड़ी कर देते हैं पीने वाले, रोज लगता है जाम

हाल-ए-ट्रैफिक:30 से ज्यादा शराब दुकानें चौराहों पर, सड़क पर गाड़ी खड़ी कर देते हैं पीने वाले, रोज लगता है जाम

शहर में 30 से ज्यादा शराब दुकानें चौराहों पर स्थित हैं। पीने वाले शराब खरीदने जाते हैं तो अपने वाहन बेतरतीब तरीके से सड़कों पर ही खड़े कर देते हैं। इससे राहगीरों को काफी परेशानी होती है। हर शाम 6 से रात 9 बजे तक इन चौराहों पर ट्रैफिक अस्त-व्यस्त रहता है। रोड पर यह समस्या सबसे ज्यादा है।

जहां पार्किंग, वहां बना दिया अहाता- कुछ शराब दुकानदारों ने दिखावे के लिए पार्किंग की व्यवस्था की, लेकिन ये पार्किंग अहातों की तरह उपयोग की जा रही हैं। एमआर-9, राजीव गांधी, निरंजनपुर, राऊ चौराहा, मूसाखेड़ी, तीन इमली, अग्रसेन चौराहा पर स्थित शराब दुकानों के पास ऐसी ही स्थिति है।

इन चौराहों पर होती है सबसे अधिक परेशानी

चोइथराम, मैकेनिक नगर, देवास नाका, निरंजनपुर, रेडिसन, रसोमा, स्कीम 54, आनंद नगर, एमआर-9, बंगाली चौराहा, मूसाखेड़ी, तीन इमली, चितावद, अग्रसेन चौराहा, पलसीकर चौराहा, राजीव गांधी, गमले वाली पुलिया, राऊ चौराहा, द्वारकापुरी, चंदन नगर, महू नाका, एरोड्रम रोड, जिंसी चौराहा, एमआर-10, मरीमाता, चिमनबाग, मालवा मिल, सरवटे बस स्टैंड, छावनी।

चौराहों पर ट्रैफिक का असर गलियों तक

रहवासी अतुल शर्मा कहते हैं बंगाली चौराहे पर शाम के समय रोज ट्रैफिक जाम होता है। ऐसे में बाइक सवार गलियों से निकलते हैं। ऐसे में रहवासी, महिला और बच्चों का बाहर निकलना बंद हो गया। चौराहे पर शराब दुकान का खामियाजा हम लोगों को उठाना पड़ रहा। शराब दुकान वालों ने दिखावे के लिए गार्ड जरूर रख लिए हैं, लेकिन गार्ड मूल काम छोड़कर कार वालों को शराब लाकर देते हैं।

यह है गाइडलाइन

धार्मिक स्थलों और स्कूलों से 100 मीटर दूर होना चाहिए शराब दुकान। हाईवे से 300 मीटर। ऐसा कोई नियम नहीं है कि चौराहों पर शराब दुकान नहीं खोली जा सके।

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